अक्टूबर 17, 2025 6:32 पूर्वाह्न

कमज़ोर अल्पसंख्यक समूहों के कल्याण के लिए उम्मीद पोर्टल मॉड्यूल

चालू घटनाएँ: UMEED पोर्टल, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, वक्फ बोर्ड, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT), डिजिटल गवर्नेंस, विधवाओं का कल्याण, तलाकशुदा महिलाओं का समर्थन, अनाथों की योजना, सामाजिक न्याय, मुतवल्ली

UMEED Portal Module for Welfare of Vulnerable Minority Groups

परिचय

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने UMEED पोर्टल पर एक विशेष मॉड्यूल शुरू किया है, जो विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं और अनाथ बच्चों को भरण-पोषण सहायता प्रदान करेगा। यह पहल वक्फअलालऔलाद संपत्तियों से प्राप्त धन से संचालित होगी और UMEED नियम 2025 के तहत लागू की गई है। इस कदम से कमजोर वर्गों को पारदर्शी और समय पर वित्तीय सहायता सुनिश्चित होने की उम्मीद है।

वक्फ कल्याण में डिजिटल परिवर्तन

यह पोर्टल वक्फ प्रशासन के डिजिटलीकरण की दिशा में बड़ा कदम है। लाभार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, जिनकी आधारआधारित प्रमाणीकरण से पुष्टि होगी और सहायता राशि सीधे DBT प्रणाली से बैंक खातों में पहुंचेगी। इस डिजिटल ढाँचे से मैनुअल देरी कम होगी और पारदर्शिता बढ़ेगी।
स्थिर जीके तथ्य: वक्फ इस्लामी कानून के अंतर्गत धार्मिक या परोपकारी उद्देश्यों के लिए संपत्ति के स्थायी समर्पण को कहते हैं।

मॉड्यूल की प्रमुख विशेषताएँ

नया UMEED मॉड्यूल निम्नलिखित सुविधाएँ प्रदान करता है:

  • पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन
  • लाभार्थियों का आधार-लिंक्ड सत्यापन
  • बैंक खातों में सीधे वित्तीय सहायता का हस्तांतरण
  • राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश वक्फ बोर्ड द्वारा कार्यान्वयन की निगरानी
    यह एकीकृत दृष्टिकोण कार्यकुशलता और नागरिक-केंद्रित कल्याण सुनिश्चित करता है।
    स्थिर जीके टिप: भारत में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) प्रणाली 2013 में शुरू की गई थी ताकि सब्सिडी और योजनाओं में होने वाली गड़बड़ियों को रोका जा सके।

सामाजिक न्याय और समावेशन सुनिश्चित करना

यह पहल उन अल्पसंख्यक समुदायों की महिलाओं और बच्चों को प्राथमिकता देती है जो आर्थिक संकट का सामना करते हैं। यह सरकार के समावेशी विकास एजेंडे से जुड़ा हुआ है और कल्याणकारी योजनाओं से वंचित होने के जोखिम को कम करता है। वक्फ संसाधनों को डिजिटल ढाँचे में शामिल कर यह पोर्टल उनके पारंपरिक सामुदायिक कल्याणकारी भूमिका को आधुनिक रूप देता है।
स्थिर जीके तथ्य: भारत की 2011 जनगणना के अनुसार, देश की लगभग 19% आबादी अल्पसंख्यकों की है, जिनमें मुसलमान सबसे बड़ा समुदाय हैं।

वक्फ बोर्ड और मुतवल्लियों की भूमिका

मंत्रालय ने इस योजना की सफलता में राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश वक्फ बोर्डों और मुतवल्लियों (वक्फ संपत्तियों के संरक्षक) की भूमिका पर बल दिया है। उनकी जिम्मेदारियों में जागरूकता फैलाना, आवेदनों का सत्यापन करना और समय पर धनराशि का वितरण सुनिश्चित करना शामिल है। केंद्रीय पोर्टल और स्थानीय बोर्डों के बीच समन्वय से अंतिम स्तर तक लाभ पहुंचाना आसान होगा।
स्थिर जीके तथ्य: केंद्रीय वक्फ परिषद की स्थापना 1964 में वक्फ अधिनियम के तहत वक्फ संपत्ति प्रशासन पर सलाह देने के लिए की गई थी।

