रिपोर्ट का अवलोकन
अमेरिका स्थित HEI और IHME द्वारा जारी स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर (SoGA) 2025 रिपोर्ट वैश्विक वायु गुणवत्ता और उसके स्वास्थ्य प्रभावों का चिंताजनक आकलन प्रस्तुत करती है। रिपोर्ट के अनुसार वायु प्रदूषण असमय मृत्यु का प्रमुख कारण बना हुआ है और इसमें भारत का योगदान आधे से अधिक है।
स्थिर जीके तथ्य: HEI एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी अनुसंधान संस्था है (स्थापना 1980), जिसे यूएस ईपीए और मोटर वाहन उद्योग संयुक्त रूप से समर्थन देते हैं।
भारत पर प्रदूषण का बोझ
रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में भारत में वायु प्रदूषण से लगभग 20 लाख मौतें दर्ज हुईं — 2000 से 43% की वृद्धि। अब वैश्विक प्रदूषण-जनित मौतों का 52% भारत से जुड़ा माना गया है, जो संकट की गहराई दर्शाता है।
स्थिर जीके टिप: WHO के अनुसार वायु प्रदूषण, उच्च रक्तचाप, तंबाकू उपयोग और आहार जोखिमों के बाद वैश्विक मृत्यु का चौथा सबसे बड़ा जोखिम-कारक है।
PM2.5 और ओज़ोन के संपर्क
भारत की 75% आबादी WHO मानकों से अधिक PM2.5 स्तरों के संपर्क में है। ये सूक्ष्म कण फेफड़ों/रक्तप्रवाह तक जाकर हृदय एवं श्वसन रोग बढ़ाते हैं। ओज़ोन एक्सपोज़र में भारत वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर है, जो अस्थमा को बढ़ाता और फेफड़ों की कार्यक्षमता घटाता है।
PM2.5 के प्रमुख स्रोत: वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक गतिविधियाँ, बायोमास जलाना, निर्माण-धूल।
ओज़ोन प्रदूषण NOx आदि प्रदूषकों के धूप में प्रतिक्रियाओं से बनता है।
नीतिगत प्रतिक्रिया और सरकारी पहल
भारत ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP, 2019) लागू किया, जिसका लक्ष्य बड़े शहरों में PM2.5/PM10 को 20–30% तक घटाना है। रिपोर्ट मानती है कि शहरीकरण, औद्योगिक विस्तार और ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस ईंधन पर निर्भरता के कारण चुनौतियाँ बनी हुई हैं।
स्थिर जीके तथ्य: NCAP, CPCB द्वारा चिन्हित 131 नॉन-अटेनमेंट शहरों को कवर करता है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) की भूमिका
PMUY ने स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन (LPG) की पहुँच बढ़ाई है। मॉडलिंग अध्ययन दर्शाते हैं कि सभी PMUY घर केवल LPG अपनाएँ, तो हर वर्ष 1.5 लाख असमय मौतें टाली जा सकती हैं, क्योंकि इनडोर एयर पॉल्यूशन घटेगा।
स्थिर जीके टिप: PMUY, 2016 में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने हेतु शुरू की गई।
आगे की रणनीति
विशेषज्ञ कड़े उत्सर्जन मानकों के प्रवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा, अर्बन ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, और जन-जागरूकता पर बल देते हैं। राज्य-स्तरीय जवाबदेही के साथ वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग का विस्तार सतत सुधार के लिए आवश्यक है।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
| विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
| रिपोर्ट का नाम | स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर रिपोर्ट 2025 |
| प्रकाशक | हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टिट्यूट (HEI) और IHME |
| भारत का प्रमुख आँकड़ा | 2023 में 20 लाख मौतें (वायु प्रदूषण से) |
| 2000 से वृद्धि | 43% |
| वैश्विक हिस्सेदारी (भारत) | 52% प्रदूषण-जनित मौतें |
| PM2.5 एक्सपोज़र | 75% आबादी WHO सीमा से ऊपर |
| ओज़ोन एक्सपोज़र रैंक | वैश्विक स्तर पर तीसरा |
| मुख्य सरकारी योजना | प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) |
| LPG से संभावित जीवन–रक्षा | ~1,50,000 प्रति वर्ष |
| राष्ट्रीय नीति | NCAP (2019), 131 शहरों को कवर |





