विकास का प्रवेशद्वार बना पूर्वोत्तर
प्रधानमंत्री ने ज़ोर दिया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र (NER) अब सीमांत नहीं, बल्कि भारत की विकास धुरी बन चुका है।
- एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत पूर्वोत्तर को दक्षिण-पूर्व एशिया का प्रवेशद्वार माना गया है।
- रणनीति का आधार है EAST फॉर्मूला – Empower, Act, Strengthen, Transform।
स्थिर जीके तथ्य: एक्ट ईस्ट पॉलिसी 2014 में शुरू की गई, जिसने 1991 की लुक ईस्ट पॉलिसी को विस्तारित किया।
कनेक्टिविटी को बढ़ावा
- बैराबी–सैरांग रेल लाइन ने मिज़ोरम की राजधानी आइज़ॉल को आज़ादी के बाद पहली बार राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ा।
- जुलाई 2025 तक पूर्वोत्तर में 16,207 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग पूरे हो चुके हैं।
- छिमतुइपुई नदी पुल और थेंजवल–सियालसुक सड़क जैसी परियोजनाएँ तेज़ राजमार्ग विकास को दर्शाती हैं।
- भारतनेट परियोजना ने ग्राम पंचायत स्तर तक इंटरनेट पहुँच को मज़बूत किया।
- उड़ान योजना ने अविकसित हवाईअड्डों और हेलीपोर्ट्स तक हवाई मार्गों का विस्तार किया।
स्थिर जीके टिप: पूर्वोत्तर भारत की पहली रेलवे लाइन असम बंगाल रेलवे थी, जो 1881 से चालू है।
वित्तीय सहायता और विकास योजनाएँ
- पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (MDoNER) वित्तपोषण और परियोजना निगरानी में अहम भूमिका निभा रहा है।
- पीएम-DevINE योजना ने बुनियादी ढाँचे, कनेक्टिविटी और आजीविका परियोजनाओं को वित्तपोषित किया।
- पूर्वोत्तर विकास सेतु पोर्टल ने परियोजनाओं की स्वीकृति और निगरानी को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाया।
स्थिर जीके तथ्य: MDoNER की स्थापना 2001 में पूर्वोत्तर क्षेत्र की वृद्धि पर विशेष ध्यान देने के लिए की गई थी।
सामने आने वाली चुनौतियाँ
- भौगोलिक अड़चनें: कठिन भूभाग, भारी मानसून, और सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर निर्भरता।
- सुरक्षा खतरे: उग्रवादी संगठन जैसे ULFA और NSCN, सीमा पार प्रवासन और तस्करी।
- आर्थिक चुनौतियाँ: जीवन-यापन कृषि पर निर्भरता, सीमित औद्योगिकीकरण और युवाओं का पलायन।
- सामाजिक तनाव:
- 2021 में असम–मिज़ोरम झड़पें
- 2023 में मणिपुर हिंसा
- जनसांख्यिकीय दबाव: विशेषकर असम में NRC मुद्दे से संबंधित प्रवासन।
स्थिर जीके टिप: सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) केवल 22 किमी चौड़ा गलियारा है जो भारत को पूर्वोत्तर से जोड़ता है।
आगे का रास्ता
पूर्वोत्तर को वास्तविक विकास केंद्र बनाने के लिए ज़रूरी है:
- कनेक्टिविटी में निवेश
- सुशासन सुधार
- शांति निर्माण और सामाजिक समरसता
यदि बुनियादी ढाँचे का विस्तार और सामाजिक स्थिरता साथ-साथ हो तो पूर्वोत्तर भारत वास्तव में देश का विकास का अगुवा बन सकता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
एक्ट ईस्ट पॉलिसी | 2014 में शुरू, दक्षिण-पूर्व एशिया से संबंध गहरा करने हेतु |
EAST फॉर्मूला | Empower, Act, Strengthen, Transform |
रेलवे मील का पत्थर | बैराबी–सैरांग रेल लाइन से आइज़ॉल जुड़ा |
राजमार्ग विकास | जुलाई 2025 तक 16,207 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग |
डिजिटल कनेक्टिविटी | भारतनेट से ग्राम पंचायत स्तर पर इंटरनेट |
हवाई कनेक्टिविटी | उड़ान योजना से नए हवाई मार्ग |
वित्तीय योजनाएँ | पीएम-DevINE से आधारभूत व आजीविका परियोजनाएँ |
गवर्नेंस पोर्टल | पूर्वोत्तर विकास सेतु (पारदर्शिता) |
सुरक्षा मुद्दे | ULFA, NSCN, सीमा पार तस्करी |
मुख्य बाधा | 22 किमी चौड़ा सिलीगुड़ी कॉरिडोर |