जुलाई 19, 2025 12:10 अपराह्न

महिला जननांग विकृति के प्रति शून्य सहनशीलता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2025

समसामयिक मामले: एफजीएम, शून्य सहनशीलता दिवस, यूएनएफपीए, यूनिसेफ, स्टेप अप द पेस थीम, 6 फरवरी, महिला स्वास्थ्य अधिकार, लैंगिक समानता, उत्तरजीवी वकालत, एफजीएम पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम, एफजीएम विरोधी जागरूकता 2025

International Day of Zero Tolerance for Female Genital Mutilation 2025

2025 में FGM को समाप्त करने का वैश्विक आह्वान

6 फरवरी 2025 को विश्वभर में महिला जननांग विकृति (FGM) के विरुद्ध शून्य सहनशीलता दिवस मनाया गया। इस वर्ष की थीम थी:
“Step Up the Pace: Strengthening Alliances and Building Movements to End FGM”,
जिसका उद्देश्य सरकारों, नागरिक समाज और समुदायों के बीच सहयोग को मजबूत करके 2030 तक FGM को समाप्त करने की गति को तेज़ करना है। यह दिवस FGM को मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के रूप में पहचानता है, जो आज भी लाखों महिलाओं और लड़कियों को प्रभावित करता है।

इस प्रथा का वैश्विक विस्तार

अब तक दुनिया भर में 20 करोड़ से अधिक महिलाएं और लड़कियां FGM का शिकार हो चुकी हैं। 2024 में 44 लाख लड़कियां FGM के खतरे में थीं। पिछले 30 वर्षों में इसकी वैश्विक व्यापकता में एक-तिहाई की गिरावट आई है, फिर भी यह प्रथा अफ्रीका, मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया और यूरोप अमेरिका के कुछ प्रवासी समुदायों में प्रचलित है। संघर्ष और जलवायु आपदाएं ऐसे प्रयासों को पीछे धकेल सकती हैं।

महिलाओं के स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव

FGM से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं केवल तत्काल दर्द, रक्तस्राव और संक्रमण तक सीमित नहीं होतीं, बल्कि यह प्रजनन संबंधी समस्याएं, दीर्घकालिक पीड़ा, मानसिक आघात (PTSD) और प्रसव के दौरान जटिलताएं उत्पन्न करती है। यह महिलाओं की शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक संभावनाओं को बाधित करता है।

पीड़ितों के नेतृत्व में सामाजिक बदलाव

FGM के खिलाफ सबसे प्रभावी रणनीतियों में से एक रही है FGM से पीड़ित महिलाओं का नेतृत्व। उनके व्यक्तिगत अनुभव विश्वसनीयता और सांस्कृतिक समझ के साथ बदलाव लाते हैं। वे सामाजिक शिक्षा, वैकल्पिक संस्कार और मानसिक स्वास्थ्य समर्थन के लिए सामुदायिक नेटवर्क तैयार कर रही हैं।

संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम की वैश्विक भूमिका

2008 से, UNFPA और UNICEF द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए UN कार्यक्रम ने 7 मिलियन लड़कियों को सहायता, 50 मिलियन लोगों को FGM छोड़ने की सार्वजनिक प्रतिज्ञा दिलवाई और 250 मिलियन लोगों तक मीडिया के माध्यम से पहुंच बनाई। यह अब तक का सबसे बड़ा और प्रभावी वैश्विक प्रयास बन चुका है।

शिक्षा और डिजिटल जागरूकता की भूमिका

अब स्कूल पाठ्यक्रम में FGM विरोधी शिक्षा, पुरुषों और लड़कों की भागीदारी, और #EndFGM, #Unite2EndFGM जैसे सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है। डिजिटल माध्यम अब सुरक्षित संवाद, परामर्श और सहयोग का नया मंच बन चुका है।

6 फरवरी का वैश्विक महत्व

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में 6 फरवरी को FGM के विरुद्ध शून्य सहनशीलता दिवस घोषित किया। यह दिन हर वर्ष राजनीतिक प्रतिबद्धता को दोहराने, जागरूकता बढ़ाने और 2030 तक FGM समाप्त करने के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है।

