अक्टूबर 6, 2025 2:50 पूर्वाह्न

पीएम ई-ड्राइव योजना ईवी चार्जिंग नेटवर्क का विस्तार करती है

चालू घटनाएँ: पीएम ई-ड्राइव योजना, ईवी चार्जिंग स्टेशन, भारी उद्योग मंत्रालय, भेल (BHEL), सब्सिडी मॉडल, बैटरी स्वैपिंग, स्मार्ट सिटी, पब्लिक ट्रांसपोर्ट हब, सतत् गतिशीलता, स्वच्छ ऊर्जा

PM E-DRIVE Scheme Expands EV Charging Network

योजना का शुभारंभ

भारत सरकार ने पीएम ई-ड्राइव योजना के लिए परिचालन दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत 72,300 से अधिक सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में सबसे बड़ी बाधा—विश्वसनीय और सुलभ चार्जिंग पॉइंट की कमी—को दूर करना है।
यह योजना शहरी केंद्रों, व्यस्त यातायात गलियारों और प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को कवर करेगी, जिससे हरित गतिशीलता की ओर संक्रमण तेज होगा।
स्थिर जीके तथ्य: भारत की पहली इलेक्ट्रिक वाहन नीति दिल्ली में 2020 में शुरू की गई थी।

सब्सिडी संरचना

योजना के तहत सब्सिडी एक स्तरीय मॉडल पर आधारित है।

  • सरकारी कार्यालयों, अस्पतालों और आवासीय कॉलोनियों को, यदि वे सार्वजनिक उपयोग के लिए मुफ्त पहुँच सुनिश्चित करें, तो अपस्ट्रीम इंफ्रास्ट्रक्चर और चार्जिंग उपकरण पर 100% सब्सिडी मिलेगी।
  • एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, मेट्रो हब और टोल प्लाजा को इंफ्रास्ट्रक्चर पर 80% और उपकरण पर 70% सब्सिडी मिलेगी।
  • मॉल और सड़क किनारे की व्यावसायिक इकाइयों को इंफ्रास्ट्रक्चर पर 80% सब्सिडी मिलेगी।
  • बैटरी स्वैपिंग स्टेशन को भी 80% सब्सिडी दी जाएगी।
    स्थिर जीके टिप: भारत की पहली बैटरी स्वैपिंग नीति केंद्रीय बजट 2022 में प्रस्तावित की गई थी।

लक्षित क्षेत्र

योजना में दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों, राज्य की राजधानियों, मेट्रो से जुड़े शहरों और स्मार्ट सिटी को प्राथमिकता दी जाएगी। इसका उद्देश्य ईवी उपयोगकर्ताओं की रेंज चिंता को कम करना और सार्वजनिक परिवहन हब व व्यावसायिक परिसरों में चार्जिंग सुविधा सुनिश्चित करना है।

क्रियान्वयन ढांचा

भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी नियुक्त किया गया है। पात्र सरकारी एजेंसियाँ नोडल निकाय के रूप में कार्य करेंगी और उपयुक्त साइटों का चयन करेंगी।
प्रस्ताव ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जमा होंगे ताकि पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित हो सके। सब्सिडी दो किश्तों में जारी की जाएगी, जो अनुपालन और प्रदर्शन मानकों से जुड़ी होगी।
स्थिर जीके तथ्य: BHEL की स्थापना 1964 में हुई थी और यह भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादन उपकरण निर्माता कंपनी है।

अपेक्षित प्रभाव

इस योजना से ईवी अपनाने में तेजी आएगी क्योंकि यह इंफ्रास्ट्रक्चर गैप को पूरा करती है। मुफ्त सार्वजनिक पहुँच और विविध स्थानों पर सब्सिडी से उपभोक्ता विश्वास और सुविधा दोनों बढ़ेंगे।
दीर्घकाल में, चार्जिंग स्टेशनों का विस्तार वाहन उत्सर्जन घटाने, तेल आयात कम करने और पेरिस समझौते के अंतर्गत जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा।
स्थिर जीके टिप: नीति आयोग के अनुसार, भारत का लक्ष्य 2030 तक 30% ईवी बिक्री हिस्सेदारी प्राप्त करना है।

