गोवा में ऐतिहासिक शुभारंभ
भारत ने गोवा के धारगल स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) में पहला इंटीग्रेटिव ऑन्कोलॉजी रिसर्च एंड केयर सेंटर (IORCC) शुरू किया। यह शुभारंभ 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर हुआ, जो आयुष प्रणाली और आधुनिक कैंसर उपचार (ऑन्कोलॉजी) के संगम का प्रतीक है। यह केंद्र एक उपचार स्थल और शोध संस्थान दोनों के रूप में कार्य करेगा, जो रोगी-केंद्रित और साक्ष्य-आधारित कैंसर देखभाल प्रदान करेगा।
स्थिर जीके तथ्य: राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस धन्वंतरि जयंती को मनाया जाता है, जो सामान्यतः अक्टूबर या नवंबर में पड़ती है।
पारंपरिक और आधुनिक प्रणालियों का संगम
IORCC का मुख्य उद्देश्य आयुर्वेद, योग, पंचकर्म और अन्य आयुष चिकित्सा को कीमोथेरेपी, सर्जरी और रेडिएशन जैसे आधुनिक कैंसर उपचारों के साथ जोड़ना है। यह समग्र दृष्टिकोण उपचार के दुष्प्रभाव कम करने, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कैंसर रोगियों की जीवन-गुणवत्ता सुधारने पर केंद्रित है।
स्थिर जीके तथ्य: आयुष मंत्रालय की स्थापना 2014 में हुई थी, जिसे पहले भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी विभाग कहा जाता था।
केंद्र की विशिष्ट विशेषताएँ
IORCC अपनी बहु-विषयी (multidisciplinary) चिकित्सा पद्धति के कारण अनोखा है, जहाँ विभिन्न उपचार पद्धतियाँ मिलकर कार्य करती हैं:
- आयुर्वेद और पंचकर्म : शरीर की शुद्धि और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने हेतु।
- योग और फिजियोथेरेपी : शारीरिक एवं मानसिक पुनर्वास के लिए।
- आहार चिकित्सा : रोगी-विशिष्ट पोषण समर्थन हेतु।
- आधुनिक ऑन्कोलॉजी : उन्नत चिकित्सीय उपचार प्रदान करती है।
यह भारत का पहला ऐसा केंद्र है जो वैज्ञानिक मान्यता के साथ समग्र (holistic) कैंसर देखभाल उपलब्ध कराता है।
संस्थागत सहयोग
यह केंद्र मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल सेंटर की इकाई ACTREC (Advanced Centre for Treatment, Research and Education in Cancer) के साथ सहयोग करता है। यह साझेदारी अनुसंधान की विश्वसनीयता बढ़ाती है और सुनिश्चित करती है कि पारंपरिक उपचार पद्धतियों का नैदानिक सुरक्षा और प्रभावकारिता के आधार पर परीक्षण हो।
स्थिर जीके तथ्य: टाटा मेमोरियल सेंटर की स्थापना 1941 में हुई थी और यह एशिया के प्रमुख कैंसर शोध और उपचार संस्थानों में से एक है।
शोध और प्रशिक्षण की भूमिका
उपचार से आगे बढ़कर IORCC का लक्ष्य एक शोध एवं शैक्षणिक प्रशिक्षण केंद्र बनना है। इसके मुख्य कार्य होंगे:
- एकीकृत प्रोटोकॉल का विकास।
- विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों के चिकित्सकों का प्रशिक्षण।
- आयुष-आधारित कैंसर देखभाल में शोध क्षमता निर्माण।
यह सरकार के उस मिशन के अनुरूप है जिसमें आयुष में उत्कृष्टता केंद्र (Centres of Excellence) स्थापित करने और भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को वैश्विक मान्यता दिलाने पर जोर दिया गया है।
स्थिर जीके टिप: WHO ने 2022 में गुजरात के जामनगर में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन स्थापित किया था।
मुख्य निष्कर्ष
गोवा का IORCC भारत की स्वास्थ्य प्रणाली में एक मील का पत्थर है, जो पारंपरिक आयुष चिकित्सा और आधुनिक ऑन्कोलॉजी की ताकतों को एक साथ लाता है। यह समग्र, शोध-आधारित कैंसर पुनर्वास के नए युग की शुरुआत करता है।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
विषय | विवरण |
IORCC का स्थान | AIIA, धारगल, गोवा |
उद्घाटन तिथि | सितंबर 2025 |
अवसर | 10वां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस |
संबंधित मंत्रालय | आयुष मंत्रालय |
सहयोगी संस्थान | ACTREC, टाटा मेमोरियल सेंटर |
प्रमुख चिकित्सा पद्धतियाँ | आयुर्वेद, पंचकर्म, योग, आहार चिकित्सा, आधुनिक ऑन्कोलॉजी |
शोध फोकस | एकीकृत ऑन्कोलॉजी प्रोटोकॉल और प्रशिक्षण |
आयुष मंत्रालय का गठन | 2014 |
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस | धन्वंतरि जयंती पर आयोजित |
WHO पारंपरिक चिकित्सा केंद्र | जामनगर, गुजरात (2022) |