थंजावुर से शुरू हुआ आधुनिक शहरी भूमि सर्वेक्षण
भारत सरकार ने 18 फरवरी 2025 को तमिलनाडु के थंजावुर से NAKSHA परियोजना का पायलट चरण शुरू किया। NAKSHA का पूर्ण रूप है National Geospatial Knowledge-based Survey of Urban Habitations, जिसका उद्देश्य शहरी भूमि रिकॉर्ड को ड्रोन और भू–स्थानिक तकनीकों के माध्यम से डिजिटल बनाना है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस परियोजना का उद्घाटन किया।
NAKSHA किस समस्या को हल करना चाहता है
NAKSHA, Digital India Land Records Modernisation Programme (DILRMP) की शहरी शाखा है, जिसका उद्देश्य है भूमि स्वामित्व की स्पष्टता, कर अपवंचन और संपत्ति विवादों को हल करना। आज भी कई नगरपालिकाएं पुराने और अस्पष्ट नक्शों पर निर्भर हैं, जिससे कर संग्रहण और परिसंपत्ति का सत्यापन जटिल बन जाता है। यह पायलट 26 राज्यों के 152 छोटे नगरों में लागू किया जाएगा जिनका क्षेत्रफल 35 वर्ग किलोमीटर से कम और जनसंख्या 2 लाख से कम है।
ड्रोन और स्मार्ट सॉफ्टवेयर से शहरों का नया नक्शा
इस योजना में ड्रोन, LiDAR स्कैनर, और GIS टूल्स का प्रयोग किया जाएगा, जो उच्च-रिज़ॉल्यूशन और वास्तविक समय के मानचित्र तैयार करेंगे। इन नक्शों को नगरपालिकाओं के संपत्ति डेटाबेस से जोड़ा जाएगा जिससे स्वचालित कर मूल्यांकन और स्वामित्व सत्यापन संभव होगा। 3D कैमरा तकनीक की मदद से भवनों की कोणीय छवियाँ भी ली जाएंगी, जो उपग्रह मानचित्रों से अधिक स्पष्टता प्रदान करेंगी।
नगरों को क्या लाभ होगा
इस योजना से नगर नियोजन, भूमि स्वामित्व पारदर्शिता, और संपत्ति लेनदेन में गति आएगी। नगर पालिकाएं अब अधिक सटीक आंकड़ों के साथ कर संग्रहण कर पाएंगी और बुनियादी ढांचे की योजना बेहतर बना सकेंगी। तेज़ी से शहरीकरण वाले क्षेत्रों में यह कार्यक्रम वित्तीय आत्मनिर्भरता और दीर्घकालिक विकास को प्रोत्साहित करेगा।
निवेश ढांचा और लागत
पायलट चरण के लिए ₹194 करोड़ का बजट तय किया गया है। प्रत्येक वर्ग किलोमीटर के लिए मानचित्रण की लागत ₹25,000 (मूल तकनीक) से लेकर ₹60,000 (3D दृश्यांकन) तक होगी। यह निवेश भविष्य–उन्मुख, पारदर्शी और विश्वसनीय भूमि प्रशासन प्रणाली की नींव रखेगा।
भविष्य में देशव्यापी विस्तार
यदि पायलट सफल होता है तो सरकार इसे 4,912 शहरी स्थानीय निकायों तक विस्तार देने की योजना बना रही है। यह स्मार्ट सिटीज़ मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, और आधुनिक नगरीय ढांचे से जुड़ी योजनाओं को सशक्त करेगा। NAKSHA, भारत में प्रौद्योगिकी–आधारित सार्वजनिक सेवाओं और डिजिटल पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
STATIC GK SNAPSHOT: NAKSHA शहरी मानचित्रण परियोजना – प्रमुख तथ्य
विषय | विवरण |
योजना का पूर्ण नाम | National Geospatial Knowledge-based Survey of Urban Habitations (NAKSHA) |
शुभारंभकर्ता | शिवराज सिंह चौहान |
आरंभ स्थान | थंजावुर, तमिलनाडु |
आरंभ तिथि | 18 फरवरी 2025 |
संबंधित मिशन | डिजिटल इंडिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम (DILRMP) |
पायलट क्षेत्र | 152 नगर, 26 राज्य |
लक्षित नगर | <35 वर्ग किमी क्षेत्र, <2 लाख जनसंख्या |
प्रयुक्त तकनीक | ड्रोन, LiDAR, GIS, 3D कैमरा |
कुल बजट | ₹194 करोड़ |
लागत अनुमान | ₹25,000–₹60,000 प्रति वर्ग किमी |
भविष्य लक्ष्य | 4,912 शहरी स्थानीय निकाय (ULBs) |