अक्टूबर 16, 2025 7:47 अपराह्न

भारत में गैर-संचारी रोगों का बढ़ता बोझ

वर्तमान घटनाएँ: ग्लोबल बर्डन ऑफ़ डिसीज़ रिपोर्ट, गैर-संचारी रोग, वायु प्रदूषण, IHME, स्वास्थ्य अवसंरचना, मानसिक स्वास्थ्य, फ़िट इंडिया मूवमेंट, ईट राइट इंडिया, NPCDCS, निवारक स्वास्थ्य

India’s Rising Non-Communicable Disease Burden

वैश्विक निष्कर्ष: भारत की स्वास्थ्य तस्वीर में बड़ा बदलाव

बर्लिन में वर्ल्ड हेल्थ समिट के दौरान इंस्टीट्यूट फ़ॉर हेल्थ मेट्रिक्स ऐंड इवैल्यूएशन (IHME) द्वारा जारी ग्लोबल बर्डन ऑफ़ डिसीज़ (GBD) रिपोर्ट बताती है कि 1990 से 2023 के बीच भारत में संक्रामक रोगों का प्रभुत्व घटा है और अब गैर-संचारी रोग (NCDs) मृत्यु के प्रमुख कारण बन गए हैं। यह बदलाव उस देश के लिए अहम पड़ाव है जिसने कभी टीबी, मलेरिया और एचआईवी/एड्स जैसी महामारियों से लंबी लड़ाई लड़ी थी।

NCDs क्या हैं

गैर-संचारी रोग वे दीर्घकालिक बीमारियाँ हैं जो व्यक्ति-से-व्यक्ति नहीं फैलतीं—जैसे हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह, और क्रॉनिक श्वसन रोग। इनके कारण आनुवंशिक, जीवनशैली, पर्यावरणीय और शारीरिक कारक हो सकते हैं। वैश्विक स्तर पर NCDs अब कुल मृत्यु/रोगभार का लगभग दो-तिहाई हिस्सा हैं, और भारत में हृदयजनित मौतें, मोटापा और मेटाबोलिक विकार चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: WHO के अनुसार वैश्विक मौतों का 74% NCDs से होता है—यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य ख़तरा है।

NCD उछाल के प्रमुख कारण

GBD 2025 के अनुसार, वायु प्रदूषण भारत में समयपूर्व मृत्यु और अक्षमता के शीर्ष तीन जोखिमों में बना हुआ है। इसके अलावा अस्वास्थ्यकर आहार, तंबाकू सेवन, शारीरिक निष्क्रियता और तनाव भी बड़े कारक हैं। 2013–2023 के बीच चिंता (Anxiety) और अवसाद (Depression) जैसे मानसिक स्वास्थ्य विकार तेज़ी से बढ़े हैं—शहरी जीवनशैली, लंबा कार्य-समय और कम शारीरिक गतिविधि ने रोग-प्रोफ़ाइल को और बिगाड़ा है।
स्थैतिक जीके टिप: WHO के अनुसार वायु प्रदूषण के रोगभार में भारत शीर्ष 10 देशों में है।

भारत की प्रतिक्रिया

  • NPCDCS (2010): कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम/नियंत्रण; समयपूर्व मृत्यु में कमी और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच में सुधार।
  • Eat Right India (FSSAI): संतुलित पोषण और स्वस्थ भोजन-चयन को बढ़ावा।
  • Fit India Movement (2019): नियमित शारीरिक गतिविधि और लाइफस्टाइल रोग जागरूकता पर ज़ोर।
  • NTCP (2007–08): तंबाकू नियंत्रण के लिए जागरूकता, नियम और प्रवर्तन को मज़बूत करना।
    स्थैतिक जीके तथ्य: FSSAI की स्थापना Food Safety and Standards Act, 2006 के तहत खाद्य गुणवत्ता विनियमन और स्वस्थ आहार बढ़ाने के लिए हुई।

आगे की राह

भारत में बढ़ते NCD बोझ से निपटने के लिए समेकित नीतियाँ, बेहतर शहरी स्वास्थ्य नियोजन, और निवारक-स्वास्थ्य पर अधिक निवेश आवश्यक है। जन-जागरूकता, जीवनशैली में बदलाव (आहार, व्यायाम, तंबाकू-त्याग), और सरकारी पहल का सतत क्रियान्वयन भारत को NCD-लचीले भविष्य की ओर ले जा सकता है।

