नवम्बर 6, 2025 2:11 पूर्वाह्न

इसरो गगनयान परीक्षण उड़ान दिसंबर 2025 के लिए निर्धारित

चालू घटनाएँ: इसरो, गगनयान, वी नारायणन, परीक्षण उड़ान, एलवीएम-3, निम्न पृथ्वी कक्षा, क्रू एस्केप सिस्टम, GLEX-2025, एक्सिओम-4 मिशन, आदित्य-एल1

ISRO Gaganyaan Test Flight Scheduled for December 2025

पहली परीक्षण उड़ान की घोषणा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने पुष्टि की है कि गगनयान मिशन की पहली परीक्षण उड़ान दिसंबर 2025 में आयोजित की जाएगी। इसरो अध्यक्ष वी नारायणन ने बताया कि मिशन से जुड़ी लगभग 80% महत्वपूर्ण जाँचें पूरी हो चुकी हैं, जो भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
स्थैतिक जीके तथ्य: गगनयान परियोजना को भारत सरकार ने 2018 में ₹10,000 करोड़ के बजट के साथ मंजूरी दी थी।

मिशन परीक्षणों की प्रगति

गगनयान मिशन में कुल 9,000 तकनीकी परीक्षण शामिल हैं। इनमें से 7,700 परीक्षण पूरे हो चुके हैं, जबकि शेष 2,300 मार्च 2026 तक पूरे कर लिए जाएँगे। पहली मानवरहित परीक्षण उड़ान में क्रू एस्केप मैकेनिज़्म, ऑर्बिटल मॉड्यूल और प्रक्षेपण यान की गतिशीलता जैसी प्रणालियों की पुष्टि की जाएगी।

गगनयान के उद्देश्य

इस मिशन का लक्ष्य तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को निम्न पृथ्वी कक्षा (LEO) में अधिकतम 7 दिनों तक भेजना है। इसके लिए मानवरेटेड जीएसएलवी Mk III (LVM-3) का उपयोग किया जाएगा। यह मिशन भारत को मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता वाले चुनिंदा देशों की सूची में शामिल करेगा।
स्थैतिक जीके टिप: अब तक केवल अमेरिका, रूस और चीन ने ही सफल मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन संचालित किए हैं।

इसरो की 2025 की उपलब्धियाँ

अध्यक्ष नारायणन ने बताया कि इसरो ने वर्ष 2025 में 196 माइलस्टोन पूरे किए। प्रमुख उपलब्धियों में शामिल हैं:

  • GLEX-2025 में भागीदारी, जहाँ भारत की अंतरिक्ष तकनीकों को वैश्विक समुदाय के सामने प्रदर्शित किया गया।
  • उच्चथ्रस्ट इलेक्ट्रिक प्रणोदन प्रणाली का विकास, जो दीर्घकालिक अंतरग्रहीय मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है।
  • भारत से 6,500-कि.ग्रा. अमेरिकी संचार उपग्रह का प्रक्षेपण, जिससे व्यावसायिक संबंध मजबूत हुए।
  • आदित्यएल1 से प्राप्त 13 टेराबिट सौर डेटा को वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के साथ साझा करना।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग

भारत का अंतरिक्ष सहयोग भी बढ़ रहा है। इसरो ने एक्सिओम-4 मिशन में तकनीकी समर्थन दिया, जिससे मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षेत्र में वैश्विक साझेदारों के साथ कार्य करने की क्षमता प्रदर्शित हुई। ऐसे सहयोग भारत को एक विश्वसनीय अंतरिक्ष साझेदार के रूप में स्थापित करते हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा थे, जिन्होंने 1984 में सोवियत सोयूज T-11 मिशन में उड़ान भरी थी।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
पहली गगनयान परीक्षण उड़ान दिसंबर 2025 में निर्धारित
इसरो अध्यक्ष वी नारायणन
कुल परीक्षण 9,000
पूरे हुए परीक्षण 7,700 (80%)
शेष परीक्षण 2,300 (मार्च 2026 तक)
प्रक्षेपण यान मानव-रेटेड जीएसएलवी Mk III (LVM-3)
मिशन दल 3 अंतरिक्ष यात्री
मिशन अवधि निम्न पृथ्वी कक्षा में 7 दिन तक
प्रमुख उपलब्धि 2025 GLEX-2025 में भागीदारी
अंतरराष्ट्रीय सहयोग एक्सिओम-4 मिशन में तकनीकी योगदान
ISRO Gaganyaan Test Flight Scheduled for December 2025
  1. इसरो ने दिसंबर 2025 में पहली गगनयान परीक्षण उड़ान की घोषणा की।
  2. अध्यक्ष वी. नारायणन के नेतृत्व में लगभग 80% मिशन परीक्षण पूरे हो गए।
  3. कुल 9,000 परीक्षण, जिनमें से अब तक 7,700 पूरे हो चुके हैं।
  4. शेष 2,300 परीक्षण मार्च 2026 तक पूरे होने हैं।
  5. ₹10,000 करोड़ के बजट के साथ 2018 में मिशन को मंजूरी दी गई।
  6. गगनयान का लक्ष्य 3 अंतरिक्ष यात्रियों को 7 दिनों के लिए LEO में भेजना है।
  7. प्रक्षेपण यान: मानव-रेटेड GSLV Mk III (LVM-3)।
  8. परीक्षणों में क्रू एस्केप सिस्टम और ऑर्बिटल मॉड्यूल सत्यापन शामिल हैं।
  9. केवल अमेरिका, रूस और चीन के पास मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता है।
  10. भारत ने 2025 तक इसरो की 196 उपलब्धियाँ हासिल कर लीं।
  11. इसरो ने GLEX-2025 वैश्विक प्रदर्शनी में अपनी तकनीकों का प्रदर्शन किया।
  12. अंतरग्रहीय मिशनों के लिए उच्च-थ्रस्ट विद्युत प्रणोदन प्रणाली विकसित की।
  13. भारत से 6,500 किलोग्राम वजनी अमेरिकी संचार उपग्रह प्रक्षेपित किया।
  14. आदित्य-L1 से 13 TB सौर डेटा वैश्विक वैज्ञानिकों के साथ साझा किया।
  15. इसरो ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को दर्शाते हुए Axiom-4 मिशन का समर्थन किया।
  16. अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय: राकेश शर्मा (1984, सोयुज T-11)।
  17. गगनयान ने भारत की स्वदेशी मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता को बढ़ावा दिया।
  18. मिशन ने वाणिज्यिक अंतरिक्ष साझेदारी को मजबूत किया।
  19. इसका उद्देश्य भारत को विशिष्ट मानव अंतरिक्ष उड़ान वाले देशों के समूह में शामिल करना है।
  20. क्रू एस्केप सिस्टम सुरक्षा परीक्षणों का एक प्रमुख आकर्षण रहा।

Q1. इसरो की पहली गगनयान परीक्षण उड़ान कब निर्धारित है?


Q2. गगनयान मिशन के लिए कुल कितने परीक्षण योजना में शामिल हैं?


Q3. गगनयान मिशन के लिए कौन-सा प्रक्षेपण यान (launch vehicle) इस्तेमाल किया जाएगा?


Q4. गगनयान मिशन के तहत कितने भारतीय अंतरिक्ष यात्री भेजे जाएंगे?


Q5. अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय कौन थे?


Your Score: 0

Current Affairs PDF August 25

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

News of the Day

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.