मैत्री 2.0 का परिचय
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने भारत-ब्राज़ील क्रॉस-इनक्यूबेशन प्रोग्राम के दूसरे संस्करण मैत्री 2.0 का उद्घाटन किया। यह पहल मैत्री 1.0 की सफलता पर आधारित है और एग्रीटेक क्षेत्र में भारतीय और ब्राज़ीलियाई स्टार्टअप्स के बीच सहयोग को मज़बूत करने का उद्देश्य रखती है।
स्थैतिक तथ्य: ICAR की स्थापना 1929 में हुई थी और यह कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
मैत्री 2.0 ज्ञान आदान-प्रदान और सह-इनक्यूबेशन के लिए एक मंच प्रदान करता है। इसका फोकस ऐसे समाधानों पर है जो कृषि में उत्पादकता और स्थिरता को बढ़ाएँ।
उद्देश्य
मैत्री 2.0 के मुख्य उद्देश्य हैं:
- लचीले खाद्य तंत्र का संवर्धन।
- डिजिटल कृषि और वैल्यू-चेन विकास को बढ़ावा देना।
- स्टार्टअप्स को जलवायु-लचीलापन, सटीक खेती (precision farming) और कुशल आपूर्ति श्रृंखलाओं पर काम करने के लिए प्रोत्साहित करना।
एक और लक्ष्य है सीमापार सहयोग को बढ़ावा देना, जिससे स्टार्टअप्स अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं से सीख सकें और उन्हें अपने स्थानीय संदर्भ में लागू कर सकें।
स्थैतिक टिप: ब्राज़ील सोयाबीन और कॉफी का सबसे बड़ा निर्यातक है, जिससे वह कृषि नवाचार और व्यापार का प्रमुख साझेदार बनता है।
प्रमुख विशेषताएँ
- सह-इनक्यूबेशन पर जोर: संयुक्त मेंटरशिप, संसाधन साझा करना और बाज़ार तक पहुँच।
- चयनित स्टार्टअप्स को फंडिंग रणनीतियों, उत्पाद विकास और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्किंग पर मार्गदर्शन।
- डिजिटल समाधान को बढ़ावा: AI-आधारित फसल प्रबंधन, IoT-सक्षम खेत निगरानी और ब्लॉकचेन-आधारित सप्लाई चेन ट्रेसबिलिटी।
- इन तकनीकों का उद्देश्य दक्षता बढ़ाना और फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करना है।
स्थैतिक तथ्य: कृषि उत्पादन में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है, जिससे तकनीक अपनाना खाद्य सुरक्षा और सतत विकास के लिए अनिवार्य है।
स्टार्टअप्स के लिए लाभ
मैत्री 2.0 में भाग लेने वाले भारतीय और ब्राज़ीलियाई स्टार्टअप्स को सीमापार बाज़ारों और निवेश अवसरों तक पहुँच मिलेगी।
यह कार्यक्रम बड़े पैमाने पर लागू किए जा सकने वाले नवीन एग्रीटेक समाधानों के सह-विकास को प्रोत्साहित करता है।
इसके माध्यम से स्टार्टअप्स वैश्विक साझेदारियाँ बना सकेंगे, परिचालन दक्षता बढ़ा सकेंगे और सतत कृषि व डिजिटल तकनीकों के विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे।
भविष्य की दृष्टि
मैत्री 2.0 से एग्रीटेक नवाचार में भारत-ब्राज़ील सहयोग और मजबूत होने की उम्मीद है। आधुनिक डिजिटल उपकरणों को सतत कृषि प्रथाओं के साथ जोड़कर यह कार्यक्रम लचीले, उच्च उत्पादक और पर्यावरण-अनुकूल खेती प्रणालियों के निर्माण का लक्ष्य रखता है।
स्थैतिक टिप: भारत और ब्राज़ील दोनों BRICS समूह के सदस्य हैं, जो रणनीतिक आर्थिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
मैत्री 2.0 क्रॉस-इनक्यूबेशन प्रोग्राम | भारत-ब्राज़ील संयुक्त एग्रीटेक पहल |
उद्घाटनकर्ता | भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) |
उद्देश्य | लचीले खाद्य तंत्र को मज़बूत करना और सह-इनक्यूबेशन को बढ़ावा देना |
मुख्य फोकस क्षेत्र | सतत कृषि, डिजिटल तकनीकें, वैल्यू-चेन विकास |
प्रतिभागी | भारतीय और ब्राज़ीलियाई स्टार्टअप्स और नवप्रवर्तक |
पिछला संस्करण | मैत्री 1.0 |
प्रमुख लाभ | ज्ञान आदान-प्रदान, मेंटरशिप, सीमापार बाज़ार तक पहुँच |
रणनीतिक महत्व | एग्रीटेक नवाचार में भारत-ब्राज़ील सहयोग को मज़बूत करना |