सुप्रीम कोर्ट का आदेश
भारत के सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में महादेई वाइल्डलाइफ़ सैंक्चुरी के भीतर चल रही परियोजनाओं पर रोक लगा दी है। यह फैसला उस समय आया है जब इस अभयारण्य को टाइगर रिज़र्व घोषित करने पर भी विचार चल रहा है। इससे नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को विकास कार्यों से होने वाले खतरों से सुरक्षा मिलेगी।
स्थान और भौगोलिक महत्व
यह अभयारण्य गोवा के उत्तर भाग में वेस्टर्न घाट में स्थित है, जिसे UNESCO विश्व धरोहर स्थल घोषित कर चुका है। यह कर्नाटक और महाराष्ट्र की सीमाओं से सटा हुआ है। इस क्षेत्र से होकर बहने वाली महादेई (मांडवी) नदी यहाँ के जीव-जंतुओं और पौधों के लिए जीवनदायिनी है।
Static GK तथ्य: वेस्टर्न घाट दुनिया के आठ “हॉटेस्ट हॉटस्पॉट्स ऑफ बायोडायवर्सिटी” में से एक है।
कानूनी सुरक्षा
महादेई अभयारण्य को 1999 में वाइल्डलाइफ़ (प्रोटेक्शन) एक्ट, 1972 के तहत अधिसूचित किया गया था। यह कानून शिकार, अवैध शिकार और वनों के अस्थायी शोषण के खिलाफ कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है। किसी भी परियोजना को यहाँ चलाने से पहले केंद्र सरकार की सख्त मंज़ूरी आवश्यक है।
Static GK तथ्य: वाइल्डलाइफ़ (प्रोटेक्शन) एक्ट, 1972 ने Wildlife Crime Control Bureau की स्थापना की और प्रजातियों की सुरक्षा के लिए अलग-अलग शेड्यूल बनाए।
जैव विविधता का खजाना
इस अभयारण्य में बाघ, तेंदुआ, भालू, गऊर, सांभर हिरण जैसे प्रमुख वन्यजीव पाए जाते हैं। बाघ की उपस्थिति यहाँ के स्वस्थ शिकार-प्रजाति संतुलन का प्रमाण है। पौधों में केसरिया फूलों वाला अशोक वृक्ष इसकी समृद्धि को दर्शाता है।
Static GK टिप: बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु है और इसे वाइल्डलाइफ़ (प्रोटेक्शन) एक्ट की शेड्यूल I सूची में रखा गया है।
संरक्षण का महत्व
महादेई अभयारण्य गोवा और कर्नाटक के बीच टाइगर कॉरिडोर का हिस्सा है, जो इसे भीमगढ़ और अंशी–डांडेेली अभयारण्य से जोड़ता है। इसे टाइगर रिज़र्व घोषित करने से दीर्घकालिक संरक्षण योजनाएँ और मजबूत होंगी। नदी तंत्र की रक्षा करने से गोवा के लिए स्थायी जल संसाधन भी सुनिश्चित होंगे।
Static GK तथ्य: भारत में 54 टाइगर रिज़र्व हैं जिन्हें नेशनल टाइगर कंज़र्वेशन अथॉरिटी (NTCA) द्वारा संचालित किया जाता है।
आगे की चुनौतियाँ
कानूनी संरक्षण के बावजूद यह क्षेत्र इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं, खनन और वनों की कटाई जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है। विकास और पर्यावरणीय सुरक्षा में संतुलन बनाना अब भी एक कठिन कार्य है। सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप यह दर्शाता है कि न्यायपालिका पर्यावरणीय शासन की एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
अभयारण्य घोषित | 1999 |
शासकीय कानून | वाइल्डलाइफ़ (प्रोटेक्शन) एक्ट, 1972 |
स्थान | उत्तर गोवा, वेस्टर्न घाट |
सीमा | कर्नाटक और महाराष्ट्र |
नदी | महादेई (मांडवी) नदी |
जीव-जंतु | बाघ, तेंदुए, गऊर, सांभर हिरण, भालू |
वनस्पति | नम पर्णपाती, सदाबहार प्रजातियाँ, अशोक वृक्ष |
संरक्षण प्रस्ताव | टाइगर रिज़र्व घोषित करने का प्रस्ताव |
कॉरिडोर कनेक्शन | भीमगढ़ और अंशी-डांडेली (कर्नाटक) |
सुप्रीम कोर्ट हस्तक्षेप | अभयारण्य के भीतर परियोजनाओं पर रोक |