समावेशी डिजिटल परिवर्तन
भारत सरकार ने गोवा के पर्पल फेस्ट में सुगम्य भारत ऐप (Revamped Version) को दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD) के तहत पुनः लॉन्च किया।
इस पहल का उद्देश्य दिव्यांगजन (PwDs) के लिए सार्वभौमिक डिजिटल पहुँच (Universal Digital Accessibility) सुनिश्चित करना है।
यह ऐप टेक्नोलॉजी और सामाजिक समावेशन के बीच पुल के रूप में कार्य करता है, जिससे दिव्यांगजन के लिए डिजिटल सेवाओं की बाधाएँ दूर हों।
स्थैतिक जीके तथ्य: सुगम्य भारत अभियान (Accessible India Campaign) वर्ष 2015 में शुरू किया गया था, जिसका लक्ष्य सार्वजनिक स्थलों, परिवहन, और सूचना प्रणालियों को बाधा-मुक्त (Barrier-Free) बनाना है।
एक्सेसिबिलिटी मिशन का विस्तार
पहले सुगम्य भारत अभियान के तहत जारी यह ऐप अब एक बहु-कार्यात्मक प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित हुआ है।
नए संस्करण में केवल भवन और अवसंरचना की पहुँच नहीं, बल्कि रोज़गार, शिक्षा और सामाजिक भागीदारी को भी जोड़ा गया है।
यह ऐप सरकारी योजनाओं, छात्रवृत्तियों और एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (Grievance Redressal System) तक पहुँच प्रदान करता है।
स्थैतिक जीके टिप: सुगम्य भारत अभियान का संचालन सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, नई दिल्ली के अधीन होता है।
उन्नत एक्सेसिबिलिटी फीचर्स
ऐप का डिज़ाइन User-First और Accessibility-First दृष्टिकोण पर आधारित है।
मुख्य विशेषताएँ:
• Screen Reader और Voice Navigation का समर्थन
• बहुभाषी इंटरफ़ेस (Multilingual Interface)
• Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्धता
• WCAG (Web Content Accessibility Guidelines) मानकों का पालन
इन सुविधाओं से PwDs को स्वतंत्र रूप से नेविगेट करने और डिजिटल सेवाओं में भाग लेने की सुविधा मिलती है, जिससे डिजिटल समावेशन (Digital Inclusion) को बढ़ावा मिलता है।
एक्सेसिबिलिटी मैपिंग और जनभागीदारी
नए संस्करण में एक Accessibility Mapping Tool शामिल है, जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता सार्वजनिक स्थानों की पहुँच (Accessibility Ratings) दर्ज कर सकते हैं।
इस क्राउडसोर्स्ड डेटा से सरकार को सार्वजनिक अवसंरचना सुधार के लिए उपयोगी जानकारी मिलती है।
यह जनभागीदारी-आधारित दृष्टिकोण पारदर्शिता, जवाबदेही और समुदायिक भागीदारी को मजबूत करता है।
एकीकृत योजनाएँ और सेवाएँ
ऐप सरकारी लाभ, रोजगार, और शैक्षणिक अवसरों को एक ही प्लेटफॉर्म पर एकीकृत करता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को अलग-अलग पोर्टल पर जाने की आवश्यकता नहीं रहती।
यह सुविधा Digital India Initiative के लक्ष्यों के अनुरूप है और PwDs तक कल्याण योजनाओं की पहुँच बढ़ाती है।
स्थैतिक जीके तथ्य: दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 (Rights of Persons with Disabilities Act, 2016) के तहत भौतिक और डिजिटल दोनों डोमेन में एक्सेसिबिलिटी अनिवार्य है।
शिकायत निवारण और जवाबदेही
ऐप में मौजूद Grievance Redressal Module उपयोगकर्ताओं को अप्रवेशनीय सार्वजनिक स्थानों या डिजिटल सेवाओं की शिकायत दर्ज करने की सुविधा देता है।
यह सुविधा रियल-टाइम प्रतिक्रिया सुनिश्चित करती है और प्राधिकरणों की जवाबदेही को बढ़ाती है।
यह डिजिटल माध्यम से नागरिक सशक्तिकरण और अनुपालन निगरानी का सशक्त उपकरण बन गया है।
सहयोग और समावेशी विकास
इस ऐप का विकास SBI Foundation, NAB Delhi, ISTEM, और Mission Accessibility के सहयोग से किया गया।
यह साझेदारी सरकार, कॉरपोरेट क्षेत्र और सिविल सोसाइटी के सम्मिलित प्रयासों का उदाहरण है, जो एक समावेशी तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र निर्मित करती है।
स्थैतिक जीके टिप: SBI Foundation, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की CSR शाखा है, जो भारत में सामाजिक समावेशन और सशक्तिकरण कार्यक्रमों को सक्रिय रूप से समर्थन देती है।
स्थैतिक “Usthadian” वर्तमान घटनाओं की सारणी
विषय | विवरण |
लॉन्च आयोजन | पर्पल फेस्ट, गोवा |
संबंधित मंत्रालय | सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय |
कार्यान्वयन विभाग | दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD) |
पुनः लॉन्च वर्ष | 2025 |
मूल लॉन्च वर्ष | 2015 (सुगम्य भारत अभियान के तहत) |
प्रमुख विशेषताएँ | एक्सेसिबिलिटी मैपिंग, शिकायत निवारण, बहुभाषी समर्थन |
सहयोगी संगठन | SBI Foundation, NAB Delhi, ISTEM, Mission Accessibility |
कानूनी ढाँचा | दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 |
उपलब्ध प्लेटफॉर्म | Android और iOS |
अभियान का नारा | Accessibility for All (सभी के लिए पहुँच) |