नया GST ढाँचा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 सितंबर 2025 को घोषणा की कि नए अगली पीढ़ी के GST सुधार 22 सितंबर 2025 से प्रभावी होंगे। नई प्रणाली कराधान को सरल बनाती है और केवल 5% और 18% स्लैब रखे गए हैं। खाद्य पदार्थ, दवाइयाँ, साबुन और बीमा जैसी आवश्यक वस्तुओं पर अब 0% या 5% GST लगेगा, जिससे दैनिक खर्चों में कमी आएगी।
स्थिर जीके तथ्य: भारत में GST पहली बार 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ था, जो वन नेशन, वन टैक्स सिद्धांत के तहत कई अप्रत्यक्ष करों का स्थानापन्न बना।
नागरिकों के लिए बचत
इन सुधारों से आयकर उपायों के साथ मिलकर सालाना 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत होने की उम्मीद है। टूथब्रश, टूथपेस्ट और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी आवश्यकताओं पर कम GST से घरेलू बजट हल्का होगा। यात्रा और आतिथ्य सेवाएँ भी सस्ती होंगी, जिससे नागरिकों की क्रय शक्ति बढ़ेगी।
स्थिर जीके टिप: 2023 में भारत का GDP 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर पार कर गया था, जिसमें उपभोक्ता मांग विकास का प्रमुख हिस्सा रही।
MSMEs को समर्थन
सरकार ने बताया कि MSMEs, छोटे व्यापारी और कुटीर उद्योग सरल प्रणाली से लाभान्वित होंगे। अनुपालन बोझ कम होने और कम कर दरों से छोटे व्यवसाय उत्पादन बढ़ा पाएंगे, रोजगार सृजित करेंगे और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे।
स्थिर जीके तथ्य: MSMEs भारत के GDP में लगभग 30% योगदान करते हैं और 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं, जिससे वे अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहलाते हैं।
आर्थिक प्रोत्साहन
सरल GST, आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि के तहत घरेलू विनिर्माण को मज़बूत करेगा। बढ़ी हुई उपभोक्ता मांग निवेश को प्रोत्साहित करेगी, जबकि सहकारी संघवाद केंद्र और राज्यों के बीच संबंधों को मज़बूत बनाएगा। ये कदम भारत को वैश्विक निवेश के लिए और अधिक आकर्षक केंद्र भी बनाएँगे।
स्थिर जीके टिप: विश्व बैंक के Ease of Doing Business Index में भारत की रैंक 2014 में 142 से सुधारकर 2020 में 63 हो गई थी।
स्वदेशी का आह्वान
प्रधानमंत्री ने नागरिकों से स्वदेशी उत्पादों को आधुनिक आर्थिक स्वतंत्रता आंदोलन के रूप में अपनाने का आग्रह किया। हर घर को स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने और हर दुकान को उन्हें गर्व से प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। यह स्वतंत्रता संग्राम की भावना को दोहराता है, जहाँ स्वदेशी ब्रिटिश आयात के विरुद्ध एक प्रमुख साधन था।
स्थिर जीके तथ्य: ऐतिहासिक स्वदेशी आंदोलन 1905 में बंगाल विभाजन के दौरान शुरू हुआ था, जिसने भारतीय उत्पादों को बढ़ावा दिया और ब्रिटिश वस्तुओं का बहिष्कार किया।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
घोषणा तिथि | 21 सितंबर 2025 |
सुधार लागू होने की तिथि | 22 सितंबर 2025 |
बनाए गए GST स्लैब | 5% और 18% |
अनुमानित वार्षिक बचत | ₹2.5 लाख करोड़ |
प्रमुख लाभार्थी | नागरिक, MSMEs, छोटे व्यवसाय |
ऐतिहासिक GST लॉन्च | 1 जुलाई 2017 |
GDP में MSMEs का योगदान | लगभग 30% |
MSMEs में रोजगार | 11 करोड़ से अधिक लोग |
प्रमुख आर्थिक दृष्टि | आत्मनिर्भर भारत |
ऐतिहासिक स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत | 1905, बंगाल विभाजन |