नेवल की तैयारी को मजबूत करना
भारत ने MH60R सीहॉक फ्लीट को सपोर्ट करने के लिए अमेरिका के साथ ₹7,900 करोड़ के एग्रीमेंट को मंजूरी दे दी है, जो नेवल एविएशन की तैयारी में एक बड़ा अपग्रेड है। यह डील FMS प्रोग्राम के तहत आती है, जो दोनों देशों के बीच बढ़ती डिफेंस पार्टनरशिप को दिखाती है। यह एग्रीमेंट भारत के सबसे एडवांस्ड मल्टीरोल मैरीटाइम हेलीकॉप्टर में से एक के लिए लाइफ साइकिल सपोर्ट पक्का करता है।
सस्टेनमेंट पैकेज के कंपोनेंट्स
इस एग्रीमेंट में हेलीकॉप्टर को लड़ाई के लिए तैयार रखने के लिए सस्टेनमेंट सर्विसेज़ का पूरा सेट शामिल है। इसमें स्पेयर पार्ट्स, टेक्निकल सपोर्ट, कंपोनेंट रिपेयर और मेंटेनेंस टीमों के लिए स्पेशल ट्रेनिंग शामिल है। भारत इंटरमीडिएट-लेवल इंस्पेक्शन और रिपेयर फैसिलिटी भी बनाएगा, जिससे देरी कम होगी और ऑपरेशनल अवेलेबिलिटी मजबूत होगी।
स्टैटिक GK फैक्ट: MH60R सिकोरस्की S70 फ़ैमिली का है, जिसे US, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क समेत कई नेवी ने शामिल किया है।
इंडिजिनल लॉजिस्टिक्स की ओर बढ़ना
इस मंज़ूरी की एक बड़ी खासियत यह है कि यह आत्मनिर्भर भारत के साथ जुड़ा हुआ है। सस्टेनमेंट मॉडल भारतीय MSMEs की भागीदारी को बढ़ावा देता है, जिससे लोकल फ़र्म मेंटेनेंस और रिपेयर के पार्ट्स को सपोर्ट कर पाती हैं। यह बदलाव लंबे समय की लॉजिस्टिकल क्षमताएँ बनाकर भारत के डिफ़ेंस इकोसिस्टम को मज़बूत करता है।
स्टैटिक GK फैक्ट: भारत के डिफ़ेंस प्रोक्योरमेंट प्रोसीजर (DPP) ने बड़ी मिलिट्री खरीद के लिए स्वदेशी कंटेंट की ज़रूरतों को लगातार बढ़ाया है।
MH60R सीहॉक की क्षमताएँ
MH60R, जिसे अक्सर “रोमियो” कहा जाता है, लॉकहीड मार्टिन द्वारा डेवलप किया गया एक वर्सेटाइल मैरीटाइम प्लेटफ़ॉर्म है। यह एंटी-सबमरीन वॉरफेयर, एंटी-सरफेस वॉरफेयर और सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन में बहुत अच्छा है। भारत ने मैरीटाइम सर्विलांस और ब्लू-वॉटर ऑपरेशन को बढ़ाने के लिए 2020 में 24 यूनिट का ऑर्डर दिया था।
स्टेटिक GK टिप: इंडियन नेवी की एविएशन ब्रांच 1951 में शुरू हुई थी, जिसकी शुरुआत INS गरुड़ के कमीशनिंग से हुई थी।
स्ट्रेटेजिक महत्व
यह सस्टेनमेंट डील इंडो-पैसिफिक में भारत की मौजूदगी को मज़बूत करती है, जहाँ समुद्री मुकाबला और सुरक्षा चुनौतियाँ बढ़ रही हैं। यह पक्का करना कि हेलीकॉप्टर मिशन के लिए तैयार रहें, रोकथाम को बढ़ाता है और मुश्किल नेवल मिशन को सपोर्ट करता है। यह भारत और US के बीच बढ़ते डिफेंस सहयोग को भी दिखाता है, जो लंबे समय तक चलने वाली इंटरऑपरेबिलिटी और भरोसे को सपोर्ट करता है।
स्टेटिक GK फैक्ट: इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मलक्का स्ट्रेट जैसे खास चोकपॉइंट हैं, जहाँ से लगभग एक-तिहाई ग्लोबल ट्रेड गुज़रता है।
लंबे समय तक चलने वाली समुद्री ताकत को बढ़ाना
पूरी लाइफसाइकल सपोर्ट मिलने से, भारत की समुद्री सेना को एंटी-सबमरीन ऑपरेशन, लंबी दूरी की गश्त और मानवीय मिशन में बेहतर रिस्पॉन्स क्षमता मिलेगी। यह डील तेज़ी से रिपेयर, कम मेंटेनेंस कॉस्ट और बेहतर आत्मनिर्भरता की नींव रखती है। यह एक काबिल और मॉडर्न नेवल फ्लीट के लिए भारत के कमिटमेंट को दिखाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| सौदे का मूल्य | ₹7,900 करोड़ का मेंटेनेंस (सस्टेनमेंट) समझौता |
| साझेदार देश | संयुक्त राज्य अमेरिका |
| कार्यक्रम | फॉरेन मिलिट्री सेल्स (FMS) |
| हेलीकॉप्टर प्रकार | MH-60R सीहॉक |
| मुख्य क्षमता | पनडुब्बी रोधी और सतह रोधी युद्ध क्षमता |
| स्वदेशी प्रोत्साहन | लॉजिस्टिक्स में MSME की भागीदारी |
| मरम्मत सुविधाएँ | भारत में इंटरमीडिएट-लेवल रिपेयर हब |
| मूल इंडक्शन वर्ष | भारत ने 2020 में ऑर्डर दिया था |
| सामरिक क्षेत्र | इंडो-पैसिफिक |
| डेवलपर | लॉकहीड मार्टिन |





