अक्टूबर 21, 2025 8:52 अपराह्न

तमिलनाडु के लिए नए रडार

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New Radars for Tamil Nadu

मौसम राडार नेटवर्क का विस्तार

तमिलनाडु अब अपने मौसम निगरानी बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने जा रहा है। राज्य में अतिरिक्त राडार लगाए जाएंगे, जिनका उद्देश्य पूर्वानुमान की सटीकता को बढ़ाना और चरम मौसम स्थितियों के लिए समय पर चेतावनी देना है।
Static GK Fact: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) वर्तमान में देशभर में 70 से अधिक मौसम राडारों का संचालन करता है।

राज्य की राजधानी चेन्नई में तीन नए एक्सबैंड राडार स्थापित किए जाने की योजना है। ये मौजूदा एसबैंड और एक्सबैंड सिस्टम के साथ मिलकर उच्च-रिज़ॉल्यूशन डेटा प्रदान करेंगे, जिससे वर्षा मापन की सटीकता बढ़ेगी।
Static GK Tip: एक्सबैंड राडार विशेष रूप से अल्प दूरी के मौसमीय घटनाओं जैसे भारी वर्षा और आंधीतूफान का पता लगाने में अत्यधिक प्रभावी होते हैं।

राष्ट्रीय राडार विस्तार योजना

तमिलनाडु की राडार परियोजना राष्ट्रीय स्तर की पहल का हिस्सा है।
भारत सरकार देशभर में 100–120 नए मौसम राडार लगाने की योजना पर कार्य कर रही है, ताकि जलवायु निगरानी और आपदा तैयारी को सुदृढ़ किया जा सके।
Static GK Fact: यह योजना IMD की अवलोकन नेटवर्क आधुनिकीकरण रणनीति के अनुरूप है, जो पूर्वानुमान क्षमता बढ़ाने पर केंद्रित है।

नई राडार स्थापना के लिए स्थल चयन प्रक्रिया चल रही है, जिसमें चरम मौसम से प्रभावित क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जा रही है।
तटीय क्षेत्र और बाढ़ संभावित क्षेत्र विशेष ध्यान में रखे जा रहे हैं, ताकि समय रहते चेतावनी जारी की जा सके।
Static GK Tip: प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (Early Warning System) चक्रवात और भारी वर्षा जैसी आपदाओं के दौरान जनहानि और आर्थिक क्षति को कम करने में मदद करती है।

तकनीकी लाभ

एसबैंड और एक्सबैंड राडारों का संयोजन मौसम निगरानी की सटीकता को व्यापक बनाता है।
एसबैंड राडार लंबी दूरी की निगरानी के लिए उपयोगी हैं, जबकि एक्सबैंड राडार स्थानीय स्तर पर सटीक डेटा प्रदान करते हैं।
यह दोहरी प्रणाली (Dual System) विशेष रूप से मानसून के दौरान पूर्वानुमान की विश्वसनीयता को बढ़ाती है।

राडार घनत्व में सुधार से कृषि, जल प्रबंधन और शहरी नियोजन को भी लाभ होगा।
किसान और अधिकारी अब सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, और आपातकालीन प्रतिक्रिया से संबंधित बेहतर निर्णय ले पाएंगे।
Static GK Fact: भारत में औसत वार्षिक वर्षा लगभग 1170 मिमी होती है, जिससे सटीक निगरानी जल संसाधन प्रबंधन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

भविष्य की दिशा

राडार नेटवर्क के इस विस्तार के साथ, तमिलनाडु क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान में एक नया मानक (Benchmark) स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है।
यह परियोजना रियलटाइम राडार डेटा को पूर्वानुमान मॉडलों से एकीकृत करेगी, जिससे आपदा प्रबंधन और भी प्रभावी बनेगा।
Static GK Tip: विस्तारित राडार कवरेज मोबाइल ऐप्स, चेतावनी अलर्ट, और मीडिया प्रसारण के माध्यम से प्रारंभिक चेतावनी वितरण प्रणाली को और मजबूत करेगा।

