ऐतिहासिक जल विवाद
महानदी नदी, जो पूर्वी भारत की प्रमुख नदियों में से एक है, 2016 से ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बीच अंतर्राज्यीय जल विवाद का केंद्र रही है। ओडिशा ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ ने बिना परामर्श के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में बैराज और बांधों का निर्माण किया, जिससे गैर-मॉनसून सीजन में जल प्रवाह में गिरावट आई और ओडिशा के कृषि क्षेत्र और आजीविका पर प्रतिकूल असर पड़ा।
न्यायिक प्रक्रिया और ट्रिब्यूनल का गठन
यह विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, जिसके निर्देश पर 2018 में महानदी जल विवाद ट्रिब्यूनल (MWDT) का गठन इंटर-स्टेट रिवर वाटर डिस्प्यूट्स एक्ट, 1956 के तहत किया गया। ट्रिब्यूनल में विशेषज्ञ सदस्य और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश शामिल हैं, लेकिन अंतिम निर्णय अब भी लंबित है। तब तक, केंद्रीय जल आयोग (CWC) दोनों राज्यों के बीच पारदर्शिता बनाए रखने हेतु नदी प्रवाह की निगरानी कर रहा है।
Static GK Fact: महानदी नदी सिहावा (छत्तीसगढ़) से निकलती है और ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती है, जिसकी लंबाई 850 किमी से अधिक है।
हालिया प्रगति और सहयोग की इच्छा
अगस्त 2025 में दोनों राज्यों ने आपसी समाधान में रुचि दिखाई है। वर्षों तक राजनीतिक तनाव और मुकदमों के बाद अब तकनीकी विचार-विमर्श और रीयल-टाइम डेटा साझा करने की चर्चा हो रही है। दोनों राज्य भविष्य की सिंचाई आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्थायी समाधान की दिशा में बढ़ रहे हैं।
Static GK Tip: इंटर-स्टेट रिवर वाटर डिस्प्यूट्स एक्ट, 1956 के तहत केन्द्र सरकार ट्रिब्यूनल बना सकती है, और उसका निर्णय अंतिम और बाध्यकारी होता है।
संवैधानिक और कानूनी प्रावधान
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 262 संसद को अंतर्राज्यीय जल विवादों के समाधान के लिए कानून बनाने की शक्ति देता है। इस आधार पर इंटर-स्टेट रिवर वाटर डिस्प्यूट्स एक्ट और नदी बोर्ड अधिनियम 1956 में पारित किए गए। हालांकि नदी बोर्ड अधिनियम कभी पूर्णतः लागू नहीं हो पाया, फिर भी यह राज्यों को सामूहिक नदी प्रबंधन की सलाह देने का प्रावधान रखता है।
Static GK Fact: अब तक भारत में 5 जल विवाद ट्रिब्यूनल गठित किए जा चुके हैं, जिनमें कावेरी, कृष्णा और गोदावरी प्रमुख हैं।
आगे की राह
जल विवादों के निवारण के लिए रीयल-टाइम डेटा साझा करना, हाइड्रोलॉजिकल अध्ययन, और संयुक्त निगरानी प्रणाली जरूरी है। यदि ओडिशा और छत्तीसगढ़ सहयोग की दिशा में बढ़ते हैं, तो एक संयुक्त कार्य प्रणाली लंबी न्यायिक प्रक्रियाओं से बचने में मदद करेगी और प्रभावित जनता को त्वरित राहत मिल सकेगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
संबंधित नदी | महानदी |
विवाद किन राज्यों के बीच | ओडिशा और छत्तीसगढ़ |
ट्रिब्यूनल गठन | 2018 |
संवैधानिक आधार | अनुच्छेद 262 |
लागू कानून | इंटर-स्टेट रिवर वाटर डिस्प्यूट्स एक्ट, 1956 |
नदी का उद्गम | सिहावा, छत्तीसगढ़ |
नदी का मुहाना | बंगाल की खाड़ी |
कुल लंबाई | 850+ किमी |
ट्रिब्यूनल स्थिति | अंतिम निर्णय लंबित |
प्रस्तावित समाधान | आपसी सहयोग से समाधान |