भारत के अवसंरचना परिदृश्य में परिवर्तन
13 अक्टूबर 2025 को भारत ने प्रधानमंत्री गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (PM GatiShakti NMP) की चारवीं वर्षगांठ मनाई।
2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस पहल ने अवसंरचना प्रशासन की परिभाषा को बदल दिया है — यह एक एकीकृत, डेटा-आधारित डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर केंद्र, राज्य और परियोजनाओं को एक मंच पर जोड़ता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: पीएम गति शक्ति को 2021 में भारत की अवसंरचना वृद्धि को तेज़ करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, जिसमें “सम्पूर्ण सरकार दृष्टिकोण (Whole-of-Government Approach)” अपनाया गया।
दृष्टि और ढाँचा
गति शक्ति ढाँचे (Framework) का लक्ष्य सड़क, रेल, बंदरगाह और हवाई मार्ग जैसे विभिन्न परिवहन साधनों को जोड़ना है ताकि माल और यात्रियों की निर्बाध आवाजाही (Seamless Movement) सुनिश्चित की जा सके।
यह 44 केंद्रीय मंत्रालयों और 36 राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों को GIS-आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से जोड़ता है, जिससे साझा योजना और क्रियान्वयन (Synchronized Planning and Implementation) संभव होता है।
इस पहल ने अलग-अलग परियोजनाओं की योजना (Silo Planning) को समाप्त कर समय और लागत दोनों में दक्षता सुनिश्चित की है, जिससे तेज़ डिलीवरी और न्यूनतम दोहराव संभव हुआ है।
स्थैतिक जीके टिप: यह प्लेटफॉर्म Geographic Information System (GIS) उपकरणों का उपयोग कर रियल-टाइम अवसंरचना मानचित्रण और निगरानी की सुविधा देता है।
प्रमुख उद्देश्य
गति शक्ति के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- भारत में निर्बाध मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी प्राप्त करना।
- लॉजिस्टिक्स लागत को GDP के 13–14% से घटाकर 8–9% तक लाना।
- डेटा-आधारित अवसंरचना योजना और निगरानी को बढ़ावा देना।
- अंतर-मंत्रालयी समन्वय के माध्यम से परियोजनाओं की तेज़ स्वीकृति सुनिश्चित करना।
- पर्यावरणीय स्थिरता (Environmental Sustainability) को परियोजना डिज़ाइन और क्रियान्वयन में सम्मिलित करना।
चार वर्षों की उपलब्धियाँ
चार वर्षों में पीएम गति शक्ति ने अवसंरचना योजना को सहयोगात्मक, पारदर्शी और प्रौद्योगिकी-संचालित प्रक्रिया में बदल दिया है।
- 44 मंत्रालय और सभी राज्य/केंद्रशासित प्रदेश अब राष्ट्रीय मास्टर प्लान पोर्टल (NMP) का उपयोग कर रहे हैं।
- सड़क, रेल, बंदरगाह, हवाईअड्डे और विद्युत नेटवर्क से संबंधित रियल-टाइम डेटा के कारण निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज़ हुई है।
- मंत्रालयों के बीच बेहतर समन्वय से परियोजना में विलंब और फंड उपयोग की समस्या में कमी आई है।
- यह पहल राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति (NLP) को सहयोग प्रदान कर रही है और फ्रेट कॉरिडोर को सशक्त बना रही है।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत का लॉजिस्टिक्स क्षेत्र GDP का लगभग 14% योगदान देता है और 2.2 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है। गति शक्ति इस महत्वपूर्ण क्षेत्र की दक्षता बढ़ाने का लक्ष्य रखती है।
आर्थिक और रणनीतिक प्रभाव
यह योजना केवल अवसंरचना तक सीमित नहीं है — यह भारत के आर्थिक और सामरिक उद्देश्यों के अनुरूप है।
औद्योगिक गलियारों (Industrial Corridors), विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZs) और लॉजिस्टिक्स पार्कों से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान कर यह निर्यात प्रतिस्पर्धा (Export Competitiveness) और मेक इन इंडिया को मजबूती देती है।
पीएम मित्र (PM MITRA) वस्त्र पार्क, रक्षा औद्योगिक गलियारे और सागरमाला परियोजनाएँ अब गति शक्ति-आधारित कनेक्टिविटी से गति पकड़ रही हैं।
स्थैतिक जीके टिप: भारतमाला और सागरमाला परियोजनाओं को गति शक्ति से एकीकृत किया गया है, ताकि भूमि और समुद्री परिवहन नेटवर्क का कुशल समन्वय सुनिश्चित हो।
भविष्य की दिशा
गति शक्ति भारत की अगली पीढ़ी की अवसंरचना क्रांति (Next-Gen Infrastructure Revolution) की रीढ़ है।
यह सुनिश्चित करती है कि विकास समन्वित, सतत और समावेशी हो।
विकसित भारत 2047 (Viksit Bharat 2047) के लक्ष्य की दिशा में यह मास्टर प्लान भारत को कुशल लॉजिस्टिक्स, मज़बूत अवसंरचना और आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर कर रहा है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
शुरुआत का वर्ष | 2021 |
शुरुआत करने वाले | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
उद्देश्य | एकीकृत मल्टीमॉडल अवसंरचना योजना |
शामिल मंत्रालय | 44 केंद्रीय मंत्रालय |
शामिल राज्य/केंद्रशासित प्रदेश | 36 |
प्रयुक्त तकनीक | GIS-आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म |
लॉजिस्टिक्स लागत लक्ष्य | GDP का 8–9% |
संलग्न नीतियाँ | राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति, भारतमाला, सागरमाला, उड़ान |
लाभान्वित प्रमुख क्षेत्र | विनिर्माण, रक्षा, वस्त्र, निर्यात |
वर्षगांठ वर्ष | 2025 (चौथा वर्ष) |