जनगणना में डिजिटल बदलाव
भारत की जनगणना 2027 पहली बार पूर्णत: डिजिटल रूप से आयोजित होगी। लगभग 34 लाख गणनाकर्ता अपने स्मार्टफोन का उपयोग कर डेटा संग्रह करेंगे। इससे कागज़ आधारित गणना की आवश्यकता समाप्त होगी और परिणाम अधिक तेज़ और विश्वसनीय होंगे।
Static GK तथ्य: भारत की पहली जनगणना 1872 में ब्रिटिश शासन के दौरान की गई थी।
डेटा संग्रह के लिए मोबाइल एप्स
गणनाकर्ता एंड्रॉइड और iOS एप्लीकेशन का उपयोग करेंगे, जिन्हें बहुभाषी सहयोग के साथ विकसित किया गया है। ये एप्स मूल रूप से 2021 की जनगणना के लिए योजनाबद्ध थे लेकिन अब 2027 के लिए अपग्रेड किए गए हैं। यदि तकनीकी दिक्कतों से डेटा कागज़ पर दर्ज करना पड़े, तो बाद में उसे वेब पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य होगा।
Static GK टिप: भारत में जनगणना हर 10 वर्ष पर जनगणना अधिनियम 1948 के तहत होती है।
जनगणना के चरण और भाषा विकल्प
जनगणना दो चरणों में होगी:
- हाउसलिस्टिंग (अप्रैल – सितंबर 2026)
- जनसंख्या गणना (फरवरी 2027) (अधिकांश राज्यों में)
लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में यह प्रक्रिया सितंबर 2026 से ही शुरू हो जाएगी। नागरिकों के लिए स्व–गणना वेब पोर्टल भी उपलब्ध होगा, जो अंग्रेज़ी, हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं को सपोर्ट करेगा।
इमारतों की जियो-टैगिंग
पहली बार सभी आवासीय और गैर–आवासीय इमारतों को जियो-टैग किया जाएगा। डिजिटल लेआउट मैपिंग (DLM) से प्रत्येक संरचना को अक्षांश–देशांतर (latitude-longitude) कोऑर्डिनेट्स दिए जाएंगे और इन्हें हाउसलिस्टिंग ब्लॉक्स (HLBs) से जोड़कर GIS मैपिंग में शामिल किया जाएगा। इससे योजना निर्माण में सटीकता बढ़ेगी।
Static GK तथ्य: GIS तकनीक का उपयोग भूमि सर्वेक्षण, आपदा प्रबंधन और संसाधन मानचित्रण में व्यापक रूप से किया जाता है।
रियल-टाइम मॉनिटरिंग और बजट
इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी गृह मंत्रालय के तहत भारत के महापंजीयक (RGI) द्वारा रियल–टाइम मॉनिटरिंग पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। सरकार ने इसके लिए ₹14,618.95 करोड़ का बजट मंजूर किया है। 2011 की सामाजिक–आर्थिक जाति जनगणना (SECC) में BEL द्वारा दिए गए उपकरणों का इस्तेमाल हुआ था, लेकिन 2027 की जनगणना और आगे बढ़कर निजी उपकरणों और सार्वजनिक भागीदारी को शामिल करेगी।
Static GK टिप: भारत के महापंजीयक का कार्यालय 1961 में स्थापित हुआ था और यह जनसंख्या डेटा प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
पहली पूर्ण डिजिटल जनगणना | भारत की जनगणना 2027 |
गणनाकर्ता | 34 लाख (स्मार्टफोन से डेटा संग्रह) |
चरण | हाउसलिस्टिंग: अप्रैल–सितंबर 2026, जनगणना: फरवरी 2027 |
शुरुआती गणना वाले राज्य | लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड |
भाषा सहयोग | अंग्रेज़ी, हिंदी और क्षेत्रीय भाषाएँ |
स्व-गणना | नागरिकों के लिए वेब पोर्टल |
जियो-टैगिंग | डिजिटल लेआउट मैपिंग + GIS लिंक |
निगरानी प्राधिकरण | भारत के महापंजीयक, गृह मंत्रालय |
बजट | ₹14,618.95 करोड़ |
पूर्व तकनीकी उपयोग | 2011 SECC में BEL उपकरणों का इस्तेमाल |