पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत
नागपुर जिले का ग्रामीण गाँव सतनावरी भारत का पहला स्मार्ट इंटेलिजेंट गाँव बनने जा रहा है। इस परियोजना को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने, वॉइस ऑफ इंडियन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी एंटरप्राइजेज (VOICE) के विस्तृत प्रस्ताव के बाद, मंजूरी दी। लगभग 1,800 की आबादी, अच्छी सड़क कनेक्टिविटी और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर उन्नयन के लिए तैयार होने के कारण इसे पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया।
स्थैतिक जीके तथ्य: नागपुर को भारत का भौगोलिक केंद्र होने के कारण “ज़ीरो माइल सिटी” कहा जाता है।
तकनीक से कृषि में प्रगति
इस परियोजना की नींव कृषि है। ड्रोन-सहायता खेती, स्मार्ट सिंचाई प्रणाली और मिट्टी सेंसर किसानों को फसल की निगरानी और संसाधनों के बेहतर उपयोग में मदद करते हैं। मिट्टी की सेहत, मौसम और फसल कटाई का रियल-टाइम डेटा मोबाइल इंटरफेस पर उपलब्ध कराया जाता है। फसल डैशबोर्ड बाजार के पूर्वानुमान बताते हैं, जिससे किसान सही समय पर फैसले ले सकते हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चावल और गेहूँ उत्पादक है।
शिक्षा और स्वास्थ्य में डिजिटल परिवर्तन
सतनावरी के स्कूल एआई-आधारित डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म और स्मार्ट आंगनवाड़ी केंद्रों से लैस हैं। छात्रों को उनकी सीखने की जरूरतों के अनुसार इंटरैक्टिव पाठ मिलते हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में ई-हेल्थ कार्ड और टेलीमेडिसिन पोर्टल शामिल हैं, जो ग्रामीणों को सरकारी मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों से जोड़ते हैं। मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयां भी इस प्रणाली से जुड़ी हैं, जिससे तेज़ चिकित्सा सहायता मिलती है।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत में टेलीमेडिसिन को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 2020 में औपचारिक मान्यता दी।
रियल-टाइम डेटा से संचालित शासन
ग्राम पंचायत अब वाई-फाई सक्षम डिजिटल गवर्नेंस टूल का उपयोग करती है, जिससे जल गुणवत्ता और सिंचाई जैसी नागरिक सेवाओं की निगरानी होती है। हाई-स्पीड ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी कुशल संचार सुनिश्चित करती है। अधिकारी नियमित समीक्षा बैठकें करते हैं और निर्णय लेने में समुदाय की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देते हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: ग्राम पंचायत भारत में पंचायती राज प्रणाली का सबसे निचला स्तर है।
हितधारक और भविष्य की योजना
यह पहल मेक इन इंडिया पहल के तहत 15 निजी कंपनियों द्वारा समर्थित है, जिसमें VOICE प्रमुख टेक्नोलॉजी पार्टनर है। प्रगति की निगरानी के लिए मुख्य सचिव सहित वरिष्ठ राज्य अधिकारी शामिल हैं। यदि सफल रहा, तो यह मॉडल महाराष्ट्र के सैकड़ों गांवों और फिर पूरे देश में लागू किया जा सकता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: मेक इन इंडिया पहल सितंबर 2014 में भारत में विनिर्माण और निवेश को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी।
Static Usthadian Current Affairs Table
| तथ्य | विवरण |
| स्मार्ट इंटेलिजेंट गाँव का स्थान | सतनावरी, नागपुर जिला, महाराष्ट्र |
| सतनावरी की जनसंख्या | लगभग 1,800 |
| परियोजना स्वीकृति | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस |
| तकनीकी भागीदार | वॉइस ऑफ इंडियन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी एंटरप्राइजेज (VOICE) |
| कृषि तकनीक | ड्रोन खेती, स्मार्ट सिंचाई, मिट्टी सेंसर |
| शिक्षा उन्नयन | एआई-संयुक्त डिजिटल लर्निंग, स्मार्ट आंगनवाड़ी केंद्र |
| स्वास्थ्य सेवाएं | ई-हेल्थ कार्ड, टेलीमेडिसिन, मोबाइल क्लीनिक |
| कनेक्टिविटी उन्नयन | ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क |
| शामिल कंपनियों की संख्या | 15 निजी कंपनियां |
| राष्ट्रीय पहल से जुड़ाव | मेक इन इंडिया |





