जुलाई 20, 2025 8:17 पूर्वाह्न

WHO ने मेनिन्जाइटिस प्रबंधन के लिए पहली बार दिशानिर्देश जारी किए

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WHO Issues First-Ever Guidelines for Meningitis Management

वैश्विक स्वास्थ्य नीति में एक ऐतिहासिक पहल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मेनिन्जाइटिस जैसी घातक संक्रामक बीमारी के प्रबंधन हेतु अपने पहले क्लीनिकल दिशानिर्देश 2025 में जारी किए हैं। यह रणनीतिक रोडमैप दुनिया भर में इस बीमारी की पहचान, उपचार और निगरानी के तरीकों में बदलाव लाने के लिए तैयार किया गया है। विशेष रूप से बैक्टीरियल मेनिन्जाइटिस, जो 24 घंटे के भीतर जानलेवा हो सकती है, के कारण इस कदम की तत्काल आवश्यकता है। इन दिशानिर्देशों का उद्देश्य मृत्यु दर घटाने के साथ-साथ दीर्घकालिक पुनर्वास परिणामों को सुधारना भी है।

मेनिन्जाइटिस संकट को समझना

मेनिन्जाइटिस एक संक्रमण है जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को घेरे रहने वाली सुरक्षा झिल्लियों (meninges) में सूजन पैदा करता है। इस रोग के विभिन्न रूपों में, बैक्टीरियल मेनिन्जाइटिस सबसे खतरनाक है और शीघ्र उपचार न मिलने पर यह मृत्यु या स्थायी विकलांगता का कारण बन सकता है। 2019 में, दुनिया भर में 2.5 मिलियन मामले सामने आए, जिनमें से 1.6 मिलियन बैक्टीरियल थे और लगभग 2,40,000 मौतें हुईं। और भी चिंताजनक बात यह है कि 20% बचे मरीजों को स्थायी स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे शारीरिक विकलांगता और तंत्रिका संबंधी विकार, झेलने पड़ते हैं। यह बीमारी सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करती है, लेकिन निम्नआय वाले देशों में बच्चों और युवाओं में यह सबसे अधिक जानलेवा है।

WHO की पांच स्तंभीय कार्य योजना

WHO ने इस नई रणनीति को पांच मुख्य क्षेत्रों पर आधारित बनाया है। सबसे पहले, यह तेज़ और समय पर निदान और उपचार को बढ़ावा देता है। दूसरा, यह नई और सस्ती वैक्सीन के विकास पर जोर देता है जो विभिन्न बैक्टीरिया प्रजातियों से लड़ सकें। तीसरा, यह टीकाकरण कवरेज बढ़ाने की बात करता है, विशेषकर पिछड़े क्षेत्रों में। चौथा, यह प्रकोप से निपटने के लिए स्वास्थ्य तंत्र की तत्परता को मजबूत करने पर बल देता है। और पांचवां, यह सशक्त निगरानी प्रणाली विकसित करने की आवश्यकता को उजागर करता है ताकि संक्रमण की शुरुआती अवस्था में पहचान और नियंत्रण संभव हो सके। ये सभी स्तंभ मृत्यु दर और दीर्घकालिक विकलांगता को कम करने में सहायक सिद्ध होंगे।

वैश्विक स्वास्थ्य प्रभाव और भविष्य की दिशा

WHO का यह प्रयास केवल आपातकालीन स्थितियों में जीवन बचाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संक्रमणीय रोगों से निपटने के देशों के दृष्टिकोण को बदलने की दिशा में एक कदम है। बैक्टीरियल मेनिन्जाइटिस हर छह में से एक संक्रमित व्यक्ति की जान लेता है, फिर भी अधिकांश देशों के पास कोई व्यापक जवाबी योजना नहीं है। ये दिशानिर्देश सरकारों और स्वास्थ्य एजेंसियों को अस्पतालों की देखभाल मजबूत करने, वैक्सीन कवरेज बढ़ाने और फंडिंग प्राथमिकताओं को तय करने के लिए एक संरचित ढांचा प्रदान करेंगे। WHO प्रारंभिक हस्तक्षेप और रोकथाम आधारित दृष्टिकोण को प्रमुखता देकर दशकों से उपेक्षित इस बीमारी के विरुद्ध समन्वित वैश्विक लड़ाई की नींव रख रहा है।

