ओडिशा में सफल परीक्षण
20 अगस्त 2025 को भारत ने ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से अग्नि-5 इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) का सफल परीक्षण किया। इस परीक्षण की निगरानी स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड द्वारा की गई और सभी तकनीकी मापदंड सफलतापूर्वक सत्यापित किए गए।
इस परीक्षण ने मिसाइल की सटीकता और विश्वसनीयता को प्रमाणित किया और बदलते क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य में भारत की तैयारी को और मजबूत किया।
स्थैतिक जीके तथ्य: चांदीपुर स्थित ITR भारत का प्रमुख मिसाइल परीक्षण केंद्र है, जिसे DRDO संचालित करता है।
अग्नि-5 की क्षमताएँ
अग्नि-5 मिसाइल ठोस ईंधन पर आधारित तीन-चरणीय प्रणाली है, जिसकी मारक क्षमता 5,000 किमी से अधिक है। इससे भारत एशिया के बड़े हिस्सों और यूरोप के कुछ हिस्सों को कवर कर सकता है। यह मिसाइल परमाणु और पारंपरिक दोनों प्रकार के वारहेड ले जाने में सक्षम है, जिससे इसे रणनीतिक प्रतिरोध में लचीलापन मिलता है।
इसकी एक प्रमुख विशेषता इसका कैनिस्टराइज्ड डिज़ाइन है, जो इसे सड़क-आधारित मोबाइल प्लेटफॉर्म से त्वरित लॉन्च करने की क्षमता प्रदान करता है। इससे जीवंतता (survivability) बढ़ती है और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया संभव होती है।
स्थैतिक जीके तथ्य: अग्नि कार्यक्रम 1989 में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नेतृत्व में शुरू किए गए IGMDP (Integrated Guided Missile Development Programme) का हिस्सा है।
भारत की रक्षा रणनीति में भूमिका
यह सफल परीक्षण भारत की नो फर्स्ट यूज़ (NFU) नीति और विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता की पुष्टि करता है, जो राष्ट्रीय परमाणु नीति के दो स्तंभ हैं।
अग्नि श्रृंखला भारत की दीर्घकालिक रणनीतिक तैयारी का अहम हिस्सा है। वायु और समुद्री आधारित प्रणालियों के विकास के साथ, यह भारत को न्यूक्लियर ट्रायड (स्थल, वायु और समुद्र आधारित परमाणु क्षमता) में मजबूती प्रदान करता है।
स्थैतिक जीके टिप: भारत ने 2018 में INS अरिहंत को कमीशन करके पूर्ण रूप से संचालनक्षम न्यूक्लियर ट्रायड हासिल करने वाले कुछ देशों में जगह बनाई।
व्यापक प्रभाव
घरेलू सुरक्षा से परे, अग्नि-5 का यह परीक्षण भारत की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में निरंतर प्रगति को दर्शाता है। यह एशिया में स्थिरता का संदेश देता है, जहाँ अन्य देशों की मिसाइल प्रगति सुरक्षा समीकरणों को बदल रही है।
भारत ने विश्वसनीय लंबी दूरी की प्रणालियों को तैनात करने की क्षमता साबित कर यह दिखाया है कि वह शक्ति के माध्यम से शांति बनाए रखने वाला एक जिम्मेदार राष्ट्र है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| परीक्षण तिथि | 20 अगस्त 2025 |
| स्थान | इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज, चांदीपुर, ओडिशा |
| मिसाइल प्रकार | इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) |
| रेंज | 5,000 किमी से अधिक |
| पेलोड | पारंपरिक और परमाणु वारहेड |
| चरण | तीन-चरणीय, ठोस ईंधन आधारित |
| लॉन्च प्लेटफॉर्म | कैनिस्टराइज्ड, रोड-मोबाइल |
| निगरानी एजेंसी | स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड |
| नीति समर्थन | नो फर्स्ट यूज़ (NFU) और विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता |
| श्रृंखला की उत्पत्ति | अग्नि-I का परीक्षण 1989 में IGMDP के तहत |





