वैश्विक निष्कर्ष: भारत की स्वास्थ्य तस्वीर में बड़ा बदलाव
बर्लिन में वर्ल्ड हेल्थ समिट के दौरान इंस्टीट्यूट फ़ॉर हेल्थ मेट्रिक्स ऐंड इवैल्यूएशन (IHME) द्वारा जारी ग्लोबल बर्डन ऑफ़ डिसीज़ (GBD) रिपोर्ट बताती है कि 1990 से 2023 के बीच भारत में संक्रामक रोगों का प्रभुत्व घटा है और अब गैर-संचारी रोग (NCDs) मृत्यु के प्रमुख कारण बन गए हैं। यह बदलाव उस देश के लिए अहम पड़ाव है जिसने कभी टीबी, मलेरिया और एचआईवी/एड्स जैसी महामारियों से लंबी लड़ाई लड़ी थी।
NCDs क्या हैं
गैर-संचारी रोग वे दीर्घकालिक बीमारियाँ हैं जो व्यक्ति-से-व्यक्ति नहीं फैलतीं—जैसे हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह, और क्रॉनिक श्वसन रोग। इनके कारण आनुवंशिक, जीवनशैली, पर्यावरणीय और शारीरिक कारक हो सकते हैं। वैश्विक स्तर पर NCDs अब कुल मृत्यु/रोगभार का लगभग दो-तिहाई हिस्सा हैं, और भारत में हृदयजनित मौतें, मोटापा और मेटाबोलिक विकार चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: WHO के अनुसार वैश्विक मौतों का 74% NCDs से होता है—यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य ख़तरा है।
NCD उछाल के प्रमुख कारण
GBD 2025 के अनुसार, वायु प्रदूषण भारत में समयपूर्व मृत्यु और अक्षमता के शीर्ष तीन जोखिमों में बना हुआ है। इसके अलावा अस्वास्थ्यकर आहार, तंबाकू सेवन, शारीरिक निष्क्रियता और तनाव भी बड़े कारक हैं। 2013–2023 के बीच चिंता (Anxiety) और अवसाद (Depression) जैसे मानसिक स्वास्थ्य विकार तेज़ी से बढ़े हैं—शहरी जीवनशैली, लंबा कार्य-समय और कम शारीरिक गतिविधि ने रोग-प्रोफ़ाइल को और बिगाड़ा है।
स्थैतिक जीके टिप: WHO के अनुसार वायु प्रदूषण के रोगभार में भारत शीर्ष 10 देशों में है।
भारत की प्रतिक्रिया
- NPCDCS (2010): कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम/नियंत्रण; समयपूर्व मृत्यु में कमी और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच में सुधार।
- Eat Right India (FSSAI): संतुलित पोषण और स्वस्थ भोजन-चयन को बढ़ावा।
- Fit India Movement (2019): नियमित शारीरिक गतिविधि और लाइफस्टाइल रोग जागरूकता पर ज़ोर।
- NTCP (2007–08): तंबाकू नियंत्रण के लिए जागरूकता, नियम और प्रवर्तन को मज़बूत करना।
स्थैतिक जीके तथ्य: FSSAI की स्थापना Food Safety and Standards Act, 2006 के तहत खाद्य गुणवत्ता विनियमन और स्वस्थ आहार बढ़ाने के लिए हुई।
आगे की राह
भारत में बढ़ते NCD बोझ से निपटने के लिए समेकित नीतियाँ, बेहतर शहरी स्वास्थ्य नियोजन, और निवारक-स्वास्थ्य पर अधिक निवेश आवश्यक है। जन-जागरूकता, जीवनशैली में बदलाव (आहार, व्यायाम, तंबाकू-त्याग), और सरकारी पहल का सतत क्रियान्वयन भारत को NCD-लचीले भविष्य की ओर ले जा सकता है।
स्थैतिक “Usthadian” वर्तमान घटनाओं की सारणी
विषय | विवरण |
रिपोर्ट जारी करने वाला | IHME (Institute for Health Metrics and Evaluation) |
आयोजन | वर्ल्ड हेल्थ समिट, बर्लिन |
प्रमुख प्रवृत्ति | संक्रामक से गैर-संचारी रोगों की ओर शिफ्ट |
आच्छादित अवधि | 1990–2023 |
मुख्य जोखिम कारक | वायु प्रदूषण, आहार, तंबाकू, तनाव, शारीरिक निष्क्रियता |
प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रम | NPCDCS, NTCP, Fit India Movement, Eat Right India |
NPCDCS प्रारंभ वर्ष | 2010 |
WHO अनुमान (NCD मौतें) | वैश्विक मौतों का 74% |
अग्रणी मानसिक स्वास्थ्य मुद्दे | चिंता (Anxiety), अवसाद (Depression) |
स्रोत/संदर्भ | WHO, FSSAI, IHME रिपोर्ट्स |