भारतीय क्रिकेट में एक ऐतिहासिक सम्मान
भारतीय क्रिकेट ने 11 दिसंबर, 2025 को एक प्रतीकात्मक क्षण देखा, जब चंडीगढ़ के पास मुल्लनपुर में महाराजा यादविंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में स्टेडियम स्टैंड का नाम युवराज सिंह और हरमनप्रीत कौर के नाम पर रखा गया।
यह सम्मान खिलाड़ियों को उनके जीवनकाल में सम्मानित करने की भारत की बढ़ती परंपरा को दर्शाता है।
उद्घाटन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरे T20 इंटरनेशनल से पहले किया, जिससे इस अवसर को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।
उत्कृष्टता की दो पीढ़ियों का सम्मान
यह सम्मान भारतीय क्रिकेट के दो युगों को जोड़ता है।
युवराज सिंह व्हाइट-बॉल क्रिकेट में भारत के स्वर्णिम दौर का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि हरमनप्रीत कौर वैश्विक मंच पर भारतीय महिला क्रिकेट के उदय और लचीलेपन का प्रतीक हैं।
स्टैटिक जीके तथ्य: भारत में स्टेडियमों का नाम अक्सर पूर्व शासकों या प्रशासकों के नाम पर रखा जाता है; खिलाड़ियों के नाम पर स्टैंड का नाम रखना एथलीट-केंद्रित पहचान की ओर एक बदलाव है।
युवराज सिंह की स्थायी विरासत
युवराज सिंह को सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के सबसे प्रभावशाली ऑलराउंडरों में से एक के रूप में याद किया जाता है।
2007 T20 विश्व कप के दौरान एक ओवर में उनके छह छक्के क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित क्षणों में से एक हैं।
वह 2011 वनडे विश्व कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट थे, उन्होंने गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझते हुए भी बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दिया।
उनके नाम पर एक स्टैंड का नाम रखना रिकॉर्ड से परे भारतीय क्रिकेट इतिहास में उनकी जगह को पक्का करता है।
हरमनप्रीत कौर और महिला क्रिकेट का उदय
हरमनप्रीत कौर निडर नेतृत्व और निरंतरता के माध्यम से आधुनिक भारतीय महिला क्रिकेट का चेहरा बन गई हैं।
उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली ने वैश्विक टूर्नामेंटों में भारत के दृष्टिकोण को फिर से परिभाषित किया।
उन्होंने हाल ही में भारत को अपना पहला महिला वनडे विश्व कप खिताब दिलाया, जो एक ऐतिहासिक मील का पत्थर था जिसने देश में महिला क्रिकेट की धारणा को बदल दिया।
मुल्लनपुर में उनका स्टैंड खेल पहचान में लैंगिक समानता का एक शक्तिशाली प्रतीक है।
स्टैटिक GK टिप: भारत ने अपना पहला महिला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच 1976 में खेला था, लेकिन बड़े पैमाने पर पहचान 2017 के बाद ही मिली।
राज्य की पहचान और नकद पुरस्कार
पंजाब सरकार ने सम्मान समारोह के दौरान मौद्रिक पुरस्कारों की भी घोषणा की।
हरमनप्रीत कौर, हरलीन देओल और अमनजोत कौर को 11-11 लाख रुपये दिए गए, जबकि मुनीश बाली को 5 लाख रुपये दिए गए।
ये प्रोत्साहन पेशेवर खेलों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने और युवा प्रतिभा विकास को प्रोत्साहित करने पर पंजाब की नीतिगत फोकस को रेखांकित करते हैं।
मुल्लांपुर स्टेडियम का बढ़ता महत्व
यह आयोजन एक और बड़े मील के पत्थर के साथ हुआ क्योंकि मुल्लांपुर स्टेडियम ने अपना पहला पुरुष अंतर्राष्ट्रीय मैच आयोजित किया।
इससे भारत के क्रिकेटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में स्टेडियम का दर्जा बढ़ा।
हरमनप्रीत कौर की उपस्थिति विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी, जो राज्य में महिलाओं और पुरुषों के क्रिकेट विकास के बीच निरंतरता का प्रतीक है।
आधुनिक स्टेडियमों में पंजाब का निवेश अंतर्राष्ट्रीय-मानक खेल स्थलों के लिए भारत के व्यापक प्रयास के अनुरूप है।
स्टैटिक GK तथ्य: पंजाब ने कई भारतीय क्रिकेटर दिए हैं, जिसमें चंडीगढ़ एक प्रमुख क्षेत्रीय क्रिकेट केंद्र के रूप में कार्य करता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| सम्मानित खिलाड़ी | युवराज सिंह और हरमनप्रीत कौर |
| स्टेडियम | महाराजा यादविंद्र सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम |
| स्थान | मुल्लांपुर, न्यू चंडीगढ़, पंजाब |
| सम्मान की तिथि | 11 दिसंबर 2025 |
| अवसर | भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच से पूर्व |
| उद्घाटनकर्ता | पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान |
| नकद पुरस्कार | हरमनप्रीत, हरलीन, अमनजोत को ₹11 लाख; मुनीश को ₹5 लाख |
| प्रमुख उपलब्धि | मुल्लांपुर स्टेडियम में पहला पुरुष अंतरराष्ट्रीय मैच |
| व्यापक महत्व | पुरुष और महिला क्रिकेट के योगदान की मान्यता |





