ऐतिहासिक नियुक्ति
भारतीय पर्यावरणविद् विवेक मेनन को IUCN स्पीशीज़ सर्वाइवल कमीशन (SSC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जिससे वे इस संगठन के 75 वर्ष के इतिहास में पहले एशियाई अध्यक्ष बने हैं।
SSC, 11,000 से अधिक स्वयंसेवी विशेषज्ञों का एक वैश्विक नेटवर्क है, जो प्रजातियों की रक्षा और जैव विविधता बनाए रखने में केंद्रीय भूमिका निभाता है।
यह उपलब्धि वैश्विक संरक्षण नेतृत्व में भारत की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करती है।
Static GK Fact: IUCN (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ़ नेचर) की स्थापना 1948 में हुई थी और इसका मुख्यालय ग्लैंड, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
IUCN स्पीशीज़ सर्वाइवल कमीशन की भूमिका
SSC विज्ञान और नीतियों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करता है, जो प्रजातियों के पुनर्वास और संरक्षण रणनीतियाँ तैयार करता है।
यह IUCN रेड लिस्ट के माध्यम से प्रजातियों के विलुप्ति जोखिम का आकलन करता है।
इसके सुझाव संयुक्त राष्ट्र की नीतियों और राष्ट्रीय जैव विविधता कार्यक्रमों का मार्गदर्शन करते हैं।
Static GK Tip: IUCN रेड लिस्ट प्रजातियों को Critically Endangered (गंभीर रूप से संकटग्रस्त), Endangered (संकटग्रस्त) और Vulnerable (असुरक्षित) जैसी श्रेणियों में वर्गीकृत करती है।
संरक्षण में विवेक मेनन की यात्रा
विवेक मेनन वाइल्डलाइफ़ ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया (WTI) के संस्थापक और सीईओ हैं तथा पाँच प्रमुख संरक्षण संगठनों के सह-संस्थापक रहे हैं।
उनका कार्यक्षेत्र हाथी संरक्षण, अवैध शिकार नियंत्रण, और आवास पुनर्स्थापन पर केंद्रित है।
उनके नेतृत्व में एशियन एलीफ़ेंट कॉरिडोर इनिशिएटिव जैसी परियोजनाओं ने भारत भर में हाथियों के प्रवासन मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित की है।
उन्होंने हजारों वन अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वन्यजीव संरक्षण नीतियों के निर्माण में योगदान दिया है।
उनकी उपलब्धियाँ वैज्ञानिक विशेषज्ञता और जमीनी क्रियान्वयन का उत्कृष्ट संयोजन हैं।
IUCN में नेतृत्व
अध्यक्ष बनने से पहले, मेनन ने एशियाई हाथियों पर विशेषज्ञ समूहों का नेतृत्व किया और वैश्विक संरक्षण नीतियाँ तैयार करने वाली समितियों में सक्रिय भूमिका निभाई।
उनकी यह नियुक्ति एक ऐतिहासिक मोड़ है, जो एशियाई दृष्टिकोण को SSC के उच्चतम निर्णय–निर्माण स्तर में सम्मिलित करती है।
अध्यक्ष के रूप में, वे नीतिगत प्रभाव को बढ़ाने, समुदाय–आधारित संरक्षण को प्रोत्साहन देने और सीमापार सहयोग को सुदृढ़ करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
Static GK Fact: भारत विश्व के एशियाई हाथियों की कुल आबादी का लगभग 60% हिस्सा अपने यहाँ रखता है, जिससे इसका संरक्षण वैश्विक स्तर पर अत्यंत महत्वपूर्ण बनता है।
सम्मान और पुरस्कार
विवेक मेनन को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए कई अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुए हैं।
उन्हें क्लार्क आर. बैविन पुरस्कार (Clark R. Bavin Award) वन्यजीव कानून प्रवर्तन के लिए और व्हिटली कंटिन्युएशन पुरस्कार (Whitley Continuation Award) दीर्घकालिक संरक्षण प्रभाव के लिए दिया गया।
साल 2024 में उन्हें लंदन की लिनियन सोसाइटी का फेलो चुना गया — यह विश्व की सबसे पुरानी सक्रिय जैविक संस्था है।
Static GK Tip: लिनियन सोसाइटी ऑफ़ लंदन की स्थापना 1788 में हुई थी और इसका नाम स्वीडिश वनस्पतिविद् कार्ल लीनियस के नाम पर रखा गया है।
भविष्य के लिए दृष्टिकोण
अध्यक्ष के रूप में, मेनन का उद्देश्य SSC को अधिक समावेशी, लचीला और विज्ञान–आधारित निकाय में परिवर्तित करना है।
उनका नेतृत्व क्षेत्रीय संरक्षण नेटवर्कों को सशक्त करेगा और विकासशील देशों की भागीदारी को बढ़ावा देगा।
उनका ध्यान जलवायु परिवर्तन, आवास क्षति और प्रजाति तस्करी जैसी उभरती चुनौतियों पर केंद्रित रहेगा।
उनकी नियुक्ति जैव विविधता शासन और सतत विकास में एशियाई विशेषज्ञता की वैश्विक मान्यता का प्रतीक है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
नाम | विवेक मेनन |
पद | IUCN स्पीशीज़ सर्वाइवल कमीशन के पहले एशियाई अध्यक्ष |
संगठन | इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ़ नेचर (IUCN) |
स्थापना वर्ष | 1948 |
मुख्यालय | ग्लैंड, स्विट्ज़रलैंड |
वैश्विक नेटवर्क | 11,000 से अधिक विशेषज्ञ |
प्रमुख पुरस्कार | क्लार्क आर. बैविन पुरस्कार, व्हिटली कंटिन्युएशन पुरस्कार |
भारतीय योगदान | वाइल्डलाइफ़ ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया, एलीफ़ेंट कॉरिडोर पहल |
हालिया सम्मान | लिनियन सोसाइटी ऑफ़ लंदन के फेलो (2024) |
प्रमुख क्षेत्र | जैव विविधता संरक्षण, नीतिगत नेतृत्व, समावेशिता |