STATIC GK SNAPSHOT

विषय विवरण
रोग का नाम मेनिन्जाइटिस (मुख्य रूप से बैक्टीरियल)
WHO दिशानिर्देश जारी वर्ष 2025
वैश्विक मामले (2019) 2.5 मिलियन
बैक्टीरियल मामले (2019) 1.6 मिलियन
वैश्विक मौतें (2019) 2,40,000
दीर्घकालिक विकलांगता दर 20%
WHO की कार्रवाई स्तंभ निदान, वैक्सीन, टीकाकरण, प्रकोप प्रतिक्रिया, निगरानी
सर्वाधिक प्रभावित समूह बच्चे और निम्न-आय वाले देशों के युवा
Static GK महत्त्व स्वास्थ्य नीतियाँ, WHO कार्य योजनाएं, वैश्विक संक्रमण नियंत्रण
WHO Issues First-Ever Guidelines for Meningitis Management
  1. WHO ने 2025 में मेंजिन्जाइटिस के प्रबंधन के लिए पहली बार क्लिनिकल दिशानिर्देश जारी किए।
  2. बैक्टीरियल मेंजिन्जाइटिस सबसे खतरनाक है और यह 24 घंटे के भीतर जानलेवा हो सकता है।
  3. 2019 में वैश्विक स्तर पर मेंजिन्जाइटिस के5 मिलियन मामले दर्ज किए गए थे।
  4. इनमें से 6 मिलियन बैक्टीरियल थे, जिससे लगभग 2,40,000 मौतें हुईं।
  5. लगभग 20% जीवित बचे मरीज दीर्घकालिक विकलांगता या न्यूरोलॉजिकल क्षति से पीड़ित रहते हैं।
  6. यह बीमारी मुख्य रूप से कम आय वाले देशों के बच्चों और युवाओं को प्रभावित करती है।
  7. मेंजिन्जाइटिस में मस्तिष्क और मेरुरज्जु की झिल्लियों (meninges) में सूजन होती है।
  8. WHO की कार्य योजना में पाँच प्रमुख हस्तक्षेप क्षेत्र शामिल हैं।
  9. पहला स्तंभ त्वरित निदान और समय पर उपचार सुनिश्चित करना है।
  10. दूसरा स्तंभ सस्ते टीकों के विकास पर केंद्रित है।
  11. तीसरा लक्ष्य वैश्विक टीकाकरण कवरेज में सुधार लाना है।
  12. चौथा स्तंभ स्वास्थ्य प्रणालियों को मज़बूत करके प्रकोप प्रतिक्रिया की तैयारी करता है।
  13. पाँचवाँ स्तंभ रोग निगरानी और प्रारंभिक पहचान से जुड़ा है।
  14. ये दिशानिर्देश जीवन रक्षा और पुनर्प्राप्ति की गुणवत्ता दोनों को बढ़ावा देते हैं।
  15. WHO ने जल्द हस्तक्षेप को घातक परिणामों से बचाव का मुख्य उपाय बताया है।
  16. कई देशों में अब तक इस बीमारी के लिए कोई व्यापक प्रतिक्रिया प्रणाली नहीं है।
  17. यह रोडमैप सरकारों को मेंजिन्जाइटिस देखभाल और टीकों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  18. दिशानिर्देश ग्लोबल न्यूरोलॉजिकल हेल्थ स्ट्रैटेजी के अनुरूप हैं।
  19. WHO ने कमज़ोर स्वास्थ्य क्षेत्रों में तत्परता बढ़ाने का आह्वान किया है।
  20. यह कदम WHO द्वारा वैश्विक संक्रामक रोग नियंत्रण में एक महत्वपूर्ण प्रगति माना जा रहा है।

 

Q1. WHO के पहले मेनिन्जाइटिस दिशा-निर्देशों का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q2. 2019 में वैश्विक स्तर पर कितने मेनिन्जाइटिस मामले दर्ज किए गए थे?


Q3. मेनिन्जाइटिस से बचने वाले कितने प्रतिशत रोगियों में दीर्घकालिक विकलांगता विकसित होती है?


Q4. कौन-सा समूह बैक्टीरियल मेनिन्जाइटिस के लिए सबसे अधिक संवेदनशील है?


Q5. निम्नलिखित में से कौन-सा WHO के पांच प्रमुख मेनिन्जाइटिस स्तंभों में शामिल नहीं है?


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