जापान में INS सह्याद्री का आगमन
भारतीय नौसेना का INS सह्याद्री, जो शिवालिक-श्रेणी का एक स्टील्थ फ्रिगेट है, जापान के योकोसुका बंदरगाह पर जापान-इंडिया मैरीटाइम एक्सरसाइज (JAIMEX 25) में भाग लेने पहुँचा। यह अभ्यास 16–17 अक्टूबर 2025 को आयोजित किया गया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-जापान रक्षा सहयोग और परिचालन तत्परता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
इस जहाज की कमान कैप्टन राजत कुमार के पास थी, और इसका स्वागत आर. मधुसूदन, भारत के चार्ज डी’अफेयर्स (टोक्यो) तथा रियर एडमिरल यामागुची नोबोहिसा, जापान मेरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JMSDF), योकोसुका डिस्ट्रिक्ट के चीफ ऑफ स्टाफ द्वारा किया गया।
स्थिर जीके तथ्य: INS सह्याद्री (F49) को वर्ष 2012 में कमीशन किया गया था। यह शिवालिक-श्रेणी की स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट का हिस्सा है, जिसे मजगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, मुंबई ने डिजाइन और निर्मित किया।
संयुक्त अभियान और प्रतिभागी
जापान सेल्फ डिफेंस फ्लीट ने घोषणा की कि JAIMEX 25 में सतह और पनडुब्बी दोनों प्रकार की संपत्तियाँ शामिल थीं, जिनमें—
• भारतीय नौसेना से INS सह्याद्री
• जापान से JS असाही (विध्वंसक), JS ओउमी (आपूर्ति पोत) और एक पनडुब्बी
• द्वितीय आर्टिलरी ब्रिगेड (JGSDF) और वेस्टर्न एयरक्राफ्ट कंट्रोल एंड वार्निंग विंग (JASDF) का समर्थन शामिल था।
ये अभ्यास क्यूशू के पश्चिमी तट पर आयोजित हुए, जिनमें बहु-क्षेत्रीय समन्वय और सामरिक पारस्परिकता पर ध्यान केंद्रित किया गया। अभ्यासों का मुख्य उद्देश्य संयुक्त योजना, समुद्री पुनःपूर्ति और वायु-सतह समन्वय के माध्यम से नौसैनिक प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करना था।
स्थिर जीके टिप: जापान मेरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JMSDF) की स्थापना 1954 में जापान की युद्धोत्तर शांतिवादी रक्षा नीति के तहत की गई थी।
हिंद-प्रशांत दृष्टि को सशक्त करना
हिंद-प्रशांत क्षेत्र भारत और जापान की रणनीतिक सहभागिता का केंद्र बना हुआ है। JAIMEX 25 जैसे अभ्यासों के माध्यम से दोनों देश “फ्री, ओपन एंड इंक्लूसिव इंडो-पैसिफिक (FOIP)” की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, जिससे समुद्री स्थिरता और वैश्विक व्यापार मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
यह द्विपक्षीय साझेदारी क्वाड ढाँचे के अनुरूप है, जिसमें भारत और जापान अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया के साथ क्षेत्रीय हितों की रक्षा के लिए सहयोग करते हैं।
स्थिर जीके तथ्य: क्वाड समूह को 2017 में औपचारिक रूप से पुनर्जीवित किया गया था ताकि समुद्री सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और आपदा प्रतिक्रिया में सहयोग बढ़ाया जा सके।
विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी
भारत और जापान की विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी (Special Strategic and Global Partnership), जो 2014 में स्थापित हुई, दोनों देशों के रक्षा सहयोग की रीढ़ है। नियमित सैन्य अभ्यास, 2+2 मंत्री-स्तरीय संवाद और रक्षा प्रौद्योगिकी साझा करना आपसी विश्वास और तैयारी को गहराता है।
यह सहयोग समुद्री डोमेन जागरूकता, आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन और अधोसंरचना सहयोग जैसे साझा लक्ष्यों का भी समर्थन करता है, जो भारत की एक्ट ईस्ट नीति के अनुरूप है।
समकालीन कूटनीतिक परिप्रेक्ष्य
JAIMEX 25 का कूटनीतिक महत्व भी है, क्योंकि यह जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री साने ताकाइची के चुनाव के बाद आयोजित हुआ। उनके नेतृत्व में जापान का इंडो-पैसिफिक फोकस जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी और कहा कि भारत-जापान संबंध क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि यह अभ्यास क्षेत्रीय चुनौतियों पर बढ़ती रणनीतिक एकता को दर्शाता है और भारत-जापान समुद्री साझेदारी को और सुदृढ़ करता है।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
| विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
| घटना | जापान-भारत नौसैनिक अभ्यास (JAIMEX 25) |
| स्थान | योकोसुका, जापान |
| तिथि | 16–17 अक्टूबर 2025 |
| भारतीय नौसेना पोत | INS सह्याद्री (शिवालिक-श्रेणी का स्टील्थ फ्रिगेट) |
| जापानी संसाधन | JS असाही, JS ओउमी, और एक पनडुब्बी |
| मुख्य अधिकारी | कैप्टन राजत कुमार, रियर एडमिरल यामागुची नोबोहिसा |
| रणनीतिक उद्देश्य | हिंद-प्रशांत रक्षा सहयोग को मजबूत करना |
| साझेदारी का प्रकार | विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी (2014 से) |
| जापान की प्रधानमंत्री | साने ताकाइची (जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री) |
| विस्तृत ढाँचा | फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक (FOIP) और क्वाड संरेखण |





