सितम्बर 26, 2025 4:21 पूर्वाह्न

पल्मायरा संरक्षण अभियान

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Palmyra Protection Drive

सरकारी कदम

तमिलनाडु सरकार ने पल्मायरा वृक्ष (राज्य वृक्ष, जून 1988 से) की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए हैं।

  • किसी भी कारणवश वृक्ष काटने से पहले उझवन (किसान) मोबाइल ऐप से अनुमति लेना अनिवार्य है।
  • प्रत्येक वृक्ष की कटाई पर 10 पौधे लगाने का नियम लागू किया गया है।
    यह नीति सतत संरक्षण प्रयासों को मज़बूती देती है।

स्थैतिक तथ्य: पल्मायरा वृक्ष (Borassus flabellifer) का उपयोग परंपरागत रूप से ताड़ी, गुड़ और पत्तियों से बने हस्तशिल्प में होता है, जिससे यह तमिलनाडु में आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है।

कानूनी ढांचा

  • 2021 में कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि बिना अनुमति पल्मायरा वृक्ष काटना पूरी तरह प्रतिबंधित है।
  • यह नियम किसानों, उद्योगों और व्यक्तियों सभी पर लागू है।
  • उद्देश्य है जैव विविधता की रक्षा और अनियंत्रित कटाई पर रोक।

वृक्ष संबंधी आँकड़े

  • 2019–20 में तमिलनाडु खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अनुसार राज्य में लगभग 5 करोड़ पल्मायरा वृक्ष थे।
  • तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय का अनुमान है कि पूरे भारत में लगभग 10 करोड़ पल्मायरा वृक्ष हैं, जिनमें से आधे तमिलनाडु में हैं।

स्थैतिक तथ्य: तमिलनाडु पूरे भारत के पल्मायरा वृक्षों का लगभग 50% हिस्सा रखता है।

संरक्षण मिशन

  • पिछले 3 वर्षों से तमिलनाडु सरकार ने पल्मायरा वृक्ष संरक्षण के लिए विशेष मिशन चलाया है।
  • इसमें जनजागरूकता अभियान, पुनः वृक्षारोपण और कटाई की निगरानी शामिल है।
  • उझवन ऐप के माध्यम से तकनीकी निगरानी और समुदाय की भागीदारी को जोड़ा गया है।

स्थैतिक तथ्य: पल्मायरा वृक्ष 100 वर्ष से अधिक जीवित रह सकता है और दीर्घकालिक पर्यावरणीय व आर्थिक लाभ देता है।

पर्यावरणीय और आर्थिक महत्व

  • यह वृक्ष मृदा संरक्षण, कार्बन अवशोषण में सहायक है।
  • ताड़ी, गुड़ और हस्तशिल्प जैसे उत्पादों से ग्रामीण आजीविका को मज़बूती मिलती है।
  • संरक्षण तमिलनाडु के पर्यावरणीय लक्ष्यों और ग्रामीण विकास रणनीति से जुड़ा है।

स्थैतिक तथ्य: तमिलनाडु के अलावा उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और केरल में भी पल्मायरा वृक्ष पाए जाते हैं, लेकिन व्यावसायिक दृष्टि से तमिलनाडु सबसे अग्रणी है।

सामुदायिक भागीदारी

  • किसान और स्थानीय समुदाय संरक्षण अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
  • अवैध कटाई की सूचना देना और वृक्षारोपण में भाग लेना प्रोत्साहित किया जा रहा है।
  • तकनीक, कानून और समुदाय की भागीदारी से राज्य वृक्ष का दीर्घकालिक संरक्षण सुनिश्चित होता है।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
राज्य वृक्ष घोषित जून 1988
सरकारी पहल प्रत्येक कटाई पर 10 पौधे लगाना
अनुमति प्रक्रिया उझवन मोबाइल ऐप
प्रमुख अधिकारी कृषि मंत्री
तमिलनाडु में वृक्ष (2019–20) 5 करोड़
भारत में कुल वृक्ष 10 करोड़
मिशन की अवधि 3 वर्ष
संरक्षण उपाय कानूनी अनुमति, पौधारोपण, सामुदायिक भागीदारी
आर्थिक महत्व ताड़ी, गुड़, हस्तशिल्प
Palmyra Protection Drive
  1. पल्मायरा को जून 1988 में तमिलनाडु का राज्य वृक्ष घोषित किया गया था।
  2. कटाई के लिए उझावन किसान मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से अनुमति की आवश्यकता होती है।
  3. नियम के अनुसार प्रत्येक काटे गए पेड़ के लिए 10 पौधे लगाना अनिवार्य है।
  4. कृषि मंत्री ने 2021 में अवैध कटाई पर प्रतिबंध लगाने पर ज़ोर दिया।
  5. 2019-20 तक तमिलनाडु में 5 करोड़ पल्मायरा के पेड़ थे।
  6. भारत में कुल मिलाकर 10 करोड़ पल्मायरा के पेड़ हैं।
  7. अकेले तमिलनाडु में भारत की 50% पल्मायरा आबादी पाई जाती है।
  8. पल्मायरा का उपयोग ताड़ी, गुड़, शिल्प और आर्थिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
  9. सरकारी अभियानों में जागरूकता, निगरानी और पुनःरोपण अभियान शामिल हैं।
  10. पल्मायरा का पेड़ 100 वर्षों से अधिक समय तक जीवित रहता है और इसके कई लाभ हैं।
  11. संरक्षण मिशन लगातार तीन वर्षों से सक्रिय है।
  12. किसानों और समुदायों को अवैध वृक्ष कटाई की सूचना देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
  13. पल्मायरा मृदा संरक्षण और कार्बन पृथक्करण प्रयासों में योगदान देता है।
  14. उझावन ऐप संरक्षण अनुपालन की प्रभावी डिजिटल निगरानी सुनिश्चित करता है।
  15. संरक्षण तमिलनाडु की व्यापक पर्यावरण संरक्षण रणनीति के अनुरूप है।
  16. पेड़ों की कटाई केवल अपरिहार्य कानूनी परिस्थितियों में ही अनुमत है।
  17. पल्मायरा आबादी वाले अन्य राज्यों में ओडिशा, आंध्र प्रदेश और केरल शामिल हैं।
  18. पल्मायरा संरक्षण हस्तशिल्प और गुड़ की बिक्री के माध्यम से आजीविका का समर्थन करता है।
  19. सरकार अनधिकृत कटाई के खिलाफ सख्त कानूनी सुरक्षा उपाय लागू करती है।
  20. ड्राइव तमिलनाडु के राज्य वृक्ष के दीर्घकालिक अस्तित्व को सुनिश्चित करता है।

Q1. तमिलनाडु के राज्य वृक्ष के रूप में पामिरा (पल्मिरा) वृक्ष को कब घोषित किया गया था?


Q2. पामिरा वृक्ष काटने की अनुमति किस मोबाइल ऐप के माध्यम से ली जाती है?


Q3. एक पामिरा वृक्ष काटने पर कितने पौधे लगाए जाने अनिवार्य हैं?


Q4. तमिलनाडु में (2019–20) पामिरा वृक्षों की अनुमानित संख्या कितनी थी?


Q5. एक पामिरा वृक्ष की आयु कितनी हो सकती है?


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