परिचय
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अपना चौथा वैश्विक हैकाथॉन HaRBInger 2025 – Innovation for Transformation लॉन्च किया है, जिससे भारत की वित्तीय नवाचार में नेतृत्व भूमिका और भी मजबूत हुई है।
यह आयोजन उभरती हुई तकनीकों का उपयोग करते हुए सुरक्षित, समावेशी और पहचान–आधारित बैंकिंग समाधान विकसित करने पर केंद्रित है।
यह पहल RBI की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है जिसका उद्देश्य विश्वसनीय और सुरक्षित डिजिटल वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है।
मुख्य विषय और उद्देश्य
HaRBInger 2025 का विषय है — “Secure Banking: Powered by Identity, Integrity, and Inclusivity” (पहचान, निष्ठा और समावेशिता द्वारा संचालित सुरक्षित बैंकिंग)।
इसका उद्देश्य नवोन्मेषकों, स्टार्टअप्स और शैक्षणिक संस्थानों के बीच वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करना है ताकि ऐसे वित्तीय समाधान तैयार किए जा सकें जो:
• ग्राहक की पहचान की सुरक्षा करें
• डिजिटल लेनदेन में विश्वास को मजबूत करें
• वित्तीय सेवाओं तक समावेशी पहुँच सुनिश्चित करें
यह हैकाथॉन RBI की उस व्यापक दृष्टि से जुड़ा है जो वित्तीय स्थिरता, डेटा सुरक्षा और उपयोगकर्ता सशक्तिकरण को बढ़ाने पर केंद्रित है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को हुई थी और इसे 1949 में राष्ट्रीयकृत किया गया।
प्रमुख समस्या वक्तव्य
HaRBInger 2025 तीन मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है जो भारत के डिजिटल बैंकिंग भविष्य को परिभाषित करते हैं:
- टोकनाइज्ड KYC:
 गोपनीयता-सुरक्षित डिजिटल पहचान सत्यापन प्रणाली विकसित करने को प्रोत्साहित करता है, जो टोकनाइजेशन तकनीक पर आधारित है। यह दृष्टिकोण अनुपालन को सरल और डेटा संरक्षण को मजबूत बनाता है।
- ऑफ़लाइन CBDC (सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी):
 ऐसे मॉडल आमंत्रित करता है जो भारत की डिजिटल रुपया (e₹) को ऑफ़लाइन मोड में उपयोग की अनुमति दें, जिससे कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में भी इसका उपयोग संभव हो सके।
 स्थैतिक सामान्य ज्ञान टिप: डिजिटल रुपया (e₹) को RBI द्वारा 2022 में लॉन्च किया गया था।
- डिजिटल वित्तीय सेवाओं में विश्वास बढ़ाना:
 सुरक्षित इंटरफेस, धोखाधड़ी की रोकथाम, और पारदर्शी लेनदेन के माध्यम से उपयोगकर्ता विश्वास को मजबूत करने वाले समाधान विकसित करने पर ध्यान देता है।
भागीदारी और पंजीकरण
HaRBInger 2025 के लिए पंजीकरण 23 अक्टूबर 2025 से शुरू हुआ।
प्रतियोगिता में व्यक्तियों, स्टार्टअप्स, फिनटेक कंपनियों और शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी आमंत्रित की गई है।
प्रस्तुतियाँ नवाचार, व्यवहार्यता, प्रभाव और उपयोगकर्ता–केंद्रित डिजाइन के आधार पर मूल्यांकित की जाएंगी।
समय-सारिणी, पुरस्कार और मेंटरशिप से संबंधित आगे की घोषणाएँ RBI Innovation Hub पोर्टल पर उपलब्ध होंगी।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: RBI Innovation Hub (RBIH) की स्थापना 2020 में तकनीकी आधारित वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।
HaRBInger श्रृंखला का महत्व
2021 में प्रारंभ की गई HaRBInger हैकाथॉन श्रृंखला नियामक नवाचार और तकनीकी सहयोग का प्रतीक बन गई है।
इस पहल ने भारत के फिनटेक पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त किया है और नई तकनीकों को सुरक्षित रूप से अपनाने को प्रोत्साहित किया है।
पिछले संस्करणों में डिजिटल भुगतान, रेगटेक और वित्तीय समावेशन जैसे क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया था, जिनसे विकसित प्रोटोटाइप आज भारत के वित्तीय ढांचे में शामिल हैं।
2025 संस्करण इस परंपरा को आगे बढ़ाता है, जिसमें सुरक्षा, पहचान और समावेशन पर अधिक केंद्रित दृष्टिकोण है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान टिप: भारत की फिनटेक अपनाने की दर 87% से अधिक है, जो दुनिया में सबसे ऊँची दरों में से एक है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय (Topic) | विवरण (Detail) | 
| हैकाथॉन का नाम | HaRBInger 2025 – Innovation for Transformation | 
| आयोजक | भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) | 
| विषय | Secure Banking: Powered by Identity, Integrity, and Inclusivity | 
| लॉन्च तिथि | 23 अक्टूबर 2025 | 
| प्रमुख फोकस क्षेत्र | टोकनाइज्ड KYC, ऑफ़लाइन CBDC, डिजिटल वित्तीय सेवाओं में विश्वास | 
| पात्रता | व्यक्ति, स्टार्टअप्स, फिनटेक कंपनियाँ और शैक्षणिक संस्थान | 
| मूल्यांकन मानदंड | नवाचार, व्यवहार्यता, प्रभाव और उपयोगकर्ता डिज़ाइन | 
| RBI Innovation Hub की स्थापना | 2020 | 
| पहला HaRBInger संस्करण | 2021 | 
| मुद्रा तथ्य | डिजिटल रुपया (e₹) 2022 में लॉन्च किया गया | 
 
				 
															





