रीजनल कॉन्फ्रेंस का ओवरव्यू
चेन्नई में NGT जोनल बेंच ने 6 और 7 दिसंबर को रीजनल कॉन्फ्रेंस ऑन एनवायरनमेंट 2025 होस्ट किया, जिसमें एनवायरनमेंटल गवर्नेंस को आगे बढ़ाने के लिए कमिटेड मुख्य स्टेकहोल्डर्स को एक साथ लाया गया। इस इवेंट में इंस्टीट्यूशनल कोलेबोरेशन और सस्टेनेबिलिटी के लिए एक यूनिफाइड रीजनल विज़न की ज़रूरत पर ज़ोर दिया गया।
स्टैटिक GK फैक्ट: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की स्थापना 2010 में NGT एक्ट के तहत तेज़ी से एनवायरनमेंटल जस्टिस पक्का करने के लिए की गई थी।
लीडरशिप और इनॉगरल पार्टिसिपेशन
कॉन्फ्रेंस NGT के चेयरपर्सन जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव की लीडरशिप में हुई, जिसे जस्टिस पुष्पा सत्यनारायण और ट्रिब्यूनल के मेंबर्स का सपोर्ट मिला। जस्टिस एम.एम. सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सुंदरेश ने इवेंट का उद्घाटन किया, जिसमें जस्टिस अरविंद कुमार और जस्टिस मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव खास मेहमानों के तौर पर शामिल हुए। तमिलनाडु सरकार के सीनियर अधिकारियों ने रीजनल एडमिनिस्ट्रेटिव नज़रिए से भी बात की।
स्टैटिक GK टिप: भारत के सुप्रीम कोर्ट में एक चीफ जस्टिस और ज़्यादा से ज़्यादा 33 जज होते हैं।
दक्षिणी इलाके की एनवायरनमेंटल चुनौतियों पर फोकस
इस इवेंट में ज्यूडिशियल ऑफिसर, एनवायरनमेंटल एक्सपर्ट, एकेडमिक्स, सिविल सोसाइटी ग्रुप और एडमिनिस्ट्रेटर एक साथ आए। चर्चा महात्मा गांधी के एनवायरनमेंटल देखभाल के संदेश से प्रेरित थी, जिसमें रिसोर्स के ज़िम्मेदार इस्तेमाल की ज़िम्मेदारी पर ज़ोर दिया गया था। सेशन में दक्षिणी इलाके को प्रभावित करने वाले ज़रूरी मुद्दों पर बात की गई, जिसमें सस्टेनेबिलिटी, रेज़िलिएंस और रेगुलेटरी एफिशिएंसी को मुख्य प्रायोरिटी के तौर पर बताया गया।
टेक्निकल सेशन
एनवायरनमेंटल लॉ और बायोडायवर्सिटी
पहला टेक्निकल सेशन, जिसकी अध्यक्षता जस्टिस ए. मुहम्मद मुस्ताक ने की, एनवायरनमेंटल लॉ एनफोर्समेंट और बायोडायवर्सिटी कंज़र्वेशन पर फोकस था। बातचीत में बेहतर कम्प्लायंस मैकेनिज्म और कम्युनिटी-सेंट्रिक कंज़र्वेशन मॉडल की ज़रूरत पर बात की गई।
स्टैटिक GK फैक्ट: भारत दुनिया के 17 मेगाडायवर्स देशों में से एक है। वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम
जस्टिस डी. भरत चक्रवर्ती की अध्यक्षता में दूसरे सेशन में सॉलिड और बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट फ्रेमवर्क में कमियों पर बात की गई। अधिकारियों ने एनवायरनमेंट पर पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत करने और डीसेंट्रलाइज्ड वेस्ट सॉल्यूशन अपनाने के महत्व पर चर्चा की।
स्टैटिक GK टिप: बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स को 2016 में अलग करने और डिस्पोजल के नियमों को सख्त करने के लिए अपडेट किया गया था।
कोस्टल प्रोटेक्शन की चिंताएं
जस्टिस सूरज गोविंदराज की अध्यक्षता में तीसरे सेशन में कोस्टल ज़ोन की चुनौतियों पर बात की गई, जिसमें कटाव, प्रदूषण और क्लाइमेट पर पड़ने वाले असर शामिल हैं। चर्चा में साइंस-बेस्ड रेगुलेशन और आपदा की तैयारी के ज़रिए नाजुक कोस्टल इकोसिस्टम को सुरक्षित रखने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया गया।
स्टैटिक GK फैक्ट: भारत की कोस्टलाइन लगभग 7,516 km है, जो नौ कोस्टल राज्यों को कवर करती है।
वेलेडिक्टरी सेशन और पहचान
कॉन्फ्रेंस सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस आर. महादेवन की अगुवाई में एक वेलेडिक्टरी सेरेमनी के साथ खत्म हुई। तमिलनाडु के एनवायरनमेंट डिपार्टमेंट के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल समेत सीनियर अधिकारियों ने आखिरी बातचीत में हिस्सा लिया। अवॉर्ड उन लोगों और संस्थाओं को दिए गए जिन्होंने पर्यावरण की सुरक्षा, सहयोग को मज़बूत करने और पॉलिसी में नएपन के लिए बहुत अच्छा कमिटमेंट दिखाया।
Static Usthadian Current Affairs Table
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Topic |
Detail |
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कार्यक्रम |
क्षेत्रीय पर्यावरण सम्मेलन 2025 |
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आयोजक |
NGT जोनल बेंच, चेन्नई |
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तिथियाँ |
6–7 दिसंबर 2025 |
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उद्घाटन |
न्यायमूर्ति एम. एम. सुंदरेश, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया |
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प्रमुख थीम |
जैव विविधता, कचरा प्रबंधन, तटीय संरक्षण |
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तकनीकी सत्र |
वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा संचालित तीन सत्र |
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समापन सत्र अध्यक्षता |
न्यायमूर्ति आर. महादेवन |
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सहभागिता |
न्यायिक अधिकारी, विशेषज्ञ, नागरिक समाज संगठन |
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क्षेत्रीय फोकस |
दक्षिणी क्षेत्रों की पर्यावरणीय चुनौतियाँ |
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मुख्य उद्देश्य |
सतत विकास के लिए सहयोग को मजबूत करना |





