SMCH में ऐतिहासिक उपलब्धि
चेन्नई स्थित गवर्नमेंट स्टेनली मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (SMCH) ने सफलतापूर्वक 1,006 किडनी प्रत्यारोपण पूरे किए हैं, जो भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उपलब्धि अस्पताल की विशेषज्ञता और अंग प्रत्यारोपण में निरंतर योगदान को दर्शाती है।
स्थिर जीके तथ्य: SMCH भारत के सबसे पुराने चिकित्सा संस्थानों में से एक है, जिसकी स्थापना 1938 में हुई थी और यह उन्नत सर्जिकल प्रक्रियाओं के लिए प्रसिद्ध है।
रीनल प्रत्यारोपण में प्रारंभिक विकास
SMCH में पहला जीवित दाता (Living Donor) किडनी प्रत्यारोपण अप्रैल 1986 में किया गया था, जिससे यह अस्पताल दक्षिण भारत में किडनी प्रत्यारोपण का अग्रणी बन गया। दशकों में इस कार्यक्रम ने अपनी पहुँच और तकनीकी क्षमता को और बढ़ाया है।
स्थिर जीके तथ्य: भारत में पहली सफल किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी 1971 में क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर में की गई थी।
दाताओं का योगदान
कुल 1,006 प्रत्यारोपण में से 837 प्रत्यारोपण जीवित संबंधी दाताओं से किए गए, जो अंगदान में पारिवारिक समर्थन के महत्व को दर्शाता है। वहीं, 169 प्रत्यारोपण मृत दाताओं से किए गए, जो भारत में कैडेवरिक डोनेशन प्रोग्राम की बढ़ती जागरूकता और स्वीकृति को दर्शाता है।
स्थिर जीके टिप: जीवित दाताओं की किडनी से किए गए प्रत्यारोपण में, मृत दाताओं की तुलना में ग्राफ्ट (गुर्दे का कार्यकाल) का जीवनकाल बेहतर होता है।
प्रगति और प्रभाव
SMCH का किडनी प्रत्यारोपण कार्यक्रम क्रॉनिक किडनी डिज़ीज (CKD) से पीड़ित हज़ारों मरीजों के लिए जीवनदायी रहा है। इसने उनके जीवन की गुणवत्ता और जीवन प्रत्याशा में उल्लेखनीय सुधार किया है।
अस्पताल उन्नत शल्य तकनीक और आधुनिक पोस्ट-ऑपरेटिव केयर प्रोटोकॉल का उपयोग करता है, जिससे सफलता दर लगातार उच्च बनी रहती है।
स्थिर जीके तथ्य: भारत हर साल लगभग 6,000 किडनी प्रत्यारोपण करता है, जिससे वह एशिया के अग्रणी देशों में से एक है।
चुनौतियाँ और भविष्य की दिशा
हालाँकि यह उपलब्धि ऐतिहासिक है, फिर भी अंगों की कमी, दाता जागरूकता और पोस्ट-ट्रांसप्लांट जटिलताएँ जैसी चुनौतियाँ बनी हुई हैं। SMCH समुदाय जागरूकता कार्यक्रमों, नैतिक प्रत्यारोपण पद्धतियों और राष्ट्रीय अंगदान नेटवर्क के साथ सहयोग पर ध्यान केंद्रित करता है।
स्थिर जीके टिप: भारत में राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) अंगदान और प्रत्यारोपण को नियंत्रित और समन्वित करता है।
निष्कर्ष
SMCH द्वारा 1,006 किडनी प्रत्यारोपण पूरे करने का मील का पत्थर अस्पताल की नेतृत्व क्षमता और रीनल हेल्थकेयर में उत्कृष्टता को दर्शाता है। सर्जिकल कौशल, दाता कार्यक्रमों और जन-जागरूकता में निरंतर सुधार इस जीवनरक्षक सेवा को आगे और मज़बूत करेगा।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
विषय | विवरण |
किडनी प्रत्यारोपण | SMCH चेन्नई ने पूरे किए 1,006 प्रत्यारोपण |
पहला जीवित दाता प्रत्यारोपण | अप्रैल 1986 में SMCH में किया गया |
जीवित संबंधी दाता | 837 प्रत्यारोपण |
मृत दाता | 169 प्रत्यारोपण |
CKD पर प्रभाव | जीवन गुणवत्ता और जीवन प्रत्याशा में सुधार |
भारत में वार्षिक प्रत्यारोपण | लगभग 6,000 किडनी प्रत्यारोपण प्रति वर्ष |
नियामक संस्था | राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) |
संस्थागत विरासत | SMCH की स्थापना 1938 में हुई, सर्जिकल प्रक्रियाओं में अग्रणी |