RBI की नीतिगत टीम में नया सदस्य
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने इंद्रनील भट्टाचार्य को मौद्रिक नीति समिति (MPC) का पदेन सदस्य नियुक्त किया है। उन्होंने राजीव रंजन का स्थान लिया, जो आगामी 29 सितंबर से 1 अक्टूबर 2025 की नीतिगत बैठक से पहले सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
यह निर्णय RBI की मुख्य नीतिगत इकाई में सुगम संक्रमण सुनिश्चित करता है।
करियर और विशेषज्ञता
भट्टाचार्य का केंद्रीय बैंकिंग अनुभव 28 वर्षों से अधिक का है, जिसमें अधिकांश समय मौद्रिक नीति निर्माण में व्यतीत हुआ।
- मार्च 2025 तक वे DEPR (आर्थिक एवं नीतिगत अनुसंधान विभाग) के कार्यकारी निदेशक रहे।
- 2009 से 2014 तक उन्होंने कतर केंद्रीय बैंक में आर्थिक विशेषज्ञ के रूप में काम किया, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी प्राप्त हुआ।
स्थैतिक जीके तथ्य: कतर केंद्रीय बैंक 1966 से क़तरी रियाल जारी करता है, जिसने भारतीय रुपये की जगह ली।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और प्रकाशन
भट्टाचार्य ने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर किया है।
उन्होंने मौद्रिक अर्थशास्त्र, वित्तीय बाज़ार और नीति तंत्र पर कई शोधपत्र लिखे और सह-लेखक रहे हैं। उनके कार्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।
स्थैतिक जीके टिप: JNU भारत के पहले विश्वविद्यालयों में से है जिसने अंतरराष्ट्रीय अध्ययन स्कूल स्थापित किया।
MPC का महत्व
मौद्रिक नीति समिति (MPC) भारत की ब्याज दर नीति तय करने वाली प्रमुख इकाई है।
- 2016 में RBI अधिनियम, 1934 में संशोधन कर इसकी स्थापना हुई।
- इसका लक्ष्य मुद्रास्फीति नियंत्रण और विकास के बीच संतुलन बनाए रखना है।
स्थैतिक जीके तथ्य: MPC में कुल 6 सदस्य होते हैं – तीन RBI से (जिनमें गवर्नर अध्यक्ष होते हैं) और तीन सरकार द्वारा नामित।
मौद्रिक नीति निर्णयों का उद्देश्य
- समिति रेपो दर तय करती है, जिस दर पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को उधार देता है।
- इस दर में बदलाव से सीधे उधारी लागत, निवेश और आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ता है।
- वर्तमान लक्ष्य मुद्रास्फीति को 4% ±2% की सीमा में रखना है।
स्थैतिक जीके टिप: यह मुद्रास्फीति लक्ष्य ढाँचा मार्च 2026 तक लागू है।
आगे की दिशा
भट्टाचार्य की नियुक्ति उस समय हुई है जब भारतीय अर्थव्यवस्था मुद्रास्फीति के दबाव और विकास की गति बनाए रखने की दोहरी चुनौती का सामना कर रही है। उनका अनुभव और अकादमिक दृष्टिकोण नीतिगत बहसों को और मज़बूती देगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
नियुक्ति | इंद्रनील भट्टाचार्य पदेन सदस्य, MPC |
स्थानापन्न | राजीव रंजन |
अगली MPC बैठक | 29 सितंबर – 1 अक्टूबर 2025 |
अनुभव | 28+ वर्ष केंद्रीय बैंकिंग में |
पूर्व भूमिकाएँ | DEPR कार्यकारी निदेशक, कतर केंद्रीय बैंक में विशेषज्ञ |
शिक्षा | अर्थशास्त्र स्नातकोत्तर, JNU |
MPC गठन | 2016, RBI अधिनियम संशोधन से |
MPC का लक्ष्य | 4% ±2% मुद्रास्फीति, स्थिरता और विकास |
मुद्रास्फीति लक्ष्य अवधि | 2021–2026 |
रेपो दर भूमिका | MPC द्वारा तय मानक दर |