भारत की आर्थिक प्रगति
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा के अनुसार भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। उनके बयान भारत की आर्थिक गति, बड़े पैमाने पर सुधारों और निरंतर विकास को दर्शाते हैं। यह उपलब्धि राष्ट्रीय विकास में लचीलापन और समावेशिता दोनों को प्रतिबिंबित करती है।
जन धन योजना से समावेशी विकास
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) 2014 से भारत की वित्तीय समावेशन पहलों का केंद्र रही है। इस योजना के तहत अब तक 55 करोड़ से अधिक खाते खोले जा चुके हैं, जिनके माध्यम से नागरिकों को बचत, ऋण, पेंशन और बीमा जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हुईं। ग्रामीण और वंचित वर्गों तक बैंकिंग सेवाओं को पहुँचाकर इस योजना ने औपचारिक अर्थव्यवस्था में व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की है।
Static GK तथ्य: जन धन योजना का शुभारंभ 28 अगस्त 2014 को राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन मिशन के तहत किया गया था।
मजबूत GDP आँकड़ों से बढ़ावा
वित्त वर्ष 2025–26 की पहली तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था ने 7.8% की वृद्धि दर्ज की, जो एक वर्ष से अधिक में सबसे ऊँची है। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद यह प्रदर्शन भारत की व्यापार और वित्तीय दबावों को संभालने की क्षमता को दर्शाता है। RBI गवर्नर ने कहा कि यही निरंतर वृद्धि भारत को दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल करेगी।
Static GK तथ्य: क्रय शक्ति समानता (PPP) के आधार पर भारत पहले से ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
राष्ट्रव्यापी समावेशन अभियान
संजय मल्होत्रा ने यह घोषणा संत्रिप्ति शिविर के दौरान की, जो जुलाई से सितंबर 2025 तक चलने वाला वित्तीय पहुँच अभियान है। इसका उद्देश्य है:
- नए जन धन खाते खोलना
- नागरिकों को सामाजिक कल्याण योजनाओं से जोड़ना
- समय पर KYC पूरा करना
सरकारी प्रतिनिधियों और बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे इस अभियान को वंचित क्षेत्रों तक पहुँचाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ।
चुनौतियाँ और सुरक्षा उपाय
हालाँकि वित्तीय समावेशन की सफलता की सराहना की गई, लेकिन गवर्नर ने म्यूल अकाउंट्स को लेकर चिंता जताई, जिनका अक्सर अवैध धन हस्तांतरण में दुरुपयोग होता है। इस जोखिम को कम करने के लिए नागरिकों से अपने KYC सत्यापन को पूरा करने और धोखाधड़ी से सतर्क रहने का आग्रह किया गया।
Static GK तथ्य: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 1935 में संचालन शुरू किया और 1949 में राष्ट्रीयकृत हुआ।
डिजिटल रूपांतरण को बढ़ावा
मल्होत्रा ने डिजिटल वित्तीय साक्षरता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने तेज़, सुरक्षित और पारदर्शी लेन-देन सुनिश्चित करने के लिए UPI और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स के व्यापक उपयोग को प्रोत्साहित किया। यह डिजिटल विस्तार भारत के वित्तीय आधुनिकीकरण की आधारशिला है और समावेशन एजेंडा को पूरक बनाता है।
Static GK टिप: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा लॉन्च किया गया था।
Static Usthadian Current Affairs Table
| विषय | विवरण |
| भारत की आर्थिक स्थिति | तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर |
| वर्तमान GDP वृद्धि | FY 2025–26 की अप्रैल–जून तिमाही में 7.8% |
| RBI गवर्नर | संजय मल्होत्रा |
| खुले जन धन खाते | 55 करोड़+ |
| जन धन योजना लॉन्च | 28 अगस्त 2014 |
| वित्तीय समावेशन अभियान | संत्रिप्ति शिविर (1 जुलाई–30 सितम्बर 2025) |
| चिन्हित जोखिम | म्यूल अकाउंट्स का दुरुपयोग |
| डिजिटल प्रोत्साहन | UPI अपनाना और डिजिटल साक्षरता |
| RBI स्थापना | 1935, राष्ट्रीयकरण 1949 |
| भारत की PPP रैंकिंग | पहले से ही वैश्विक स्तर पर तीसरा |





