संविधान पर दृष्टिकोण
“संविधान क्यों महत्वपूर्ण है” पुस्तक पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति धनंजय वाई. चंद्रचूड़ का पहला कार्य है। वे भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश रहे और नवंबर 2024 में सेवानिवृत्त हुए। यह पुस्तक उनके लगभग 25 वर्षों के न्यायिक अनुभव पर आधारित है, जिसमें न्यायिक दृष्टिकोण के साथ नागरिकों को संवैधानिक मूल्यों से जोड़ने का आह्वान किया गया है।
विषय और दृष्टिकोण
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने संवैधानिक सिद्धांतों को सरल और स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत किया है, कानूनी जटिल शब्दावली से बचते हुए। इसमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, असहमति, निजता का अधिकार जैसे मौलिक अधिकारों के साथ लैंगिक समानता, बहुलवाद और पर्यावरण न्याय पर भी चर्चा की गई है।
स्थैतिक GK टिप: भारत का सर्वोच्च न्यायालय, अनुच्छेद 124 के तहत स्थापित, 28 जनवरी 1950 से कार्यरत है।
लेखक की दृष्टि
लेखक का कहना है कि यह पुस्तक कोई कानूनी टिप्पणी नहीं, बल्कि एक नागरिक मार्गदर्शिका है जो हर नागरिक को संविधान की सच्ची भावना को साकार करने के लिए प्रेरित करती है। इसमें समलैंगिकता अपराधमुक्ति, निजता का अधिकार और सशस्त्र बलों में लैंगिक समानता जैसे ऐतिहासिक मामलों का हवाला देकर न्यायिक सिद्धांतों को रोजमर्रा की जिंदगी से जोड़ा गया है।
स्थैतिक GK तथ्य: केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य (1973) और मिनर्वा मिल्स बनाम भारत संघ (1980) मामलों में स्थापित मूल संरचना सिद्धांत संसद की संशोधन शक्ति को सीमित करता है ताकि संविधान की मूल रूपरेखा सुरक्षित रहे।
शैली और महत्व
यह पुस्तक न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की न्यायिक यात्रा को दर्शाती है और संवैधानिक मूल्यों को वकीलों और आम नागरिकों दोनों के लिए सहज बनाती है। इसमें दिखाया गया है कि किस तरह अदालत के फैसले सामाजिक परिवर्तन लाते हैं और लोकतांत्रिक आदर्शों को बनाए रखते हैं।
स्थैतिक GK टिप: न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ 9 नवंबर 2022 से 10 नवंबर 2024 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश रहे और मई 2016 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने।
नागरिकों के लिए आह्वान
आंशिक आत्मकथा और आंशिक घोषणापत्र के रूप में यह पुस्तक ऐसे समय में आई है जब संवैधानिक मूल्यों को चुनौतियां मिल रही हैं। यह पाठकों से आग्रह करती है कि वे संविधान को एक जीवंत दस्तावेज मानें, जो भारत के लोकतंत्र, न्याय और समानता का केंद्र है।
स्थैतिक GK तथ्य: भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति अनुच्छेद 124(2) के तहत राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। द्वितीय न्यायाधीश मामला (1993) के अनुसार नियुक्ति में वरिष्ठता का सिद्धांत लागू होता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
पुस्तक | संविधान क्यों महत्वपूर्ण है – न्यायमूर्ति धनंजय वाई. चंद्रचूड़, पूर्व मुख्य न्यायाधीश |
प्रकाशन | पेंगुइन रैंडम हाउस द्वारा अगस्त 2025 में प्रस्तावित |
लेखक का कार्यकाल | नवंबर 2022 से नवंबर 2024 तक मुख्य न्यायाधीश; मई 2016 से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश |
मुख्य विषय | निजता का अधिकार, समलैंगिकता अपराधमुक्ति, सशस्त्र बलों में लैंगिक समानता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, बहुलवाद, पर्यावरण न्याय |
उद्देश्य | संवैधानिक विचारों को सरल बनाना और नागरिकों को भारत के लोकतांत्रिक ढांचे से जोड़ना |