भारत की मज़बूत ग्लोबल पहचान
भारत को 2025–29 टर्म के लिए UNESCO एग्जीक्यूटिव बोर्ड में फिर से चुना गया है, जिससे एजुकेशन, कल्चर, साइंस और कम्युनिकेशन पर ग्लोबल पॉलिसी बनाने में उसकी लीडरशिप पक्की हुई है। यह दोबारा चुनाव इनक्लूसिव, ह्यूमन-सेंट्रिक मल्टीलेटरल कोऑपरेशन को आगे बढ़ाने की भारत की काबिलियत पर बढ़ते इंटरनेशनल भरोसे को दिखाता है।
स्टैटिक GK फैक्ट: UNESCO की स्थापना 1945 में हुई थी, और भारत इसका फाउंडिंग मेंबर है।
UNESCO एग्जीक्यूटिव बोर्ड का महत्व
UNESCO एग्जीक्यूटिव बोर्ड ऑर्गनाइज़ेशन के तीन कॉन्स्टिट्यूशनल अंगों में से एक है। यह जनरल कॉन्फ्रेंस द्वारा लिए गए फैसलों को लागू करने की देखरेख करता है और स्ट्रेटेजिक प्लानिंग को आकार देने में मदद करता है। भारत, जो अब बोर्ड के 58 मेंबर देशों में से एक है, पॉलिसी गाइडेंस, प्रायोरिटी सेट करने और प्रोग्राम इवैल्यूएशन में योगदान देगा। स्टैटिक GK फैक्ट: UNESCO का हेडक्वार्टर पेरिस, फ्रांस में है।
भारत की पॉलिसी प्रायोरिटीज़
भारत ने यूनिवर्सल और इक्विटेबल एजुकेशन के लिए ग्लोबल कोशिशों का लगातार सपोर्ट किया है। इसकी प्रायोरिटीज़ में डिजिटल लर्निंग, बेसिक लिटरेसी और डिजिटल डिवाइड को कम करना शामिल है। भारत इनटैन्जिबल कल्चरल हेरिटेज को सुरक्षित रखने, मल्टीलिंगुअलिज़्म को बढ़ावा देने और ग्लोबल साइंटिफिक कोलेबोरेशन को मजबूत करने की भी वकालत करता है।
स्टैटिक GK टिप: भारत में 42 UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स हैं, जो इसे दुनिया भर के टॉप देशों में शामिल करती हैं।
सॉफ्ट पावर और ग्लोबल इन्फ्लुएंस
भारत का दोबारा चुना जाना ग्लोबल डेवलपमेंट फ्रेमवर्क में उसके बढ़ते सॉफ्ट-पावर फुटप्रिंट को दिखाता है। देश ने खुद को डेवलपिंग देशों के लिए एक मजबूत आवाज़ के तौर पर स्थापित किया है, जो साउथ-साउथ कोऑपरेशन, नॉलेज एक्सचेंज और कल्चरल रूप से जुड़े डेवलपमेंट पाथवे पर जोर देता है। यह अप्रोच सस्टेनेबल डेवलपमेंट, क्लाइमेट एक्शन और एथिकल डिजिटल प्रैक्टिस पर बातचीत को गाइड करने में भारत की भूमिका को बढ़ाता है।
स्टैटिक GK फैक्ट: SDG गोल 16 शांति, न्याय और मजबूत इंस्टीट्यूशन्स को बढ़ावा देता है, जो UNESCO के विजन के साथ अलाइन है। भारत का ह्यूमन-सेंट्रिक विज़न
भारत एक सबको साथ लेकर चलने वाले और ह्यूमन-सेंट्रिक तरीके को बढ़ावा देता है जो शिक्षा में बराबरी, अलग-अलग संस्कृतियों को बचाने, जेंडर इक्वालिटी और युवाओं की भागीदारी पर फोकस करता है। यह विज़न UNESCO के इंटरनेशनल सहयोग से शांति बनाने के मकसद से पूरी तरह मेल खाता है। एग्जीक्यूटिव बोर्ड में भारत की लगातार मौजूदगी इस साझा कमिटमेंट को और मज़बूत करती है।
स्टैटिक GK टिप: भारत नई दिल्ली में कैटेगरी-1 UNESCO इंस्टीट्यूट MGIEP को होस्ट करता है, जो शांति और सस्टेनेबिलिटी शिक्षा पर फोकस करता है।
UNESCO प्लेटफॉर्म के ज़रिए योगदान
UNESCO के साथ भारत का काम कई सेक्टर में फैला हुआ है—हेरिटेज प्रोटेक्शन, डिजिटल लर्निंग इकोसिस्टम, साइंटिफिक रिसर्च और कम्युनिकेशन सुधार। पिछली कोशिशों में रामप्पा मंदिर, कुंभ मेला और दुर्गा पूजा को कल्चरल खजाने के तौर पर पहचान देना शामिल है। भारत ने इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट्स 2023 जैसे ग्लोबल कैंपेन को भी सपोर्ट किया, जिसमें सस्टेनेबल खेती और न्यूट्रिशन पर ज़ोर दिया गया।
स्टैटिक GK फैक्ट: UN जनरल असेंबली ने भारत के प्रपोज़ल पर इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट्स घोषित किया था। भविष्य में भूमिका बढ़ाना
अपने नए जनादेश के साथ, भारत से उम्मीद है कि वह UNESCO के बड़े प्रोग्राम चलाएगा, एजुकेशनल बदलाव में शामिल होगा, सबको साथ लेकर चलने वाले डिजिटल फ्रेमवर्क को बढ़ावा देगा, और क्लाइमेट रेजिलिएंस और सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी पर रिसर्च पार्टनरशिप बढ़ाएगा। दोबारा चुने जाने से ग्लोबल शांति बनाने, विरासत की सुरक्षा और नॉलेज शेयरिंग में अहम योगदान देने की भारत की क्षमता और मज़बूत होगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
| Topic | Detail |
| संगठन | यूनेस्को (UNESCO) |
| भारत की स्थिति | कार्यकारी बोर्ड का सदस्य 2025–29 |
| बोर्ड में कुल सदस्य | 58 |
| मुख्यालय | पेरिस, फ्रांस |
| भारत के फोकस क्षेत्र | शिक्षा, संस्कृति, विज्ञान, संचार |
| प्रमुख योगदान | MGIEP, विरासत संरक्षण, डिजिटल शिक्षण |
| सांस्कृतिक मान्यताएँ | रामप्पा मंदिर, कुंभ मेला, दुर्गा पूजा |
| वैश्विक दृष्टि | मानव-केन्द्रित और समावेशी विकास |
| मुख्य थीम | बहुभाषावाद, समानता, स्थिरता |
| SDG संबंध | शांति, न्याय, मजबूत संस्थान |





