आरबीआई में नई नेतृत्व नियुक्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 9 अक्टूबर 2025 से सोनाली सेन गुप्ता को कार्यकारी निदेशक (Executive Director) के रूप में नियुक्त किया।
30 से अधिक वर्षों की सेवा के साथ, उनकी यह पदोन्नति भारत की केंद्रीय बैंकिंग संरचना में एक महत्वपूर्ण नेतृत्व परिवर्तन का प्रतीक है।
स्थैतिक जीके तथ्य: RBI की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को RBI अधिनियम, 1934 के तहत की गई थी, और यह भारत की केंद्रीय मौद्रिक प्राधिकरण (Central Monetary Authority) के रूप में कार्य करता है।
विस्तृत करियर और योगदान
नियुक्ति से पहले, सोनाली सेन गुप्ता कर्नाटक क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक (Regional Director, RBI Bengaluru) थीं।
अपने तीन दशक लंबे कार्यकाल में उन्होंने वित्तीय समावेशन, बैंकिंग विनियमन, पर्यवेक्षण (Supervision) और मानव संसाधन प्रबंधन (HRM) जैसे कई प्रमुख विभागों में कार्य किया है।
इन विविध क्षेत्रों में उनका नेतृत्व अनुभव उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा, नियामक दक्षता, और समावेशी बैंकिंग विकास को सशक्त बनाएगा।
उनके अधीन प्रमुख विभाग
कार्यकारी निदेशक के रूप में सोनाली सेन गुप्ता अब RBI के तीन प्रमुख विभागों की ज़िम्मेदारी संभालेंगी:
• उपभोक्ता शिक्षा और संरक्षण विभाग (Consumer Education and Protection Department – CEPD)
• वित्तीय समावेशन और विकास विभाग (Financial Inclusion and Development Department – FIDD)
• निरीक्षण विभाग (Inspection Department)
ये तीनों विभाग RBI के उत्तरदायी बैंकिंग व्यवहार, वित्तीय पहुँच के विस्तार, और बैंकों/वित्तीय संस्थाओं की आंतरिक निगरानी को सुदृढ़ करने के मुख्य स्तंभ हैं।
स्थैतिक जीके टिप: RBI का Consumer Education and Protection Department वर्ष 2014 में उपभोक्ता शिकायत निवारण और वित्तीय साक्षरता बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया था।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और अंतरराष्ट्रीय भूमिका
सोनाली सेन गुप्ता बैंकिंग और वित्त में स्नातकोत्तर (Postgraduate) तथा एमबीए डिग्री रखती हैं।
वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस (IIBF) की Certified Associate भी हैं।
उन्होंने भारत और RBI का प्रतिनिधित्व कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर किया है, जिनमें शामिल हैं:
• G20 – Global Partnership for Financial Inclusion (GPFI)
• OECD – International Network on Financial Education (INFE)
उनकी भागीदारी भारत की वैश्विक वित्तीय समावेशन वार्ता में बढ़ती भूमिका को दर्शाती है।
शासन और संस्थागत भूमिका
अपने नए पद के साथ-साथ, सोनाली सेन गुप्ता इंडियन ओवरसीज़ बैंक (IOB) के नामित निदेशक (Nominee Director) के रूप में भी कार्यरत हैं।
यह भूमिका उन्हें सार्वजनिक क्षेत्र बैंकिंग सुधार, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, और वित्तीय क्षेत्र की स्थिरता को आकार देने में योगदान देती है।
स्थैतिक जीके तथ्य: इंडियन ओवरसीज़ बैंक की स्थापना 1937 में एम. सी. टी. एम. चिदंबरम चेटियार द्वारा की गई थी और इसका मुख्यालय चेन्नई, तमिलनाडु में है।
विरासत और दृष्टिकोण
अपने व्यापक अनुभव के साथ, सोनाली सेन गुप्ता से उम्मीद है कि वह RBI के स्थिर, समावेशी और पारदर्शी बैंकिंग पारिस्थितिकी तंत्र निर्माण के मिशन को सशक्त बनाएंगी।
उनका ध्यान उपभोक्ता कल्याण, संस्थागत जवाबदेही, और नियामक सुदृढ़ता पर केंद्रित रहेगा, जिससे भारत की वित्तीय प्रणाली में विश्वास और दक्षता दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
स्थैतिक “Usthadian” वर्तमान घटनाओं की सारणी
विषय | विवरण |
नाम | सोनाली सेन गुप्ता |
पदनाम | कार्यकारी निदेशक, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) |
नियुक्ति तिथि | 9 अक्टूबर 2025 |
उनके अधीन विभाग | उपभोक्ता शिक्षा, वित्तीय समावेशन, निरीक्षण विभाग |
पूर्व पद | क्षेत्रीय निदेशक, कर्नाटक (RBI बेंगलुरु) |
अनुभव | RBI में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव |
शैक्षणिक योग्यता | बैंकिंग और वित्त में स्नातकोत्तर एवं एमबीए |
अंतरराष्ट्रीय सहभागिता | G20 GPFI, OECD INFE |
बोर्ड भूमिका | नामित निदेशक, इंडियन ओवरसीज़ बैंक |
संस्था की स्थापना वर्ष (RBI) | 1935 |