शहरी बाढ़ प्रबंधन का नया युग
चेन्नई देश का पहला शहर बन गया है जिसने रियल-टाइम फ्लड फोरकास्ट और स्पैटियल डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (RTFF & SDSS) लागू किया है।
₹107.2 करोड़ की इस परियोजना से शहरी आपदा प्रबंधन और जलवायु लचीलापन में एक बड़ा सुधार हुआ है। इसका उद्देश्य मॉनसून बाढ़ के प्रभाव को कम करना और समय रहते चेतावनी देना है।
परियोजना का दायरा और कवरेज
RTFF & SDSS परियोजना का कवरेज लगभग 4,974 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है, जिसमें चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और रानीपेट ज़िले शामिल हैं।
इस व्यापक निगरानी से नदी आधारित (riverine) और शहरी (urban) दोनों प्रकार की बाढ़ का समय रहते पता लगाया जा सकेगा।
स्थैतिक जीके तथ्य: दिसंबर 2015 की चेन्नई बाढ़ भारत की सबसे विनाशकारी शहरी बाढ़ों में से एक थी, जिसने शहरी जल-प्रबंधन सुधारों की नींव रखी।
उन्नत पूर्वानुमान क्षमताएँ
यह प्रणाली नदी और सड़क स्तर पर जल-जमाव की भविष्यवाणी करती है, जिससे प्रशासन को बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान तीन दिन पहले हो सकेगी।
यह प्रणाली विशेष रूप से अडयार, कूम, कोसस्थलैयार और कोवलम नदी उप-बेसिनों की निगरानी करती है, जो भारी वर्षा के दौरान अक्सर उफान पर रहती हैं।
स्थैतिक जीके टिप: अडयार नदी की उत्पत्ति चेम्बरमबक्कम झील से होती है, जो चेन्नई की प्रमुख जल स्रोत झीलों में से एक है।
TNSMART प्लेटफ़ॉर्म से एकीकरण
RTFF & SDSS को पूरी तरह TNSMART (Tamil Nadu State Disaster Management and Risk Reduction Platform) से जोड़ा गया है।
यह एकीकरण राज्य एजेंसियों, स्थानीय निकायों और आपातकालीन दलों के बीच तेज़ समन्वय सुनिश्चित करता है।
सिस्टम ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन, रडार और सैटेलाइट डेटा को AI और हाइड्रोलॉजिकल मॉडलों की मदद से विश्लेषित कर सटीक भविष्यवाणियाँ तैयार करता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (TNSDMA) की स्थापना आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत हुई थी।
जन-सहभागिता और सूचना प्रसार
जनता को सीधे चेतावनी देने के लिए TN-Alert मोबाइल ऐप पर रियल-टाइम अपडेट जारी किए जाएंगे।
इसके अलावा, प्रमुख अलर्ट सरकारी चैनलों और जिला डैशबोर्डों के माध्यम से भी साझा किए जाएंगे।
इस नागरिक-केंद्रित दृष्टिकोण से चेन्नई को भारत के जलवायु अनुकूलन और शहरी लचीलापन का आदर्श मॉडल माना जा रहा है।
स्थैतिक जीके टिप: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और राष्ट्रीय स्तर पर आपदा तैयारी का मार्गदर्शन करता है।
भविष्य की संभावनाएँ
इस परियोजना की सफलता से मुंबई, कोलकाता और गुवाहाटी जैसे बाढ़-प्रवण शहरों में भी इस मॉडल को अपनाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
GIS मैपिंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और पूर्वानुमान विश्लेषण (predictive analytics) का संयोजन भारत के आपदा प्रबंधन तंत्र को नई दिशा देगा।
स्थैतिक उस्तादियन करंट अफेयर्स तालिका
| विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
| परियोजना का नाम | रियल-टाइम फ्लड फोरकास्ट और स्पैटियल डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (RTFF & SDSS) |
| क्रियान्वयन स्थान | चेन्नई, तमिलनाडु |
| परियोजना लागत | ₹107.2 करोड़ |
| कवरेज क्षेत्र | लगभग 4,974 वर्ग किमी |
| शामिल ज़िले | चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, रानीपेट |
| निगरानी की जाने वाली नदियाँ | अडयार, कूम, कोसस्थलैयार, कोवलम |
| एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म | TNSMART (राज्य आपदा प्रबंधन प्लेटफ़ॉर्म) |
| डेटा स्रोत | वेदर स्टेशन, सैटेलाइट फीड्स, AI मॉडल्स |
| जन सूचना प्रणाली | TN-Alert मोबाइल एप्लिकेशन |
| क्रियान्वयन प्राधिकरण | तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (TNSDMA) |