स्टैटिक GK स्नैपशॉट: FGM जागरूकता 2025

तथ्य विवरण
मनाने की तिथि 6 फरवरी 2025
घोषणा की गई संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा (2012)
2025 की थीम “Step Up the Pace: Strengthening Alliances and Building Movements to End FGM”
FGM पीड़ित महिलाएं 20 करोड़ से अधिक
2024 में जोखिम में लड़कियां 44 लाख
संबंधित UN एजेंसियाँ UNFPA और UNICEF
कार्यक्रम की पहुँच 7M लड़कियाँ सुरक्षित, 50M लोगों ने FGM छोड़ा, 250M तक मीडिया पहुंच
सामुदायिक प्रयास पीड़ित नेतृत्व, शिक्षा, स्वास्थ्य, वैकल्पिक संस्कार
डिजिटल अभियान #EndFGM, #Unite2EndFGM
लक्ष्य वर्ष 2030 तक FGM का वैश्विक उन्मूलन

International Day of Zero Tolerance for Female Genital Mutilation 2025
  1. 6 फरवरी 2025 कोमहिला जननांग विकृति (FGM) के प्रति शून्य सहनशीलता का अंतरराष्ट्रीय दिवसमनाया गया।
  2. यह दिवस महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ FGM जैसी हानिकारक प्रथाओं को समाप्त करने की वैश्विक अपील है।
  3. 2025 की थीम थी: “Step Up the Pace: Invest, Act, and Eliminate” (गति बढ़ाएं: निवेश करें, कार्रवाई करें, समाप्त करें)।
  4. यह दिवस UNFPA और UNICEF के संयुक्त कार्यक्रम के तहत मनाया गया।
  5. FGM एक मानवाधिकार उल्लंघन है जो बालिकाओं और महिलाओं के जीवन पर दीर्घकालिक प्रभाव डालता है।
  6. यह कुप्रथा मुख्य रूप से अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के कुछ हिस्सों में प्रचलित है।
  7. भारत में FGM का मुद्दा दावूदी बोहरा समुदाय और अन्य अल्पसंख्यकों में चिंता का विषय है।
  8. सर्वाइवर एडवोकेसी समूह अब सक्रिय रूप से समर्थन और जागरूकता अभियान चला रहे हैं।
  9. लैंगिक समानता और महिला स्वास्थ्य अधिकार के लक्ष्यों से यह दिवस जुड़ा है।
  10. FGM पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम 17 देशों में चलाया जा रहा है।
  11. इस दिवस पर सार्वजनिक कार्यक्रम, शैक्षिक सत्र और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है।
  12. FGM के शिकार लोगों की आवाज़ें नीतियों में बदलाव के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
  13. यह दिवस SDG 5 (लैंगिक समानता) के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।
  14. कानूनी उपायों के साथसाथ सामाजिक बदलाव और समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा दिया जाता है।
  15. शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और बाल संरक्षण नेटवर्क इस दिवस के माध्यम से एकजुट होते हैं।
  16. भारत में बढ़ती जागरूकता के बावजूद, एक केंद्रीकृत कानून अब भी अपेक्षित है।
  17. यह दिवस महिला शारीरिक स्वायत्तता और गरिमा की रक्षा करने के लिए समर्पित है।
  18. FGM के खिलाफ वैश्विक अभियान में धार्मिक नेताओं और युवाओं की भागीदारी बढ़ी है।
  19. सामाजिक कार्यकर्तासुनवाई, सुरक्षा और शिक्षाको प्रमुख रणनीति मानते हैं।
  20. यह दिवस हमें FGM जैसी अमानवीय परंपराओं को समाप्त करने के सामूहिक दायित्व की याद दिलाता है।

Q1. महिला जननांग विकृति के लिए शून्य सहनशीलता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस प्रतिवर्ष कब मनाया जाता है?


Q2. 2025 में FGM के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस की थीम क्या थी?


Q3. 2024 में विश्व स्तर पर FGM के खतरे में कितनी लड़कियां थीं?


Q4. कौन-सी संयुक्त राष्ट्र एजेंसियां FGM के विरुद्ध वैश्विक कार्यक्रम का नेतृत्व करती हैं?


Q5. संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक स्तर पर FGM को समाप्त करने का लक्ष्य किस वर्ष तक निर्धारित किया है?


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Daily Current Affairs February 6

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