निष्कर्ष

UMEED मॉड्यूल अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। पारंपरिक वक्फ संसाधनों को डिजिटल गवर्नेंस से जोड़कर यह पहल कमजोर वर्गों तक जवाबदेही और गति के साथ सहायता पहुँचाने को सुनिश्चित करती है।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
पहल शुरू करने वाला मंत्रालय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय
योजना का नाम UMEED पोर्टल मॉड्यूल
लॉन्च वर्ष 2025
लाभार्थी विधवाएँ, तलाकशुदा महिलाएँ, अल्पसंख्यक समुदायों के अनाथ
धन का स्रोत वक्फ-अलाल-औलाद संपत्तियाँ
सत्यापन प्रणाली आधार-आधारित प्रमाणीकरण
हस्तांतरण विधि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT)
कार्यान्वयन संस्थाएँ राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश वक्फ बोर्ड, मुतवल्ली
नियम ढाँचा UMEED नियम 2025
मुख्य उद्देश्य कमजोर वर्गों को पारदर्शी और समय पर सहयोग
UMEED Portal Module for Welfare of Vulnerable Minority Groups
  1. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने उम्मीद पोर्टल 2025 लॉन्च किया।
  2. यह योजना विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं और अनाथों का समर्थन करती है।
  3. वक्फ-अल-औलाद संपत्तियों से धनराशि प्राप्त की जाती है।
  4. लाभार्थियों का सत्यापन आधार-आधारित प्रमाणीकरण प्रणाली के माध्यम से किया जाता है।
  5. सहायता प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुँचती है।
  6. उम्मीद नियम 2025 नियामक ढाँचा प्रदान करते हैं।
  7. वक्फ का अर्थ है दान के उद्देश्यों के लिए स्थायी संपत्ति समर्पण।
  8. डीबीटी प्रणाली औपचारिक रूप से 2013 में शुरू की गई थी।
  9. राज्य और केंद्र शासित प्रदेश वक्फ बोर्ड कार्यान्वयन की निगरानी करते हैं।
  10. मुतवल्ली वक्फ संपत्तियों के संरक्षक के रूप में कार्य करते हैं।
  11. यह योजना धन का पारदर्शी और समय पर वितरण सुनिश्चित करती है।
  12. यह अल्पसंख्यक समुदायों के बीच सामाजिक समानता को बढ़ावा देती है।
  13. यह पहल सरकार के समावेशी विकास एजेंडे के अनुरूप है।
  14. भारत की जनसंख्या में अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी 19% है।
  15. मुसलमान भारत में सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय बने हुए हैं।
  16. केंद्रीय वक्फ परिषद की स्थापना 1964 में हुई थी।
  17. बोर्ड जागरूकता पैदा करते हैं और प्रस्तुत कल्याणकारी आवेदनों का सत्यापन करते हैं।
  18. प्रौद्योगिकी सामुदायिक कल्याण वितरण में दक्षता बढ़ाती है।
  19. उम्मीद पोर्टल नागरिक-केंद्रित डिजिटल शासन मॉडल सुनिश्चित करता है।
  20. यह पारंपरिक वक्फ संसाधनों को आधुनिक प्रणालियों के साथ जोड़ता है।

Q1. 2025 में UMEED पोर्टल मॉड्यूल किस मंत्रालय ने लॉन्च किया?


Q2. UMEED पोर्टल योजना के लिए मुख्य वित्तीय स्रोत क्या है?


Q3. UMEED पोर्टल के तहत लाभार्थियों का सत्यापन कैसे किया जाता है?


Q4. भारत में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रणाली औपचारिक रूप से कब शुरू की गई थी?


Q5. भारत में केंद्रीय वक़्फ़ परिषद (Central Waqf Council) की स्थापना कब हुई थी?


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