एफडीआई रिपोर्ट का अवलोकन
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की Foreign Liabilities and Assets (FLA) Census 2024–25 रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका और सिंगापुर ने मिलकर वित्त वर्ष 2024–25 में भारत के कुल एफडीआई प्रवाह का एक-तिहाई से अधिक योगदान दिया।
यह भारत की बढ़ती वैश्विक आर्थिक एकीकरण (economic integration) और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के भारत की विकास संभावनाओं पर विश्वास को दर्शाता है।
स्थिर जीके तथ्य: आरबीआई हर वर्ष Foreign Exchange Management Act (FEMA), 1999 के तहत FLA जनगणना करता है ताकि भारतीय कंपनियों के सीमा-पार निवेशों का डेटा एकत्र किया जा सके।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
आरबीआई ने 29 अक्टूबर 2025 को FLA रिपोर्ट के प्रारंभिक निष्कर्ष जारी किए, जिसमें 45,702 भारतीय कंपनियों का विश्लेषण शामिल था जो विदेशी निवेश गतिविधियों में संलग्न हैं।
इनमें से 41,517 कंपनियों ने या तो एफडीआई प्राप्त किया या विदेशों में निवेश किया।
कुल 7,880 कंपनियाँ नई प्रतिभागी थीं जबकि 33,637 कंपनियों ने पहले भी रिपोर्टिंग की थी।
करीब 75% एफडीआई प्राप्त करने वाली कंपनियाँ विदेशी कंपनियों की सहायक इकाइयाँ (subsidiaries) थीं, जो यह दर्शाता है कि वैश्विक कॉर्पोरेट कंपनियाँ भारत में अपने परिचालन आधार का विस्तार जारी रखे हुए हैं।
प्रमुख एफडीआई स्रोत देश
संयुक्त राज्य अमेरिका (20%) भारत का सबसे बड़ा निवेशक बनकर उभरा, इसके बाद सिंगापुर (14.3%), मॉरीशस (13.3%), यूनाइटेड किंगडम (11.2%) और नीदरलैंड (9%) का स्थान रहा।
भारत का कुल एफडीआई स्टॉक FY25 में ₹68.75 लाख करोड़ तक पहुँच गया, जो FY24 के ₹61.88 लाख करोड़ की तुलना में स्पष्ट वृद्धि है।
यह वृद्धि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के निवेश माहौल की मजबूती को रेखांकित करती है।
स्थिर जीके टिप: मॉरीशस ऐतिहासिक रूप से भारत का शीर्ष एफडीआई स्रोत रहा है, भारत–मॉरीशस दोहरे कराधान परिहार समझौते (DTAA) के कारण।
क्षेत्रवार एफडीआई वितरण
विनिर्माण क्षेत्र (Manufacturing Sector) ने एफडीआई प्रवाह में अग्रणी भूमिका निभाई, कुल 48.4% इक्विटी मूल्य प्राप्त किया।
यह भारत के मेक इन इंडिया (Make in India) अभियान की सफलता को दर्शाता है।
दूसरे स्थान पर सेवा क्षेत्र (Services Sector) रहा, जिसमें आईटी, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और बिजनेस सेवाएँ शामिल हैं — जो भारत की ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की मजबूती को रेखांकित करती हैं।
स्थिर जीके तथ्य: UNCTAD की World Investment Report के अनुसार भारत विश्व के शीर्ष 10 एफडीआई गंतव्यों में शामिल है।
बाह्य प्रत्यक्ष निवेश (Outward Direct Investment – ODI)
रिपोर्ट ने भारत के बाह्य निवेश (ODI) पैटर्न को भी उजागर किया।
FY25 में भारत का कुल ODI ₹11.66 लाख करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17.9% वृद्धि है।
मुख्य गंतव्य देशों में सिंगापुर (22.2%), संयुक्त राज्य अमेरिका (15.4%), और यूनाइटेड किंगडम (12.8%) शामिल हैं।
इनवर्ड से आउटवर्ड निवेश का अनुपात मार्च 2025 में 5.9 गुना रहा, जो पिछले वर्ष के 6.3 गुना से कम है, यह भारतीय कंपनियों की वैश्विक उपस्थिति के विस्तार को दर्शाता है।
स्थिर जीके टिप: भारत की ODI नीति Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Any Foreign Security) Regulations, 2004 द्वारा संचालित होती है।
निवेश संरचना और रुझान
रिपोर्ट के अनुसार 97% रिपोर्टिंग कंपनियाँ गैर-सूचीबद्ध (unlisted) थीं, फिर भी उन्होंने एफडीआई इक्विटी पूंजी का अधिकांश हिस्सा रखा।
करीब 90.5% एफडीआई इक्विटी (face value) गैर-वित्तीय कंपनियों के पास थी, जिससे स्पष्ट होता है कि उद्योग और विनिर्माण क्षेत्र एफडीआई प्रवाह के प्रमुख चालक बने हुए हैं।
यह रिपोर्ट भारत के संतुलित निवेश परिदृश्य को दर्शाती है —
जहाँ स्थिर एफडीआई प्रवाह और बढ़ते ODI आउटफ्लो दोनों भारत की आर्थिक परिपक्वता (economic maturity) और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता (global competitiveness) का संकेत देते हैं।
स्थिर उस्तादियन करेंट अफेयर्स तालिका
| विषय | विवरण |
| आरबीआई रिपोर्ट का नाम | Foreign Liabilities and Assets Census 2024–25 |
| रिपोर्ट जारी करने की तिथि | 29 अक्टूबर 2025 |
| प्रमुख एफडीआई स्रोत देश | अमेरिका, सिंगापुर, मॉरीशस, यूके, नीदरलैंड |
| भारत का कुल एफडीआई स्टॉक FY25 | ₹68.75 लाख करोड़ |
| भारत का कुल एफडीआई स्टॉक FY24 | ₹61.88 लाख करोड़ |
| शीर्ष एफडीआई क्षेत्र | विनिर्माण, सेवा क्षेत्र |
| भारत का कुल ODI FY25 | ₹11.66 लाख करोड़ |
| प्रमुख ODI गंतव्य | सिंगापुर, अमेरिका, यूके, नीदरलैंड |
| अमेरिका का एफडीआई हिस्सा | 20% |
| सिंगापुर का एफडीआई हिस्सा | 14.3% |
| विनिर्माण क्षेत्र में एफडीआई हिस्सा | 48.4% (बाज़ार मूल्य) |
| एफडीआई प्राप्त सहायक कंपनियों का हिस्सा | 75% |
| कुल सर्वेक्षित कंपनियाँ | 45,702 |
| नई प्रतिभागी कंपनियाँ | 7,880 |
| इनवर्ड : आउटवर्ड निवेश अनुपात | 5.9 गुना |
| गैर-वित्तीय कंपनियों का एफडीआई हिस्सा | 90.5% |
| नियामक ढांचा | FEMA 1999 |
| ऐतिहासिक एफडीआई भागीदार | मॉरीशस (DTAA समझौते के कारण) |
| शीर्ष ODI वृद्धि दर | 17.9% |
| शीर्ष एफडीआई वृद्धि दर | 11.1% |





