फोरेंसिक सिस्टम को मजबूत करना
भारत के फोरेंसिक इकोसिस्टम में 2024 में मंजूर हुई नेशनल फोरेंसिक इंफ्रास्ट्रक्चर एन्हांसमेंट स्कीम के तहत तेजी से सुधार हो रहे हैं। इस स्कीम का मकसद एक मजबूत साइंटिफिक फ्रेमवर्क बनाना है जो पूरे देश में सबूतों पर आधारित जांच को बेहतर बनाए। यह अपग्रेडेड इंफ्रास्ट्रक्चर और बढ़ी हुई मैनपावर के जरिए क्रिमिनल जस्टिस डिलीवरी में मदद करता है।
स्टेटिक GK फैक्ट: भारत में पहली फोरेंसिक लैब 1952 में कोलकाता में बनाई गई थी।
फाइनेंशियल खर्च और लागू करना
इस स्कीम का कुल फाइनेंशियल खर्च ₹2254.43 करोड़ है और यह 2024-25 से 2028-29 के लिए तय है। यह कई साल का प्लान फोरेंसिक संस्थानों को मजबूत करने पर फोकस करता है ताकि कानून लागू करने वाली एजेंसियों के लिए समय पर साइंटिफिक एनालिसिस पक्का हो सके। फाइनेंशियल मदद में लैब का मॉडर्नाइज़ेशन, एडवांस्ड इक्विपमेंट खरीदना और सर्विस की बेहतर क्वालिटी शामिल है।
CFSL नेटवर्क का विस्तार
2023 और 2024 में आठ नई सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरीज (CFSLs) को मंज़ूरी दी गई, जिससे फोरेंसिक जांच करने की भारत की कैपेसिटी बढ़ेगी। इस विस्तार से केस पेंडिंग कम होने और साइंटिफिक सर्विसेज़ तक ज़्यादा रीजनल एक्सेस मिलने की उम्मीद है। मौजूदा CFSLs में एक साथ स्ट्रक्चर्ड रिक्रूटमेंट ड्राइव के ज़रिए मैनपावर में सुधार किया जा रहा है।
स्टैटिक GK टिप: CFSLs, मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स के डायरेक्टरेट ऑफ़ फोरेंसिक साइंस सर्विसेज़ (DFSS) के तहत काम करती हैं।
मैनपावर की कमी को दूर करना
मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स ने CFSLs में खाली पोस्ट्स का रिव्यू किया और रिक्रूटमेंट में तेज़ी लाने के तरीकों की पहचान की। आसान रिक्रूटमेंट नियम, तेज़ अपॉइंटमेंट प्रोसेस और कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर एक्सपर्ट्स की टेम्पररी एंगेजमेंट लागू की जा रही है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी अपनी-अपनी फोरेंसिक लैबोरेटरीज में हायरिंग को मज़बूत करने की सलाह दी गई है। स्किल डेवलपमेंट में NFSU की सेंट्रल भूमिका
नेशनल फोरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (NFSU), जो 2020 में बनी थी, फोरेंसिक प्रोफेशनल्स को ट्रेनिंग देने में एक अहम ड्राइवर है। यह लैबोरेटरी रोल के लिए काबिल कैंडिडेट्स को इवैल्यूएट करने और पहचानने के लिए सालाना फोरेंसिक एप्टीट्यूड और कैलिबर टेस्ट (FACT) कराती है। इन कोशिशों से भारत के बढ़ते फोरेंसिक नेटवर्क के लिए स्किल्ड लोगों की लगातार अवेलेबिलिटी पक्की होती है।
स्टैटिक GK फैक्ट: NFSU दुनिया की पहली यूनिवर्सिटी है जो पूरी तरह से फोरेंसिक और उससे जुड़े साइंस को डेडिकेटेड है।
क्रिमिनल जस्टिस डिलीवरी को बेहतर बनाना
इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने, फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट और स्पेशल ट्रेनिंग की मिली-जुली कोशिशों का मकसद भारत के पूरे फोरेंसिक इकोसिस्टम को मजबूत करना है। मॉडर्न लैबोरेटरीज, अपडेटेड इक्विपमेंट और बेहतर साइंटिफिक मैनपावर तेज और ज्यादा भरोसेमंद इन्वेस्टिगेशन में मदद करते हैं। ये सुधार लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों को क्राइम सॉल्विंग में ज्यादा एक्यूरेसी पाने और ज्यादा एफिशिएंट जस्टिस डिलीवरी सिस्टम को सपोर्ट करने में मदद करते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| योजना स्वीकृति वर्ष | 2024 |
| कुल वित्तीय प्रावधान | ₹2254.43 करोड़ |
| कार्यान्वयन अवधि | 2024–25 से 2028–29 |
| स्वीकृत नए CFSLs | आठ |
| प्रमुख कार्यान्वयन मंत्रालय | गृह मंत्रालय |
| फोरेंसिक प्रशिक्षण हेतु विश्वविद्यालय | नेशनल फोरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी |
| FACT का उद्देश्य | फोरेंसिक भूमिकाओं के लिए उम्मीदवारों की पहचान |
| DFSS की भूमिका | CFSL संचालन की निगरानी |
| संविदात्मक नियुक्ति | मानव संसाधन की कमी पूरी करने हेतु |
| मुख्य उद्देश्य | भारत की फोरेंसिक क्षमता को मजबूत करना |





