परिचय
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने हाल ही में भारत में औद्योगिक क्लस्टर्स की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए इंडस्ट्रियल पार्क्स रेटिंग सिस्टम (IPRS) 3.0 लॉन्च किया है। यह पहल औद्योगिक पार्कों के मूल्यांकन के लिए नए मानदंड प्रस्तुत करती है और निवेशकों तथा नीति निर्माताओं के लिए बेहतर योजना सुनिश्चित करती है।
IPRS 3.0 के बारे में
IPRS 3.0 के अंतर्गत औद्योगिक पार्कों को लीडर्स, चैलेंजर्स और एस्पायरर्स में वर्गीकृत किया गया है। रैंकिंग कई संकेतकों जैसे कनेक्टिविटी, अवसंरचना की गुणवत्ता और ईकोसिस्टम लिंकज पर आधारित है। यह प्रणाली उद्योगों को पारदर्शी जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ पार्कों को वैश्विक मानकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है।
स्थैतिक तथ्य: IPRS का पहला संस्करण 2018 में DPIIT द्वारा लॉन्च किया गया था।
विकास और समर्थन
यह कार्यक्रम उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) द्वारा एशियाई विकास बैंक (ADB) की तकनीकी सहायता से विकसित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञता को शामिल कर, भारत अपने औद्योगिक अवसंरचना को वैश्विक मानकों के अनुरूप बना रहा है।
स्थैतिक तथ्य: एशियाई विकास बैंक की स्थापना 1966 में हुई थी और इसका मुख्यालय मनीला, फिलीपींस में स्थित है।
IPRS 3.0 में नए मानदंड
नए संस्करण में स्थिरता, हरित अवसंरचना, लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी, डिजिटलीकरण और कौशल लिंकज जैसे प्रमुख तत्व शामिल किए गए हैं। इसके अलावा टैलेंट फीडबैक मैकेनिज्म भी जोड़े गए हैं ताकि कार्यबल की संतुष्टि और उत्पादकता का मूल्यांकन किया जा सके।
स्थैतिक टिप: भारत में 4000 से अधिक औद्योगिक पार्क और एस्टेट्स फैले हुए हैं।
IPRS 3.0 के लाभ
यह ढांचा निवेशकों को उच्च-प्रदर्शन वाले पार्कों की पहचान करने, नीति निर्माताओं को लक्षित हस्तक्षेप में मार्गदर्शन देने और राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करने में मदद करेगा। हरित और डिजिटल अवसंरचना पर बढ़ा हुआ ध्यान भारत के वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के विज़न को भी समर्थन देता है।
स्थैतिक तथ्य: 2023 में वैश्विक विनिर्माण में भारत की हिस्सेदारी लगभग 3% थी, जिसे 2030 तक 5% तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है।
औद्योगिक पार्कों की श्रेणियाँ
- लीडर्स: उच्च-गुणवत्ता वाली अवसंरचना, स्थिरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता वाले पार्क।
- चैलेंजर्स: मजबूत क्षमता वाले पार्क, लेकिन कुछ क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता।
- एस्पायरर्स: प्रारंभिक चरण में स्थित पार्क, जो क्रमिक विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
स्थैतिक टिप: तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात औद्योगिक अवसंरचना विकास में अग्रणी राज्य हैं।
आगे का रास्ता
उन्नत मूल्यांकन मानदंडों के एकीकरण के साथ, IPRS 3.0 भारत की औद्योगिक तैयारी में सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। स्थिरता और प्रतिभा विकास पर जोर यह सुनिश्चित करता है कि भारत की औद्योगिक वृद्धि दीर्घकालिक आर्थिक और पर्यावरणीय लक्ष्यों के अनुरूप रहे।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
लॉन्च करने वाला मंत्रालय | वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय |
कार्यान्वयन निकाय | DPIIT, ADB के समर्थन से |
लॉन्च वर्ष | 2025 |
श्रेणियाँ | लीडर्स, चैलेंजर्स, एस्पायरर्स |
नए मानदंड | स्थिरता, हरित अवसंरचना, लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी, डिजिटलीकरण, कौशल लिंकज, टैलेंट फीडबैक |
ADB मुख्यालय | मनीला, फिलीपींस |
IPRS पहला संस्करण | 2018 |
भारत में कुल औद्योगिक पार्क | 4000 से अधिक |
प्रमुख औद्योगिक राज्य | तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात |
वैश्विक अर्थव्यवस्था में विनिर्माण की हिस्सेदारी | लगभग 3% (2023) |