ऐतिहासिक प्रस्थान
12 सितम्बर 2025 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से समुद्र प्रदक्षिणा (Samudra Pradakshina) को हरी झंडी दिखाई।
- यह दुनिया का पहला ऑल-विमेन त्रि-सेवा नौकायन विश्व परिभ्रमण अभियान है।
- इसमें भारतीय थलसेना, नौसेना और वायुसेना की महिला अधिकारी शामिल हैं।
- यह मिशन नारी शक्ति और सैन्य संयुक्तता (jointness) का प्रतीक है।
मिशन विवरण
- इस यात्रा के लिए IASV त्रिवेणी, 50 फुट लंबा स्वदेशी नौकायन पोत उपयोग किया जा रहा है।
- 10 महिला अधिकारियों का दल9 माह में लगभग 26,000 समुद्री मील की यात्रा करेगा।
- मार्ग में ये दो बार भूमध्य रेखा (Equator) पार करेंगे और तीन महान केप्स — केप लिविन, केप हॉर्न, और केप ऑफ गुड होप को पार करेंगे।
- मुंबई वापसी की उम्मीद मई 2026 में है।
स्थिर जीके तथ्य: विश्व का पहला सफल एकल परिभ्रमण फर्डिनेंड मैगलन के अभियान द्वारा 1522 में पूरा हुआ था।
वैश्विक प्रथम उपलब्धि
- यह केवल भारत का ही नहीं बल्कि दुनिया का पहला त्रि-सेवा ऑल-विमेन नौकायन अभियान है।
- यह भारतीय सेनाओं की संयुक्त शक्ति (synergy) को रेखांकित करता है और सैन्य इतिहास में मील का पत्थर है।
स्थिर जीके टिप: भारतीय सशस्त्र सेनाओं की स्थापना क्रमशः — थलसेना (1895), नौसेना (1612), वायुसेना (1932) में हुई।
सेनाओं में महिला सशक्तिकरण
- यह मिशन दिखाता है कि भारत की महिलाएँ रक्षा, रोमांच और वैश्विक नेतृत्व में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
- यह सरकार के नारी शक्ति एजेंडा को बल देता है और युवाओं, खासकर महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
आत्मनिर्भरता की ओर कदम
- IASV त्रिवेणी का स्वदेशी निर्माण आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भारत की प्रगति को दर्शाता है।
- यह दिखाता है कि भारत उन्नत समुद्री प्लेटफ़ॉर्म बिना बाहरी निर्भरता के बना सकता है।
स्थिर जीके तथ्य: आत्मनिर्भर भारत अभियान मई 2020 में शुरू किया गया था।
व्यापक प्रभाव
- यह अभियान युवाओं, विशेषकर महिला अभ्यर्थियों को सशस्त्र बलों में शामिल होने की प्रेरणा देगा।
- विदेशी बंदरगाहों पर भारत की समुद्री उपस्थिति और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रदर्शन करेगा।
- दल की महिला अधिकारियों के लिए यह मिशन नेविगेशन, सहनशीलता, जीवन रक्षा और नेतृत्व का व्यावहारिक प्रशिक्षण स्थल है।
- इससे भारत की रक्षा तैयारी और वैश्विक छवि मजबूत होगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
अभियान नाम | समुद्र प्रदक्षिणा (Samudra Pradakshina) |
ध्वज प्रस्थान | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह |
स्थान | गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई |
प्रस्थान तिथि | 12 सितम्बर 2025 |
अभियान प्रकार | विश्व का पहला ऑल-विमेन त्रि-सेवा नौकायन अभियान |
पोत | IASV त्रिवेणी (50 फुट स्वदेशी नौका) |
दल की संख्या | 10 महिला अधिकारी |
मार्ग विशेषताएँ | भूमध्य रेखा दो बार पार, तीन केप्स का परिभ्रमण |
अवधि | 9 माह, 26,000 समुद्री मील |
अपेक्षित वापसी | मई 2026 |