स्थैतिक “Usthadian” वर्तमान घटनाओं की सारणी

विषय विवरण
रिपोर्ट जारी करने वाला IHME (Institute for Health Metrics and Evaluation)
आयोजन वर्ल्ड हेल्थ समिट, बर्लिन
प्रमुख प्रवृत्ति संक्रामक से गैर-संचारी रोगों की ओर शिफ्ट
आच्छादित अवधि 1990–2023
मुख्य जोखिम कारक वायु प्रदूषण, आहार, तंबाकू, तनाव, शारीरिक निष्क्रियता
प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रम NPCDCS, NTCP, Fit India Movement, Eat Right India
NPCDCS प्रारंभ वर्ष 2010
WHO अनुमान (NCD मौतें) वैश्विक मौतों का 74%
अग्रणी मानसिक स्वास्थ्य मुद्दे चिंता (Anxiety), अवसाद (Depression)
स्रोत/संदर्भ WHO, FSSAI, IHME रिपोर्ट्स
India’s Rising Non-Communicable Disease Burden
  1. वैश्विक रोग भार (जीबीडी) रिपोर्ट 2025 भारत में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) में वृद्धि को उजागर करती है।
  2. बर्लिन स्थित स्वास्थ्य माप एवं मूल्यांकन संस्थान (आईएचएमई) द्वारा जारी।
  3. 1990 के बाद से संक्रामक रोगों से गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की ओर बदलाव।
  4. हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और श्वसन संबंधी रोगों से होने वाली मौतों में सबसे ज़्यादा वृद्धि हुई है।
  5. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, गैर-संचारी रोग वैश्विक स्तर पर 74% मौतों का कारण बनते हैं।
  6. भारत में अकाल मृत्यु के शीर्ष 3 कारणों में वायु प्रदूषण भी शामिल है।
  7. प्रमुख जोखिम कारक: अस्वास्थ्यकर आहार, तंबाकू, निष्क्रियता, तनाव।
  8. मानसिक स्वास्थ्य विकार (चिंता, अवसाद) तेज़ी से बढ़ रहे हैं।
  9. शहरी जीवनशैली में बदलाव मोटापे और चयापचय संबंधी विकारों को बढ़ावा दे रहे हैं।
  10. वायु प्रदूषण से प्रभावित शीर्ष 10 देशों में भारत भी शामिल है।
  11. सरकार ने गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) पर नियंत्रण के लिए एनपीसीडीसीएस (2010) शुरू किया।
  12. फिट इंडिया मूवमेंट (2019) शारीरिक तंदुरुस्ती को बढ़ावा देता है।
  13. FSSAI द्वारा संचालित ईट राइट इंडिया संतुलित आहार को प्रोत्साहित करता है।
  14. राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (2007-08) तंबाकू के उपयोग को कम करता है।
  15. FSSAI की स्थापना खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2006 के तहत की गई थी।
  16. निवारक देखभाल और जीवनशैली में बदलाव का आह्वान करता है।
  17. जन स्वास्थ्य जागरूकता और नीति एकीकरण पर ज़ोर देता है।
  18. गैर-संचारी रोग अब भारत में रुग्णता और मृत्यु दर का प्रमुख कारण हैं।
  19. मज़बूत शहरी स्वास्थ्य बुनियादी ढाँचे की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।
  20. भारत से एक स्वस्थ, गैर-संचारी रोगों (NCD) के प्रति लचीला भविष्य बनाने का आग्रह करता है।

Q1. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिज़ीज़ रिपोर्ट 2025 (Global Burden of Disease Report 2025) किस संगठन द्वारा जारी की गई?


Q2. भारत के स्वास्थ्य परिदृश्य (Health Landscape) में वर्तमान में किस श्रेणी की बीमारियाँ प्रमुख हैं?


Q3. WHO के अनुसार वैश्विक स्तर पर कुल मौतों में से कितने प्रतिशत NCDs के कारण होती हैं?


Q4. भारत में NCDs की रोकथाम के लिए कौन-सा राष्ट्रीय कार्यक्रम चलाया जा रहा है?


Q5. भारत में स्वस्थ खानपान को बढ़ावा देने वाला कौन-सा अभियान चलाया जा रहा है?


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