नया नियामक निकाय
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम्स अधिनियम, 2007 के अंतर्गत एक नया भुगतान नियामक बोर्ड (Payments Regulatory Board – PRB) गठित किया है। यह छह सदस्यीय बोर्ड अब भारत की पूरी भुगतान व्यवस्था के नियमन और पर्यवेक्षण के लिए जिम्मेदार होगा। इसने पुराने BPSS (Board for Regulation and Supervision of Payment and Settlement Systems) की जगह ले ली है।
संरचना और गठन
- अध्यक्ष: आरबीआई गवर्नर (एक्स-ऑफिशियो चेयरपर्सन)
- अन्य सदस्य:
- भुगतान प्रणाली प्रभारी उप-गवर्नर (एक्स-ऑफिशियो)
- आरबीआई सेंट्रल बोर्ड द्वारा नामित एक अधिकारी (एक्स-ऑफिशियो)
- केंद्र सरकार द्वारा नामित तीन विशेषज्ञ (भुगतान प्रणाली, आईटी, साइबर सुरक्षा या कानून में विशेषज्ञता रखने वाले)
कार्यकाल: 4 वर्ष, पुनर्नियुक्ति नहीं।
अयोग्यता: 70 वर्ष से अधिक आयु, दिवालियापन, 180 दिन या उससे अधिक की सजा, सांसद/विधायक होना।
स्थिर जीके तथ्य: आरबीआई गवर्नर कई नियामक निकायों जैसे मौद्रिक नीति समिति (MPC) के भी एक्स-ऑफिशियो चेयरपर्सन होते हैं।
सलाहकार और आमंत्रित सदस्य
- आरबीआई के प्रधान विधिक सलाहकार स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगे।
- बोर्ड आवश्यकता अनुसार स्थायी या अस्थायी विशेषज्ञों को आमंत्रित कर सकता है।
बैठकें और निर्णय प्रक्रिया
- बोर्ड की बैठकें वर्ष में कम से कम दो बार होंगी।
- कोरम: कम से कम तीन सदस्य (जिनमें चेयरपर्सन या उप-गवर्नर और एक नामित सदस्य अनिवार्य)।
- निर्णय बहुमत से होंगे। टाई होने पर चेयरपर्सन (या उप-गवर्नर) का निर्णायक वोट मान्य होगा।
स्थिर जीके टिप: आरबीआई की स्थापना 1935 में आरबीआई अधिनियम 1934 के तहत हुई और इसे 1949 में राष्ट्रीयकृत किया गया।
पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम्स अधिनियम 2007
- यह अधिनियम भारत में भुगतान अवसंरचना का मुख्य कानून है।
- इसमें आरबीआई को नियामक प्राधिकरण घोषित किया गया है।
- आरटीजीएस (RTGS), एनईएफटी (NEFT) जैसे इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर सिस्टम को नियंत्रित करता है।
- उपभोक्ता सुरक्षा, अनुचित शुल्कों पर रोक, सुरक्षा सुनिश्चित करना और मध्यस्थों को जवाबदेह ठहराना इसके प्रमुख उद्देश्य हैं।
स्थिर जीके तथ्य: भारत में RTGS 2004 और NEFT 2005 में शुरू किया गया था।
महत्व
PRB की स्थापना भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल भुगतान क्षेत्र के लिए मज़बूत गवर्नेंस फ्रेमवर्क प्रदान करती है। बढ़ते साइबर सुरक्षा खतरों, धोखाधड़ी और नई फिनटेक तकनीकों के बीच यह बोर्ड स्थिरता, उपभोक्ता सुरक्षा और नवाचार को बढ़ावा देगा।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
विषय | विवरण |
गठित निकाय | भुगतान नियामक बोर्ड (PRB) |
गठित करने वाली संस्था | भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) |
प्रतिस्थापित निकाय | BPSS (Board for Regulation and Supervision of Payment and Settlement Systems) |
सदस्य | 6 (गवर्नर, डिप्टी गवर्नर, आरबीआई अधिकारी, 3 सरकारी विशेषज्ञ) |
कार्यकाल | 4 वर्ष, पुनर्नियुक्ति नहीं |
अयोग्यता | 70 वर्ष+, दिवालियापन, 180 दिन की सजा, सांसद/विधायक |
स्थायी आमंत्रित | आरबीआई के प्रधान विधिक सलाहकार |
बैठक कोरम | 3 सदस्य (चेयरपर्सन/डिप्टी गवर्नर सहित) |
संबंधित अधिनियम | पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम्स एक्ट, 2007 |
कवर सिस्टम | RTGS, NEFT |