एक राष्ट्रीय चैंपियन की प्रेरणादायक यात्रा
भारत के प्रसिद्ध भाला फेंक खिलाड़ी और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा को एक और अद्भुत सम्मान प्राप्त हुआ है। उन्हें भारतीय टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल (Honorary Lieutenant Colonel) की रैंक से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान भारतीय खेल जगत और रक्षा मूल्यों के बीच मजबूत संबंध को दर्शाता है।
स्थिर जीके तथ्य: टेरिटोरियल आर्मी (TA) की स्थापना 1949 में टेरिटोरियल आर्मी अधिनियम के तहत की गई थी। यह भारतीय सेना की स्वैच्छिक आरक्षित शाखा है।
भारतीय सेना से प्रारंभिक संबंध
नीरज चोपड़ा का भारतीय सेना से जुड़ाव अगस्त 2016 में हुआ, जब उन्हें नायब सूबेदार के रूप में शामिल किया गया। उनके खेल के प्रति समर्पण और राष्ट्रीय सेवा भावना ने जल्द ही उन्हें पदोन्नतियाँ दिलाईं:
• 2021 में सूबेदार, टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद।
• 2022 में सूबेदार मेजर, पद्मश्री और परम विशिष्ट सेवा पदक के साथ।
16 अप्रैल 2025 से प्रभावी यह मानद लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक उनके गौरवपूर्ण सफर का शिखर है।
मानद रैंक का महत्व
टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल का खिताब गहरे प्रतीकात्मक महत्व का होता है। यह ऐसे नागरिकों या गैर-सैन्य व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने राष्ट्र के प्रति असाधारण योगदान दिया हो। यह रैंक वास्तविक सैन्य कमान नहीं देती, लेकिन अनुशासन, देशभक्ति और नेतृत्व की भावना को सम्मानित करती है।
यह सम्मान नई दिल्ली में एक औपचारिक समारोह में प्रदान किया गया, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी उपस्थित रहे। दोनों ने नीरज चोपड़ा को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया, जो तिरंगे के प्रति गर्व और दृढ़ता का प्रतीक हैं।
स्थिर जीके टिप: लेफ्टिनेंट कर्नल भारतीय सेना में एक फील्ड अधिकारी रैंक है, जो मेजर के ऊपर और कर्नल के नीचे होती है।
खेल उत्कृष्टता की विरासत
नीरज चोपड़ा का खेल करियर भारत को विश्व एथलेटिक्स मानचित्र पर स्थापित करने वाला रहा है। उनके प्रमुख पुरस्कार इस प्रकार हैं:
• अर्जुन पुरस्कार (2018) – भारतीय एथलेटिक्स में प्रारंभिक योगदान के लिए
• खेल रत्न पुरस्कार (2021) – भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान
• ओलंपिक स्वर्ण पदक (टोक्यो 2020) – ट्रैक और फील्ड में भारत का पहला स्वर्ण
• विश्व चैंपियनशिप रजत एवं स्वर्ण पदक – वैश्विक स्तर पर निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन
ये सम्मान उनकी लगन और अनुशासन की मिसाल हैं, जो राष्ट्र गौरव और उत्कृष्टता के मूल्यों को दर्शाते हैं।
सम्मान का व्यापक महत्व
यह मानद नियुक्ति व्यक्तिगत उपलब्धि से कहीं अधिक है। यह दिखाती है कि भारत की रक्षा व्यवस्था नागरिक उत्कृष्टता को मान्यता देती है और उसे राष्ट्रीय पहचान में समाहित करती है। यह सम्मान —
• युवाओं को अनुशासन और सेवा भावना अपनाने के लिए प्रेरित करता है,
• खेल और राष्ट्र सेवा के बीच पुल का कार्य करता है,
• और उन व्यक्तियों के प्रति राष्ट्र की श्रद्धा का प्रतीक है जो भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को ऊँचा उठाते हैं।
स्थिर जीके तथ्य: एम.एस. धोनी और अभिनव बिंद्रा उन चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें पहले ऐसे सैन्य मानद रैंक प्राप्त हुए हैं।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
| विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
| घटना | नीरज चोपड़ा को मानद लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक प्रदान |
| तिथि | 16 अप्रैल 2025 |
| संस्था | टेरिटोरियल आर्मी, भारतीय सेना |
| समारोह स्थल | नई दिल्ली |
| मुख्य अतिथि | राजनाथ सिंह, उपेन्द्र द्विवेदी |
| पूर्व रैंक | सूबेदार मेजर |
| मुख्य पुरस्कार | अर्जुन पुरस्कार, खेल रत्न, पद्मश्री |
| ओलंपिक उपलब्धि | स्वर्ण पदक, टोक्यो 2020 |
| अन्य समान सम्मान प्राप्त खिलाड़ी | एम.एस. धोनी, अभिनव बिंद्रा |
| टेरिटोरियल आर्मी की स्थापना | 1949 |





