नीति की दृष्टि
राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति (NLP) 2022 को एक तकनीकी रूप से सक्षम, लागत-प्रभावी, लचीला, टिकाऊ और विश्वसनीय लॉजिस्टिक्स पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, व्यापार प्रतिस्पर्धा को मजबूत करना और समावेशी विकास सुनिश्चित करना है। इस नीति को व्यापक लॉजिस्टिक्स कार्य योजना (CLAP) के माध्यम से लागू किया गया है, जो इसका रोडमैप है।
लॉजिस्टिक्स क्षेत्र का योगदान
भारत का लॉजिस्टिक्स क्षेत्र GDP में 13–14% योगदान करता है और 2.2 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है। आपूर्ति श्रृंखला गतिविधियों के विस्तार के साथ, इस क्षेत्र से 2027 तक 1 करोड़ नए रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
स्थिर सामान्य ज्ञान तथ्य: लॉजिस्टिक्स में परिवहन, गोदाम, सूची प्रबंधन और आपूर्ति श्रृंखला समन्वय शामिल हैं, जो वैश्विक व्यापार दक्षता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
लक्ष्य और मील के पत्थर
NLP ने आने वाले दशक के लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित किए। एक लक्ष्य 2030 तक लॉजिस्टिक्स लागत को वैश्विक मानकों तक घटाना है, जिससे भारत उन प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की श्रेणी में आ सके जहां लागत औसतन GDP का 8–9% होती है। दूसरा लक्ष्य विश्व बैंक के लॉजिस्टिक्स प्रदर्शन सूचकांक (LPI) में भारत की रैंक को 2030 तक शीर्ष 25 में लाना है।
तीन वर्षों में उपलब्धियां
एकीकृत लॉजिस्टिक्स इंटरफ़ेस प्लेटफ़ॉर्म (ULIP) ने 160 करोड़ से अधिक डिजिटल लेनदेन पूरे किए हैं, जिससे 101 अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (ICDs) में वास्तविक समय दृश्यता सुनिश्चित हुई है। यह डिजिटल एकीकरण देरी को कम कर रहा है और पारदर्शिता बढ़ा रहा है।
लॉजिस्टिक्स ईज़ अक्रॉस डिफरेंट स्टेट्स (LEADS) सूचकांक ने राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित किया है। 2023 में विश्व बैंक के LPI में भारत की स्थिति 38वें स्थान पर सुधरी, जो इस नीति के प्रभाव को दर्शाती है।
क्षमता निर्माण के क्षेत्र में, 65,000 पेशेवरों को लॉजिस्टिक्स में प्रशिक्षित किया गया है और 100 से अधिक विश्वविद्यालयों ने लॉजिस्टिक्स-केंद्रित शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू किए हैं।
सरकारी पहलें
NLP का पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान से निकट संबंध है, जो अवसंरचना परियोजनाओं को बहु-मोडल रूप में एकीकृत करता है ताकि बाधाओं को कम किया जा सके।
बहु-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क
सरकार 35 बहु-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLPs) को रणनीतिक स्थानों पर विकसित कर रही है ताकि रेल, सड़क, वायु और जलमार्ग कनेक्टिविटी की दक्षता बढ़ाई जा सके।
स्थिर सामान्य ज्ञान सुझाव: पहला MMLP प्रोजेक्ट असम के जोगीघोपा में भारतमाला पहल के तहत शुरू किया गया था।
क्षेत्रीय और हरित लॉजिस्टिक्स
कुशल लॉजिस्टिक्स हेतु क्षेत्रीय नीति (SPEL) को ऑटोमोबाइल, वस्त्र और ई-कॉमर्स जैसे विशिष्ट उद्योगों के लिए तैयार किया जा रहा है, ताकि उनकी आवश्यकताओं का बेहतर प्रबंधन हो सके।
हरित लॉजिस्टिक्स को परिवहन उत्सर्जन मापन उपकरण (TEMT) जैसे साधनों के माध्यम से बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि कार्बन पदचिह्न की निगरानी और कमी की जा सके। यह भारत की नेट ज़ीरो 2070 जलवायु प्रतिबद्धताओं के अनुरूप है।
आगे का रास्ता
NLP की तीन वर्ष की यात्रा ने अवसंरचना, कौशल निर्माण और प्रौद्योगिकी अपनाने में मजबूत प्रगति दिखाई है। हालांकि, 2030 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर सुधार और निजी क्षेत्र की साझेदारियां महत्वपूर्ण होंगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
लॉन्च वर्ष | 2022 |
कार्यान्वयन तंत्र | व्यापक लॉजिस्टिक्स कार्य योजना (CLAP) |
GDP योगदान | 13–14% |
रोजगार | वर्तमान में 2.2 करोड़, 2027 तक 1 करोड़ नए रोजगार अपेक्षित |
प्रमुख डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म | एकीकृत लॉजिस्टिक्स इंटरफ़ेस प्लेटफ़ॉर्म (ULIP) |
ULIP लेनदेन | 160 करोड़+ |
अंतर्देशीय कंटेनर डिपो जुड़े | 101 |
भारत की LPI रैंक | 38वां (2023) |
लॉजिस्टिक्स प्रशिक्षण | 65,000 पेशेवर |
शैक्षणिक पहुंच | 100+ विश्वविद्यालय लॉजिस्टिक्स कार्यक्रम प्रदान कर रहे हैं |
रणनीतिक अवसंरचना | 35 बहु-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क नियोजित |
हरित लॉजिस्टिक्स उपकरण | परिवहन उत्सर्जन मापन उपकरण (TEMT) |