भारत ने पहली ग्रीन अमोनिया नीलामी में रिकॉर्ड न्यूनतम मूल्य हासिल किया
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत ग्रीन अमोनिया खरीद की देश की पहली नीलामी आयोजित की। साइट योजना (मोड-2A) के तहत आयोजित इस नीलामी में ₹55.75 प्रति किलोग्राम का ऐतिहासिक मूल्य मिला, जो 2024 में दर्ज कीमत का लगभग आधा है।
यह उपलब्धि भारत के स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिससे उद्योगों को जीवाश्म-आधारित अमोनिया से ग्रीन विकल्पों की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
स्थैतिक जीके तथ्य: SECI की स्थापना 2011 में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अधीन एक पीएसयू के रूप में हुई थी।
परादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड के साथ आपूर्ति समझौता
इस नीलामी में ओडिशा स्थित परादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड को प्रति वर्ष 75,000 मीट्रिक टन ग्रीन अमोनिया की आपूर्ति का अनुबंध मिला। यह खरीद अगले महीने होने वाली 13 योजनाबद्ध नीलामियों का हिस्सा है, जिनका वार्षिक लक्ष्य 7.24 लाख मीट्रिक टन है।
स्थैतिक जीके तथ्य: परादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड भारत के अग्रणी उर्वरक निर्माताओं में से एक है, जिसकी स्थापना 1981 में हुई थी।
वैश्विक मानकों से मूल्य तुलना
₹55.75/किग्रा (यूएसडी 641/एमटी) की यह दर 2024 की H2Global नीलामी में दर्ज ₹100.28/किग्रा (यूएसडी 1,153/एमटी) से काफी कम है। इसके विपरीत, मार्च 2025 में ग्रे अमोनिया की कीमत यूएसडी 515/एमटी थी।
यह प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण 10-वर्षीय स्थिर-मूल्य अनुबंध के साथ आता है, जो खरीदारों के लिए लागत स्थिरता सुनिश्चित करता है। यह मॉडल उर्वरक, शिपिंग और भारी उद्योगों में व्यापक अपनाने को प्रोत्साहित कर सकता है।
निवेशकों का विश्वास और नीतिगत समर्थन
नीलामी में नवीकरणीय ऊर्जा डेवलपर्स की मजबूत भागीदारी देखने को मिली, जो भारत की नीति ढांचे में उच्च निवेशक विश्वास को दर्शाती है। SECI ने मध्यस्थ खरीदार के रूप में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और उर्वरक विभाग के साथ मिलकर भुगतान सुरक्षा तंत्र लागू किया, जिससे डेवलपर्स के वित्तीय जोखिम कम हुए।
स्थैतिक जीके टिप: उर्वरक विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
भारत के ग्रीन हाइड्रोजन लक्ष्यों को बढ़ावा
यह नीलामी भारत के ग्रीन हाइड्रोजन रोडमैप में एक मील का पत्थर मानी जा रही है। जीवाश्म-आधारित अमोनिया के लगभग लागत-समता तक पहुंचने से भारत को ग्रीन हाइड्रोजन और उसके उत्पादों के लिए वैश्विक केंद्र बनने में मजबूती मिलेगी।
उत्पादन लागत कम करके और दीर्घकालिक मूल्य सुनिश्चित करके, भारत 2070 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन और जीवाश्म-आधारित आयात पर निर्भरता घटाने के अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर है।
क्षेत्र का भविष्य दृष्टिकोण
आने वाले हफ्तों में निर्धारित शेष 12 नीलामियां कीमतों को और स्थिर करने और वैश्विक निवेश आकर्षित करने की संभावना रखती हैं। पैमाने की अर्थव्यवस्थाएं और दीर्घकालिक अनुबंध भारत में ग्रीन ईंधनों के बड़े पैमाने पर अपनाने को तेज़ कर सकते हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत का राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन 2023 में ₹19,744 करोड़ की प्रारंभिक लागत के साथ शुरू हुआ था।
Static Usthadian Current Affairs Table
| तथ्य | विवरण |
| नीलामी आयोजक | सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) |
| योजना | साइट योजना (मोड-2A) |
| खोजा गया मूल्य | ₹55.75/किग्रा (यूएसडी 641/एमटी) |
| पूर्व बेंचमार्क मूल्य | ₹100.28/किग्रा (यूएसडी 1,153/एमटी) – H2Global नीलामी 2024 |
| ग्रे अमोनिया मूल्य (मार्च 2025) | यूएसडी 515/एमटी |
| अनुबंध अवधि | 10 वर्ष स्थिर मूल्य |
| पहली नीलामी में वार्षिक आपूर्ति | 75,000 एमटी – परादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड को |
| आगामी नीलामियों का कुल वार्षिक लक्ष्य | 7.24 लाख एमटी |
| SECI की देखरेख करने वाला मंत्रालय | नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय |
| भारत का नेट-ज़ीरो लक्ष्य वर्ष | 2070 |