स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका

विषय विवरण
योजना का नाम पीएम ई-ड्राइव योजना
लॉन्च वर्ष 2025
चार्जिंग स्टेशन लक्ष्य 72,300
कार्यान्वयन एजेंसी BHEL
सरकारी कार्यालय/अस्पताल सब्सिडी 100% (मुफ्त सार्वजनिक पहुँच पर)
एयरपोर्ट/स्टेशन/टोल प्लाजा सब्सिडी 80% इंफ्रा, 70% उपकरण
व्यावसायिक हब सब्सिडी 80% इंफ्रा
बैटरी स्वैपिंग 80% इंफ्रा सब्सिडी
प्राथमिक क्षेत्र दस लाख+ आबादी वाले शहर, राजधानियाँ, स्मार्ट सिटी, मेट्रो टाउन
राष्ट्रीय लक्ष्य 2030 तक 30% ईवी बिक्री (नीति आयोग)
PM E-DRIVE Scheme Expands EV Charging Network
  1. सरकार ने ईवी चार्जिंग विस्तार के लिए 2025 में पीएम ई-ड्राइव योजना शुरू की।
  2. देश भर में 72,300 सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य।
  3. इसका उद्देश्य विश्वसनीय चार्जिंग बुनियादी ढांचे की कमी को दूर करना है।
  4. फोकस क्षेत्र: शहरी केंद्र, उच्च-यातायात गलियारे, वाणिज्यिक क्षेत्र।
  5. भारत की पहली ईवी नीति 2020 में दिल्ली द्वारा शुरू की गई थी।
  6. सरकारी कार्यालयों, अस्पतालों, आवासीय कॉलोनियों में 100% सब्सिडी दी जाती है।
  7. हवाई अड्डों, स्टेशनों, टोल प्लाजा को 80% बुनियादी ढांचे और 70% उपकरणों पर सब्सिडी मिलती है।
  8. मॉल जैसे वाणिज्यिक केंद्र 80% सब्सिडी के लिए पात्र हैं।
  9. बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों को 80% बुनियादी ढांचे पर सब्सिडी दी जाएगी।
  10. योजना दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों, राजधानियों, स्मार्ट शहरों और महानगरों को प्राथमिकता देती है।
  11. पूरे भारत में ईवी उपयोगकर्ताओं के लिए रेंज की चिंता कम करती है।
  12. भेल (स्थापित 1964) परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी है।
  13. नोडल एजेंसियाँ माँग का आकलन करती हैं और उपयुक्त चार्जिंग स्थलों की सूची बनाती हैं।
  14. ऑनलाइन पोर्टल परियोजना प्रस्तावों में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करता है।
  15. अनुपालन मानकों से जुड़ी दो किस्तों में सब्सिडी जारी की जाती है।
  16. विस्तार का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और उपभोक्ता विश्वास में तेज़ी लाना है।
  17. यह योजना पेरिस समझौते की प्रतिबद्धताओं के तहत भारत के जलवायु लक्ष्यों का समर्थन करती है।
  18. इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने से तेल आयात और वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलती है।
  19. भारत का लक्ष्य 2030 तक इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 30% की वृद्धि करना है (नीति आयोग)।
  20. यह योजना सतत गतिशीलता और स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन सुनिश्चित करती है।

Q1. पीएम ई-ड्राइव योजना के तहत कितने ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने का लक्ष्य है?


Q2. इस योजना की परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी कौन है?


Q3. भेल की स्थापना किस वर्ष हुई थी?


Q4. सरकारी कार्यालयों और अस्पतालों में चार्जिंग स्टेशन के लिए कितनी सब्सिडी दी जाती है?


Q5. भारत का 2030 तक ईवी बिक्री पैठ लक्ष्य क्या है?


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