नए महावत ग्राम की स्थापना
तमिलनाडु के अनामलाई टाइगर रिज़र्व (ATR) के कोझिकमुथी हाथी शिविर में नया महावत ग्राम स्थापित किया गया है। इसमें 47 महावतों और कवादियों के लिए आवासीय सुविधा बनाई गई है। इसका उद्देश्य हाथी पालकों की जीवन-स्तर में सुधार करते हुए संरक्षण कार्यों को मज़बूत करना है।
महावत ग्रामों का उद्देश्य
ये ग्राम विशेष रूप से हाथी संभालने वाले महावतों और सहायकों के लिए बनाए जाते हैं। इसमें आवास, स्वच्छता और सामुदायिक सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं। इससे न केवल जीवन-स्तर सुधरता है बल्कि महावतों की पारंपरिक कौशल भी संरक्षित रहती है।
मुदुमलाई में पहला मॉडल
पहला समर्पित महावत ग्राम मई 2025 में थेप्पाकाडु हाथी शिविर (मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व) में शुरू किया गया था। उसकी सफलता के बाद इस मॉडल को अनामलाई क्षेत्र में भी लागू किया गया।
Static GK तथ्य: मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व, नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व का हिस्सा है और यहाँ एशियाई हाथी और बंगाल टाइगर पाए जाते हैं।
कोझिकमुथी शिविर का महत्व
कोझिकमुथी हाथी शिविर का लंबा इतिहास है, जहाँ प्रशिक्षित हाथी रखे जाते हैं। ये हाथी वन विभाग की एंटी–पोचिंग गश्त, बचाव कार्यों और जंगली हाथियों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह शिविर दक्षिण भारत के सबसे प्रसिद्ध हाथी देखभाल केंद्रों में से एक है।
Static GK तथ्य: अनामलाई टाइगर रिज़र्व को इंदिरा गांधी वन्यजीव अभयारण्य भी कहा जाता है। यह 950 वर्ग किमी से अधिक क्षेत्र में फैला है और पश्चिमी घाट यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का हिस्सा है।
जनजातीय योगदान
मलासर जनजाति पारंपरिक रूप से इस क्षेत्र में महावत और कवाडी का काम करती है। पीढ़ियों से चली आ रही उनकी हाथियों के व्यवहार की गहरी समझ इन कार्यों में अहम रही है। उन्हें स्थायी आवास मिलने से रोज़गार स्थिरता, सांस्कृतिक मान्यता और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
Static GK तथ्य: मलासर तमिलनाडु की अनुसूचित जनजाति (ST) है और मुख्यतः अनामलाई पर्वत क्षेत्र में बसती है।
भविष्य की संभावनाएँ
तमिलनाडु वन विभाग ऐसे महावत ग्रामों को अन्य टाइगर रिज़र्व में भी फैलाने की योजना बना रहा है। इससे न केवल महावतों का कल्याण होगा बल्कि हाथियों से जुड़ा ईको–पर्यटन भी बढ़ेगा। यह कदम समुदाय और संरक्षण गतिविधियों के बीच गहरे संबंध को मज़बूत करेगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| दूसरे महावत ग्राम का स्थान | कोझिकमुथी हाथी शिविर, अनामलाई टाइगर रिज़र्व |
| आवासित महावत और कवाडी | 47 |
| शामिल समुदाय | मलासर जनजाति |
| उद्देश्य | हाथी पालकों के लिए आवासीय कॉलोनी |
| पहला महावत ग्राम | थेप्पाकाडु हाथी शिविर, मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व |
| उद्घाटन वर्ष (पहला ग्राम) | मई 2025 |
| अनामलाई टाइगर रिज़र्व का दूसरा नाम | इंदिरा गांधी वन्यजीव अभयारण्य |
| ATR का क्षेत्रफल | 950 वर्ग किमी से अधिक |
| ATR की UNESCO स्थिति | पश्चिमी घाट विश्व धरोहर स्थल का हिस्सा |
| तमिलनाडु का सबसे पुराना हाथी शिविर | थेप्पाकाडु हाथी शिविर |





