अक्टूबर 17, 2025 6:29 पूर्वाह्न

रोज़गार योजना के माध्यम से बिहार में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा

चालू घटनाएँ: प्रधानमंत्री मोदी, ₹10,000 हस्तांतरण, 75 लाख महिलाएँ, मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना, बिहार चुनाव 2025, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT), ग्रामीण विकास विभाग, जीविका स्वयं सहायता समूह, ₹2 लाख अनुदान, महिला उद्यमी

Women Empowerment Boost in Bihar through Rozgar Yojana

महिला सशक्तिकरण पहल

26 सितम्बर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत ₹7,500 करोड़ की राशि वितरित करेंगे। इस योजना के तहत 75 लाख महिला लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से ₹10,000 दिए जाएँगे। यह पहल सरकार की आर्थिक सशक्तिकरण पर प्राथमिकता को दर्शाती है और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक महत्व भी रखती है।
स्थैतिक तथ्य: DBT की शुरुआत भारत में 2013 में की गई थी ताकि कल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता और रिसाव में कमी लाई जा सके।

योजना के उद्देश्य

इस योजना का उद्देश्य महिलाओं के लिए स्व-रोजगार के अवसर पैदा करना है। लाभार्थी इस बीज धन का उपयोग दर्जी कार्य, दुकान, या कृषि गतिविधियों जैसे छोटे कारोबार शुरू करने में कर सकती हैं। छह महीने बाद प्रदर्शन-आधारित ₹2 लाख का अनुदान मिलेगा, जिससे सतत उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा।
स्थैतिक टिप: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत बिहार महिला-नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों की संख्या में अग्रणी राज्यों में है।

क्रियान्वयन ढाँचा

ग्राम्य क्षेत्रों में ग्रामीण विकास विभाग और शहरी क्षेत्रों में शहरी विकास विभाग इस कार्यक्रम को लागू करेंगे। अब तक 1.11 करोड़ से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। यह योजना जीविका स्वयं सहायता समूह (SHG) नेटवर्क के माध्यम से लागू की जा रही है, जो पहले से ही बिहार में सफल मॉडल है।

पात्रता नियम

पात्र महिलाओं की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए, वे परमाणु परिवार से हों और आयकर दाता न हों। अविवाहित अनाथ महिलाएँ और स्वयं सहायता समूह (SHG) की सदस्याएँ भी पात्र हैं। इससे यह सुनिश्चित किया गया है कि योजना का लाभ उन महिलाओं तक पहुँचे जिनकी औपचारिक ऋण व्यवस्था तक पहुँच सीमित है।
स्थैतिक तथ्य: बिहार में जीविका कार्यक्रम के तहत 1.3 करोड़ से अधिक महिलाएँ SHGs से जुड़ी हैं।

जागरूकता और क्रियान्वयन

जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ज़िला, प्रखंड और गाँव स्तर पर जागरूकता और वितरण कार्यक्रम आयोजित करें। क्लस्टर-स्तरीय महासंघ और ग्राम संगठन सक्रिय रूप से शामिल हैं। यह रणनीति SHG पारिस्थितिकी तंत्र को योजना से जोड़ती है जिससे समावेशिता और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो।

राजनीतिक और सामाजिक महत्व

यह योजना केवल सामाजिक पहल नहीं है बल्कि चुनावी रणनीति भी है। महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता देकर सरकार ग्रामीण समर्थन आधार को मजबूत करना चाहती है। बिहार में पहले के चुनावों में महिला मत निर्णायक भूमिका निभा चुकी हैं, जिससे यह योजना राजनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है।
स्थैतिक टिप: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत लगभग 60% था, जो पुरुषों से अधिक था।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
योजना का नाम मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना
लॉन्च तिथि 26 सितम्बर 2025
लाभार्थी बिहार की 75 लाख महिलाएँ
पहली किस्त प्रति महिला ₹10,000 (DBT द्वारा)
कुल वितरण ₹7,500 करोड़
अनुवर्ती अनुदान छह महीने बाद ₹2 लाख
क्रियान्वयन एजेंसियाँ ग्रामीण विकास और शहरी विकास विभाग
पात्रता आयु 18 से 60 वर्ष
आवेदन स्थिति 1.11 करोड़ से अधिक आवेदन प्राप्त
राजनीतिक संदर्भ बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से जुड़ा
Women Empowerment Boost in Bihar through Rozgar Yojana
  1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 सितंबर 2025 को बिहार में रोज़गार योजना का शुभारंभ किया।
  2. इस योजना का उद्देश्य पूरे बिहार में 75 लाख महिला लाभार्थियों को सशक्त बनाना है।
  3. प्रत्येक महिला को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से ₹10,000 मिलते हैं।
  4. कुल ₹7,500 करोड़ सीधे महिलाओं के बैंक खातों में वितरित किए गए।
  5. छह महीने बाद, ₹2 लाख का प्रदर्शन-आधारित अनुदान दिया जाएगा।
  6. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले योजना शुरू की गई।
  7. ग्रामीण विकास और शहरी विकास विभागों द्वारा कार्यान्वित।
  8. आवेदनों की संख्या11 करोड़ को पार कर गई है, जो भारी मांग को दर्शाता है।
  9. यह योजना जीविका स्वयं सहायता समूह (SHG) नेटवर्क के माध्यम से संचालित की जाती है।
  10. पात्रता: 18-60 वर्ष की आयु की महिलाएं, कर न देने वाली।
  11. बिना माता-पिता वाली अविवाहित महिलाएं भी इस योजना के अंतर्गत आती हैं।
  12. बिहार में जीविका के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों में3 करोड़ महिलाएं हैं।
  13. लाभार्थी सिलाई, दुकान या कृषि उद्यमों के लिए धन का उपयोग कर सकते हैं।
  14. कल्याणकारी योजनाओं में लीकेज को रोकने के लिए 2013 में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्रणाली शुरू की गई थी।
  15. जिलाधिकारियों को जागरूकता और वितरण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
  16. क्लस्टर फेडरेशन और ग्राम संगठन समावेशी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं।
  17. यह योजना ग्रामीण और शहरी महिलाओं में वित्तीय स्वतंत्रता का निर्माण करती है।
  18. 2020 के बिहार चुनावों में महिला मतदाताओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान किया।
  19. यह योजना सामाजिक सशक्तिकरण और राजनीतिक रणनीति दोनों का काम करती है।
  20. बिहार महिला उद्यमिता के लिए एक आदर्श राज्य के रूप में उभरा है।

Q1. मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत कितनी महिला लाभार्थियों को धनराशि दी जाएगी?


Q2. प्रत्येक महिला लाभार्थी को पहली किस्त के रूप में कितनी राशि दी जाएगी?


Q3. छह महीने बाद वादा की गई अनुवर्ती अनुदान राशि कितनी है?


Q4. इस योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी किन विभागों की है?


Q5. यह योजना बिहार में राजनीतिक रूप से क्यों महत्वपूर्ण है?


Your Score: 0

Current Affairs PDF September 30

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

News of the Day

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.