परिचय
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) स्किल इंडिया मिशन के अंतर्गत एक प्रमुख योजना है, जिसे 2015 में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) द्वारा शुरू किया गया।
इसका उद्देश्य भारतीय युवाओं को उद्योग-संबंधित कौशल प्रदान कर उनकी रोजगार क्षमता और उत्पादकता बढ़ाना है।
यह योजना स्वावलंबन और उद्यमिता पर केंद्रित होकर कौशल विकास को अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
Static GK Fact: इस योजना को नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NSDC) द्वारा देशभर में कार्यान्वित किया जाता है।
योजना के उद्देश्य
प्रधान उद्देश्य है युवाओं को भारत के बाजार की मांगों के अनुसार निशुल्क कौशल प्रशिक्षण देना।
यह योजना मानकीकृत प्रशिक्षण, प्रमाणन और सफल प्रशिक्षुओं को आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान करती है।
इसके तहत तीन प्रमुख घटक हैं —
- लघु अवधि प्रशिक्षण (Short-Term Training – STT)
- पूर्व अधिगम की मान्यता (Recognition of Prior Learning – RPL)
- विशेष परियोजनाएँ (Special Projects) जो हाशिए पर रहने वाले समूहों को लक्षित करती हैं।
योजना का विकास क्रम
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ने समय के साथ कई चरणों में विकास किया है —
- PMKVY 1.0 (2015–16): 24 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण व प्रमाणन प्रदान किया गया।
- PMKVY 2.0 (2016–20): जिला स्तर की मांग-आधारित योजना लागू की गई।
- PMKVY 3.0 (2021–22): स्थानीय उद्योगों से जुड़ाव, डिजिटल शिक्षण और आत्मनिर्भर भारत पहल के अनुरूप कार्यान्वयन।
- PMKVY 4.0 (2023–24 से आगे): कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), रोबोटिक्स, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी इंडस्ट्री0 तकनीकों पर केंद्रित।
Static GK Tip: स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत 15 जुलाई 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इसी दिन को विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day) के रूप में मनाया जाता है।
कार्यान्वयन और कवरेज
NSDC प्रशिक्षण प्रदाताओं, उद्योगों और राज्य सरकारों के साथ मिलकर प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित करता है।
प्रशिक्षण पंजीकृत प्रशिक्षण केंद्रों (Training Centers) और कौशल मेलों (Kaushal Melas) के माध्यम से दिया जाता है, जहाँ नामांकन और जनजागरूकता दोनों को बढ़ावा मिलता है।
प्रशिक्षार्थियों को राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (NSQF) के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जाता है, और प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रमाणन प्रदान किया जाता है।
यह योजना विनिर्माण, स्वास्थ्य, निर्माण और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाती है।
प्रभाव और उपलब्धियाँ
2025 तक, 1.5 करोड़ से अधिक युवाओं को इस योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
इससे रोजगार दरों में वृद्धि, महिलाओं की भागीदारी और उद्यमशीलता को प्रोत्साहन मिला है।
Static GK Fact: भारत विश्व की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या वाला देश है, जहाँ 62% से अधिक लोग कार्यशील आयु वर्ग में हैं। PMKVY इस जनसांख्यिकीय लाभ को कुशल कार्यबल में बदलने का लक्ष्य रखता है।
इसके साथ ही स्किल इंडिया डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से प्रशिक्षण, प्रमाणन, और रोजगार से संबंधित डेटा का तकनीकी रूप से ट्रैकिंग किया जाता है।
चुनौतियाँ और आगे की दिशा
हालाँकि योजना ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है, फिर भी चुनौतियाँ बनी हुई हैं —
- गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण और औद्योगिक जुड़ाव सुनिश्चित करना
- प्रशिक्षित युवाओं के लिए रोजगार अवसर बढ़ाना
- निजी उद्योगों के साथ सहयोग को सुदृढ़ करना
- एआई-आधारित शिक्षण और अंतरराष्ट्रीय कौशल गतिशीलता को प्रोत्साहित करना
PMKVY 4.0 के माध्यम से भारत अब भविष्य के लिए तैयार कार्यबल की दिशा में अग्रसर है, जो घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों की कौशल आवश्यकताओं को पूरा करेगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
| प्रारंभ वर्ष | 2015 |
| कार्यान्वयन एजेंसी | नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NSDC) |
| मंत्रालय | कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) |
| वर्तमान चरण | PMKVY 4.0 (2023–24 से आगे) |
| मुख्य फोकस | इंडस्ट्री 4.0 कौशल (AI, IoT, रोबोटिक्स) |
| प्रशिक्षण प्रकार | लघु अवधि प्रशिक्षण, RPL, विशेष परियोजनाएँ |
| संबद्ध मिशन | स्किल इंडिया मिशन |
| मनाया जाने वाला दिवस | विश्व युवा कौशल दिवस – 15 जुलाई |
| कुल लाभार्थी | 1.5 करोड़ से अधिक युवा |
| प्रमुख लक्ष्य | कौशल प्रमाणन के माध्यम से भारत के कार्यबल को सशक्त बनाना |





