2025 में FGM को समाप्त करने का वैश्विक आह्वान
6 फरवरी 2025 को विश्वभर में महिला जननांग विकृति (FGM) के विरुद्ध शून्य सहनशीलता दिवस मनाया गया। इस वर्ष की थीम थी:
“Step Up the Pace: Strengthening Alliances and Building Movements to End FGM”,
जिसका उद्देश्य सरकारों, नागरिक समाज और समुदायों के बीच सहयोग को मजबूत करके 2030 तक FGM को समाप्त करने की गति को तेज़ करना है। यह दिवस FGM को मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के रूप में पहचानता है, जो आज भी लाखों महिलाओं और लड़कियों को प्रभावित करता है।
इस प्रथा का वैश्विक विस्तार
अब तक दुनिया भर में 20 करोड़ से अधिक महिलाएं और लड़कियां FGM का शिकार हो चुकी हैं। 2024 में 44 लाख लड़कियां FGM के खतरे में थीं। पिछले 30 वर्षों में इसकी वैश्विक व्यापकता में एक-तिहाई की गिरावट आई है, फिर भी यह प्रथा अफ्रीका, मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया और यूरोप व अमेरिका के कुछ प्रवासी समुदायों में प्रचलित है। संघर्ष और जलवायु आपदाएं ऐसे प्रयासों को पीछे धकेल सकती हैं।
महिलाओं के स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव
FGM से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं केवल तत्काल दर्द, रक्तस्राव और संक्रमण तक सीमित नहीं होतीं, बल्कि यह प्रजनन संबंधी समस्याएं, दीर्घकालिक पीड़ा, मानसिक आघात (PTSD) और प्रसव के दौरान जटिलताएं उत्पन्न करती है। यह महिलाओं की शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक संभावनाओं को बाधित करता है।
पीड़ितों के नेतृत्व में सामाजिक बदलाव
FGM के खिलाफ सबसे प्रभावी रणनीतियों में से एक रही है FGM से पीड़ित महिलाओं का नेतृत्व। उनके व्यक्तिगत अनुभव विश्वसनीयता और सांस्कृतिक समझ के साथ बदलाव लाते हैं। वे सामाजिक शिक्षा, वैकल्पिक संस्कार और मानसिक स्वास्थ्य समर्थन के लिए सामुदायिक नेटवर्क तैयार कर रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम की वैश्विक भूमिका
2008 से, UNFPA और UNICEF द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए UN कार्यक्रम ने 7 मिलियन लड़कियों को सहायता, 50 मिलियन लोगों को FGM छोड़ने की सार्वजनिक प्रतिज्ञा दिलवाई और 250 मिलियन लोगों तक मीडिया के माध्यम से पहुंच बनाई। यह अब तक का सबसे बड़ा और प्रभावी वैश्विक प्रयास बन चुका है।
शिक्षा और डिजिटल जागरूकता की भूमिका
अब स्कूल पाठ्यक्रम में FGM विरोधी शिक्षा, पुरुषों और लड़कों की भागीदारी, और #EndFGM, #Unite2EndFGM जैसे सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है। डिजिटल माध्यम अब सुरक्षित संवाद, परामर्श और सहयोग का नया मंच बन चुका है।
6 फरवरी का वैश्विक महत्व
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में 6 फरवरी को FGM के विरुद्ध शून्य सहनशीलता दिवस घोषित किया। यह दिन हर वर्ष राजनीतिक प्रतिबद्धता को दोहराने, जागरूकता बढ़ाने और 2030 तक FGM समाप्त करने के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है।
स्टैटिक GK स्नैपशॉट: FGM जागरूकता 2025
तथ्य | विवरण |
मनाने की तिथि | 6 फरवरी 2025 |
घोषणा की गई | संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा (2012) |
2025 की थीम | “Step Up the Pace: Strengthening Alliances and Building Movements to End FGM” |
FGM पीड़ित महिलाएं | 20 करोड़ से अधिक |
2024 में जोखिम में लड़कियां | 44 लाख |
संबंधित UN एजेंसियाँ | UNFPA और UNICEF |
कार्यक्रम की पहुँच | 7M लड़कियाँ सुरक्षित, 50M लोगों ने FGM छोड़ा, 250M तक मीडिया पहुंच |
सामुदायिक प्रयास | पीड़ित नेतृत्व, शिक्षा, स्वास्थ्य, वैकल्पिक संस्कार |
डिजिटल अभियान | #EndFGM, #Unite2EndFGM |
लक्ष्य वर्ष | 2030 तक FGM का वैश्विक उन्मूलन |