IndiaAI मिशन का एक वर्ष पूरा होने पर देश ने मनाया उत्सव
IndiaAI मिशन, जो मार्च 2024 में शुरू हुआ था, ने अपने पहले वर्ष में उल्लेखनीय प्रगति की है। इस अवसर को चिह्नित करते हुए, केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दो प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म—IndiaAI कंप्यूट पोर्टल और AIKosha—लॉन्च किए, जो भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास और उपयोग के तरीके को पूरी तरह से बदलने का वादा करते हैं। यह पहल भारत में एआई को लोकतांत्रिक और किफायती बनाने की सरकार की व्यापक दृष्टि का हिस्सा है।
कंप्यूट पोर्टल: अब जीपीयू तक आसान और सस्ता पहुंच
IndiaAI कंप्यूट पोर्टल, एआई विकास के लिए 18,000 से अधिक GPUs तक पहुंच प्रदान करता है। यह पोर्टल केवल स्केल ही नहीं, बल्कि इसकी लागत–दक्षता के लिए भी क्रांतिकारी है—₹67 प्रति GPU प्रति घंटा पर यह सेवाएं उपलब्ध हैं। इससे छोटे नवाचारकर्ता और शैक्षणिक शोधकर्ता, जो पहले उन्नत कंप्यूटिंग संसाधनों का उपयोग नहीं कर सकते थे, अब इससे लाभान्वित हो सकेंगे। सरकारी विभाग भी इसका उपयोग कर परिवहन, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में एआई–आधारित समाधान विकसित कर पाएंगे।
AIKosha: डाटासेट और मार्गदर्शन का एकीकृत मंच
AIKosha, एक मात्र डाटा रिपॉजिटरी नहीं है, बल्कि एक पूर्ण एआई संसाधन केंद्र है। यह कृषि, लॉजिस्टिक्स आदि मंत्रालयों से गैर–व्यक्तिगत डाटासेट एकत्रित करता है ताकि भारतीय आवश्यकताओं के अनुसार मशीन लर्निंग मॉडल विकसित किए जा सकें। भविष्य में निजी क्षेत्र के डाटा साझेदारों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे इसकी डाटा विविधता और उपयोगिता कई गुना बढ़ सकती है। विशेष बात यह है कि यह मंच विशेषज्ञ मार्गदर्शन भी देता है, जिससे नवप्रवर्तनकर्ता अपने विचारों को व्यवसायिक समाधानों में बदल सकते हैं।
पूरे देश में एआई प्रतिभा का निर्माण
IndiaAI मिशन का फोकस केवल तकनीक नहीं बल्कि मानव संसाधन विकास पर भी है। द्वितीय और तृतीय श्रेणी शहरों में एआई लैब्स की स्थापना से यह सुनिश्चित किया गया है कि डिजिटल परिवर्तन केवल महानगरों तक सीमित न रहे। इसके साथ ही, सरकार ने AI Competency Framework पेश किया है, जिससे सरकारी कर्मचारियों को एआई आधारित प्रशिक्षण (iGOT AI) के माध्यम से अपने कौशल को उन्नत करने का अवसर मिलेगा। इससे प्रशासनिक कार्यक्षमता और जवाबदेही दोनों में वृद्धि होगी।
भविष्य के लिए ₹10,371 करोड़ का मिशन
IndiaAI मिशन के लिए ₹10,371.92 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है, जिसमें से लगभग 45% कंप्यूट अवसंरचना के लिए निर्धारित है। यह निवेश भारत को एक वैश्विक एआई शक्ति बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस मिशन को डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के तहत IndiaAI स्वतंत्र व्यावसायिक डिवीजन द्वारा संचालित किया जा रहा है, और इसका पब्लिक–प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल यह सुनिश्चित करता है कि एआई नवाचार के लाभ केवल बड़ी कंपनियों तक सीमित न रहें।
STATIC GK SNAPSHOT (हिंदी में)
विशेषता | विवरण |
पहल का नाम | IndiaAI मिशन |
शुरुआत वर्ष | मार्च 2024 |
कुल बजट | ₹10,371.92 करोड़ |
लॉन्च किए गए प्रमुख मंच | IndiaAI कंप्यूट पोर्टल, AIKosha डाटासेट प्लेटफॉर्म |
GPU लागत (प्रति घंटा) | ₹67 |
उपलब्ध GPU की कुल संख्या | 18,000+ |
कौशल विकास उपकरण | iGOT AI, AI Competency Framework |
लक्षित क्षेत्र | द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहर |
कार्यान्वयन निकाय | IndiaAI Business Division, Digital India Corporation |