बढ़ती सड़क दुर्घटनाएँ
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के अनुसार, तमिलनाडु में 2023 में 67,213 सड़क दुर्घटनाएँ दर्ज की गईं, जो राष्ट्रीय कुल का 14% है। यह 2022 की 64,105 दुर्घटनाओं की तुलना में 4.6% वृद्धि है। यह वृद्धि बढ़ते ट्रैफिक और सुरक्षा प्रवर्तन की कमी को दर्शाती है।
स्थिर GK तथ्य: उत्तर प्रदेश के बाद तमिलनाडु भारत का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जिससे वाहन घनत्व और दुर्घटना जोखिम अधिक है।
मौतें और रैंकिंग
2023 में, तमिलनाडु में 18,347 सड़क दुर्घटना मौतें दर्ज की गईं, जो 2022 की 17,884 मौतों से 2.5% अधिक है। कुल सड़क दुर्घटना मौतों में राज्य उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर है। सड़क मृत्यु दर एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता का विषय बनी हुई है।
स्थिर GK टिप: भारत मोटर वाहन अधिनियम के तहत राष्ट्रीय स्तर पर दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग और विनियमन करता है।
दुर्घटनाओं के कारण
2023 में तमिलनाडु में तेज़ रफ़्तार (Overspeeding) से 13,363 दुर्घटनाएँ और 3,932 मौतें हुईं। शहरी क्षेत्रों में हाई-स्पीड यात्रा दुर्घटनाओं की गंभीरता बढ़ा देती है। दोपहिया वाहन बड़ी संख्या में दुर्घटनाओं में शामिल हैं, खासकर बच्चों की सुरक्षा अनुपालन की कमी के कारण।
दोपहिया और बाल सुरक्षा
तमिलनाडु में दोपहिया वाहन उपयोगकर्ताओं की संख्या अधिक है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, लेकिन बच्चों के लिए हेलमेट नियम अभी लागू नहीं किए गए हैं। हेलमेट मृत्यु और सिर की चोटों को काफी कम करते हैं, इसलिए अनुपालन बेहद आवश्यक है। जागरूकता अभियान और प्रवर्तन असंगत बने हुए हैं।
स्थिर GK तथ्य: वैश्विक स्तर पर, मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं में हेलमेट मृत्यु का जोखिम 37% और सिर की चोटों का जोखिम 69% तक कम करते हैं।
नीति और कार्य योजनाएँ
तमिलनाडु ने 2007 में सड़क सुरक्षा नीति जारी की थी, लेकिन इसका क्रियान्वयन नियमित नहीं रहा। अब राज्य को 2030 लक्ष्यों के अनुरूप एक राज्य सड़क सुरक्षा कार्य योजना की आवश्यकता है। तेज़ रफ़्तार से होने वाली मौतों को कम करने के लिए विज्ञान-आधारित गति प्रबंधन दिशा-निर्देश सुझाए गए हैं।
क्रियान्वयन की चुनौतियाँ
चुनौतियों में अपर्याप्त अवसंरचना, यातायात नियमों का कमजोर प्रवर्तन और सतत निगरानी की कमी शामिल हैं। यातायात पुलिस, परिवहन प्राधिकरण और नगर निकायों के बीच समन्वित कार्रवाई आवश्यक है। स्पीड कैमरे और वाहन ट्रैकिंग सिस्टम जैसी तकनीक में निवेश अनुपालन बढ़ा सकता है।
स्थिर GK टिप: भारत की राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति Safe Systems Approach पर ज़ोर देती है, जिसमें सड़क, वाहन और उपयोगकर्ता व्यवहार का एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया जाता है।
भविष्य की रूपरेखा
मौतों को कम करने के लिए तमिलनाडु को नीति प्रवर्तन मज़बूत करना होगा, बाल हेलमेट नियम लागू करने होंगे, और डेटा-आधारित गति प्रबंधन अपनाना होगा। सार्वजनिक जागरूकता और निरंतर निगरानी 2030 के सड़क सुरक्षा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
2023 में कुल दुर्घटनाएँ | 67,213 |
2022 से वृद्धि | 4.6% |
कुल सड़क दुर्घटना मौतें | 18,347 |
2022 से मौतों में वृद्धि | 2.5% |
राष्ट्रीय रैंक (मौतों में) | उत्तर प्रदेश के बाद 2nd |
मुख्य कारण | तेज़ रफ़्तार (13,363 दुर्घटनाएँ, 3,932 मौतें) |
दोपहिया उपयोगकर्ता | अधिक, जिनमें बच्चे शामिल |
नीति ढांचा | सड़क सुरक्षा नीति 2007, राज्य सड़क सुरक्षा कार्य योजना आवश्यक |
प्रवर्तन अंतर | बाल हेलमेट नियम लागू नहीं |
लक्ष्य | 2030 सड़क सुरक्षा लक्ष्य, विज्ञान-आधारित गति प्रबंधन |