यह पहल जलवायुलचीले बुनियादी ढांचे (Climate-Resilient Infrastructure) के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और भारत के पर्यावरण निगरानी लक्ष्यों के अनुरूप है।
यह तकनीकी आधुनिकीकरण के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम करने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय (Topic) विवरण (Detail)
तमिलनाडु उन्नयन चेन्नई और अन्य क्षेत्रों में अतिरिक्त एक्स-बैंड राडार स्थापित करने की योजना
वर्तमान प्रणाली मौजूदा एस-बैंड और एक्स-बैंड राडार संचालित
राष्ट्रीय योजना पूरे भारत में 100–120 मौसम राडार लगाने की योजना
उद्देश्य पूर्वानुमान सटीकता और आपदा तैयारी में सुधार
स्थल चयन तटीय और बाढ़-प्रवण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
लाभ निगरानी में सुधार, कृषि योजना, बाढ़ प्रबंधन
तकनीक लंबी और स्थानीय सीमा के लिए एस-बैंड व एक्स-बैंड दोहरी प्रणाली
भविष्य दृष्टिकोण रियल-टाइम डेटा एकीकरण और जलवायु-लचीला बुनियादी ढाँचा
New Radars for Tamil Nadu
  1. तमिलनाडु नए रडारों के साथ मौसम ट्रैकिंग को बेहतर बनाएगा।
  2. चेन्नई को जल्द ही तीन नए एक्स-बैंड रडार मिलेंगे।
  3. इससे पूर्वानुमान की सटीकता और मौसम संबंधी पूर्व चेतावनियाँ मज़बूत होंगी।
  4. भारत में वर्तमान में 70 से ज़्यादा मौसम रडार कार्यरत हैं।
  5. यह विस्तार आईएमडी की आधुनिकीकरण रणनीति के अनुरूप है।
  6. एक्स-बैंड रडार कम दूरी के मौसम और वर्षा के पैटर्न का पता लगाते हैं।
  7. एस-बैंड रडार लंबी दूरी की अवलोकन क्षमताओं के पूरक हैं।
  8. ये मिलकर व्यापक मौसम कवरेज और सटीकता सुनिश्चित करते हैं।
  9. राष्ट्रीय योजना का लक्ष्य भारत में 100-120 रडार स्थापित करना है।
  10. बाढ़-प्रवण और तटीय क्षेत्रों को रडार प्राथमिकता दी जाएगी।
  11. पूर्व चेतावनी प्रणालियाँ आपदा के प्रभाव और हताहतों की संख्या को कम करेंगी।
  12. रडार घनत्व में वृद्धि से कृषि और जल प्रबंधन को लाभ होगा।
  13. किसानों को सिंचाई और मानसून योजना के लिए समय पर अलर्ट मिलेंगे।
  14. भारत की औसत वार्षिक वर्षा लगभग 1170 मिमी है।
  15. यह परियोजना शहरी नियोजन और बाढ़ की तैयारी में सहायता करती है।
  16. वास्तविक समय रडार डेटा पूर्वानुमान और जलवायु मॉडलिंग में सुधार करता है।
  17. आईएमडी डेटा को डिजिटल पूर्वानुमान अनुप्रयोगों के साथ एकीकृत करता है।
  18. यह पहल जलवायु-लचीले बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देती है।
  19. यह आपदा-तैयार तमिलनाडु की दिशा में एक कदम है।
  20. दोहरी रडार प्रणालियाँ सटीकता और राष्ट्रीय तैयारी को बढ़ाती हैं।

Q1. मौसम निगरानी के लिए कौन-से शहर में तीन नए एक्स-बैंड रडार लगाए जाएंगे?


Q2. भारत के मौसम रडार नेटवर्क का प्रबंधन कौन-सा संगठन करता है?


Q3. नई राष्ट्रीय योजना के तहत भारत में कितने मौसम रडार लगाए जाने की योजना है?


Q4. एस-बैंड और एक्स-बैंड रडार को संयोजित करने का मुख्य लाभ क्या है?


Q5. तमिलनाडु में रडार विस्तार का मुख्य उद्देश्य क्या है?


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