भारतीय ऑन्कोलॉजी में एक मील का पत्थर
भारत ने कैंसर उपचार के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। देश की पहली लाइसेंस प्राप्त CAR-T सेल थेरेपी ‘क्वार्टेमी‘ को बी-सेल नॉन-हॉजकिन लिंफोमा (B-NHL) से पीड़ित वयस्क मरीजों के लिए विकसित किया गया है। जैसे-जैसे रक्त कैंसर के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं, यह थेरेपी उन मरीजों के लिए आशा की किरण है, जिन पर सामान्य कीमोथेरेपी या रेडिएशन असर नहीं करता।
CAR-T थेरेपी क्या है?
CAR-T (Chimeric Antigen Receptor T-cell) थेरेपी एक उन्नत उपचार है जिसमें मरीज की अपनी T-कोशिकाओं को आनुवंशिक रूप से संशोधित किया जाता है ताकि वे कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर उन्हें नष्ट कर सकें। यह प्रक्रिया इन कोशिकाओं को “जीवित औषधि” की तरह रोगी के रक्त में पुनः प्रविष्ट कराती है। यह तकनीक सामान्य कीमोथेरेपी की तुलना में व्यक्तिगत और लक्षित उपचार प्रदान करती है, जो विशेष रूप से रक्त कैंसर जैसे B-NHL में प्रभावी है।
नैदानिक सफलता: IMAGINE ट्रायल और परिणाम
क्वार्टेमी को Narayana Hospital और Apollo Cancer Hospital जैसे शीर्ष चिकित्सा संस्थानों में IMAGINE ट्रायल के तहत परखा गया। फेज 2 ट्रायल में 83.3% ओवरऑल रिस्पॉन्स रेट (ORR) प्राप्त हुई, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों से भी बेहतर है। यह परिणाम दिखाता है कि यह थेरेपी उन मरीजों के लिए कितना प्रभावशाली है, जिनके पास सीमित विकल्प बचे थे।
भारत में रक्त कैंसर की चुनौती
भारत में हर साल लगभग 1.2 लाख नए रक्त कैंसर मामले दर्ज होते हैं। ल्यूकेमिया, लिंफोमा और मायलोमा जैसी बीमारियां अब देश के कैंसर बोझ में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। DLBCL और फॉलिक्यूलर लिंफोमा जैसे B-NHL उपप्रकारों के लिए क्वार्टेमी एक सटीक समाधान प्रस्तुत करता है, विशेषकर उन मामलों में जहां पहले के उपचार विफल हो चुके थे।
नवाचार और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
देशी तकनीक से विकसित, क्वार्टेमी न केवल एक चिकित्सीय उपलब्धि है, बल्कि यह भारत की बायोलॉजिक निर्माण क्षमता को भी दर्शाता है। स्थानीय उत्पादन के माध्यम से इस थेरेपी की लागत कम होगी और यह आम नागरिकों के लिए सुलभ बन सकेगी।
नॉन-हॉजकिन लिंफोमा क्या है?
नॉन–हॉजकिन लिंफोमा (NHL) एक प्रकार का कैंसर है जो लसिका तंत्र (lymphatic system) में उत्पन्न होता है। इसमें लसीकाग्रंथियां, प्लीहा, अस्थिमज्जा और अन्य लसीकीय अंग शामिल होते हैं। इसके विभिन्न प्रकार होते हैं—कुछ धीमी गति से बढ़ते हैं तो कुछ तेज़, जैसे DLBCL और फॉलिक्यूलर लिंफोमा, जिनके लिए अक्सर CAR-T जैसे उन्नत उपचार की आवश्यकता होती है।
Static GK Snapshot
विषय | तथ्य |
भारत में वार्षिक रक्त कैंसर मामले | लगभग 1.2 लाख |
भारत की पहली CAR-T थेरेपी | क्वार्टेमी, B-NHL वयस्क मरीजों के लिए स्वीकृत |
क्लिनिकल ट्रायल स्थल | नारायण अस्पताल और अपोलो कैंसर अस्पताल |
फेज 2 में प्रतिक्रिया दर | 83.3% ORR (IMAGINE ट्रायल) |
प्रमुख NHL उपप्रकार | डिफ्यूज लार्ज बी-सेल लिंफोमा (DLBCL), फॉलिक्यूलर लिंफोमा |
लसिका तंत्र के घटक | लसीकाग्रंथियां, प्लीहा, अस्थिमज्जा |
CAR-T थेरेपी की क्रिया | आनुवंशिक रूप से परिवर्तित T-कोशिकाओं का शरीर में पुनः प्रवेश |