नए पर्यटन सर्किट्स का शुभारंभ
केरल ने एक वर्ष के भीतर 10 तक स्पाइस रूट-आधारित पर्यटन सर्किट्स शुरू करने की घोषणा की है। ये सर्किट्स प्राचीन बंदरगाहों, विरासत स्थलों और मसाला व्यापार से जुड़े स्थानों को आपस में जोड़ेंगे। इस परियोजना का नेतृत्व म्यूज़िरिस प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कर रहा है, जिसका उद्देश्य केरल के समुद्री अतीत से जुड़ी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को पुनर्जीवित करना है।
स्टैटिक जीके तथ्य: केरल ऐतिहासिक रूप से “लैंड ऑफ स्पाइसेस” कहलाता था और यहाँ से काली मिर्च, इलायची और दालचीनी का निर्यात वैश्विक व्यापार मार्गों पर किया जाता था।
स्पाइस रूट पहल
स्पाइस रूट पहल का लक्ष्य वैश्विक मसाला व्यापार में केरल की भूमिका को उजागर करना है। बंदरगाहों, सांस्कृतिक स्थलों और विरासत स्मारकों को जोड़कर, ये सर्किट मूर्त धरोहरों के साथ-साथ अमूर्त सांस्कृतिक परंपराओं को भी शामिल करेंगे। यह इन्हें सामान्य विरासत पर्यटन सर्किट्स से अलग बनाएगा।
अमूर्त विरासत का पुनर्जीवन
यह परियोजना पारंपरिक कौशल, ज्ञान और प्रथाओं के संरक्षण पर बल देती है। इसमें खाद्य परंपराएँ, कला, शिल्प और मसाला व्यापार युग की वास्तुकला शामिल हैं। समुदाय अपनी विशेषज्ञता देंगे, जिन्हें संग्रहालयों और डिजिटल रिपॉज़िटरी के माध्यम से संरक्षित किया जाएगा।
स्टैटिक जीके टिप: यूनेस्को ने भारत की कई अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरों को मान्यता दी है, जिनमें केरल का कूटियाट्टम रंगमंच शामिल है।
शैक्षिक सहयोग
विरासत-आधारित शिक्षा को मजबूत करने के लिए म्यूज़िरिस प्रोजेक्ट्स लिमिटेड महात्मा गांधी विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों के साथ कार्य करेगा। अल्पकालिक पाठ्यक्रम सततता, विरासत व्याख्या और संग्रहालय प्रबंधन पर केंद्रित होंगे। मसाला व्यापार से जुड़े देशों के विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी से अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक सहयोग भी बढ़ेगा।
विरासत और भोजन पर संग्रहालय
कोझिकोड में दो नए संग्रहालय बनाए जाएँगे। एक पारंपरिक ज्ञान संग्रहालय होगा जो कारीगरों की धरोहर को संरक्षित करेगा और दूसरा फूड म्यूज़ियम होगा जिसमें केरल के मसाला-समृद्ध व्यंजनों को प्रदर्शित किया जाएगा। आधुनिक तकनीक जैसे 3D रेसिपी प्रोजेक्शन इन प्रदर्शनों को और अधिक इंटरैक्टिव बनाएगी।
स्टैटिक जीके तथ्य: कोझिकोड को ऐतिहासिक रूप से कैलिकट कहा जाता था और यही वह स्थान है जहाँ 1498 में वास्को-दा-गामा भारत पहुँचे थे, जिससे यूरोपीय व्यापार की शुरुआत हुई।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और भविष्य की संभावनाएँ
इन सर्किट्स का उद्घाटन जनवरी में स्पाइस रूट अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से होगा। इस आयोजन में वैश्विक विशेषज्ञ शामिल होंगे जो केरल के मसाला व्यापार इतिहास और समुद्री संबंधों पर चर्चा करेंगे। यह पहल केरल को वैश्विक विरासत पर्यटन हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में मजबूत नींव रखेगी।
स्टैटिक उस्तादियन करंट अफेयर्स तालिका
विषय | विवरण |
पर्यटन सर्किट्स | केरल में 10 स्पाइस रूट-आधारित सर्किट्स |
परियोजना नेतृत्व | म्यूज़िरिस प्रोजेक्ट्स लिमिटेड |
फोकस | मसाला व्यापार धरोहर और संस्कृति का पुनर्जीवन |
प्रमुख सहयोग | महात्मा गांधी विश्वविद्यालय और वैश्विक विश्वविद्यालय |
प्रस्तावित संग्रहालय | पारंपरिक ज्ञान संग्रहालय और फूड म्यूज़ियम (कोझिकोड) |
तकनीक का उपयोग | फूड म्यूज़ियम में 3D रेसिपी प्रोजेक्शन |
ऐतिहासिक शहर | कोझिकोड (कैलिकट) – वास्को-दा-गामा का लैंडिंग स्थल |
लॉन्च आयोजन | जनवरी में स्पाइस रूट अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन |
सांस्कृतिक तत्व | अमूर्त विरासत जैसे शिल्प और व्यंजन का संरक्षण |
उद्देश्य | केरल को वैश्विक स्पाइस हेरिटेज हब के रूप में बढ़ावा देना |