भारत की उपलब्धि को मान्यता
भारत को ISSA अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया है, क्योंकि देश ने सामाजिक सुरक्षा कवरेज को 64.3% आबादी (940 मिलियन नागरिकों) तक विस्तारित किया है। यह सम्मान वर्ल्ड सोशल सिक्योरिटी फोरम (WSSF) 2025 में कुआलालंपुर में प्रदान किया गया, जिसमें 163 देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री डॉ. मंसुख मांडविया ने भारत की यात्रा प्रस्तुत करते हुए बताया कि 2015 में सामाजिक सुरक्षा कवरेज केवल 19% थी, जो अब ऐतिहासिक स्तर तक पहुँच गई है। इस उपलब्धि को “Outstanding Achievement in Social Security” के रूप में मान्यता दी गई।
स्टैटिक जीके तथ्य: इंटरनेशनल सोशल सिक्योरिटी एसोसिएशन (ISSA) की स्थापना 1927 में हुई थी और इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है।
डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की भूमिका
इस प्रगति का सबसे बड़ा कारण भारत की डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर रही है।
ई–श्रमीक पोर्टल ने 31 करोड़ असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को पंजीकृत किया है, जिससे उन्हें विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं तक स्थानीय भाषा में पहुँच मिली है।
नेशनल करियर सर्विस (NCS) पोर्टल को ई–श्रमीक के साथ जोड़ा गया है, जो युवाओं को रोजगार अवसरों से जोड़ते हुए उन्हें सामाजिक सुरक्षा लाभ बनाए रखने की सुविधा देता है।
स्टैटिक जीके टिप: ई-श्रमीक पोर्टल को अगस्त 2021 में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था।
संस्थागत योगदान
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने सामाजिक सुरक्षा कवरेज के विस्तार में अहम भूमिका निभाई है।
ये संस्थान लाखों भारतीय श्रमिकों को पेंशन, स्वास्थ्य बीमा, जीवन बीमा और अन्य सुरक्षा लाभ प्रदान करते हैं। डिजिटलीकरण से इनके कार्य में तेजी आई है और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से लाभ सीधे लोगों तक पहुँचते हैं।
स्टैटिक जीके तथ्य: EPFO विश्व की सबसे बड़ी सामाजिक सुरक्षा संस्थाओं में से एक है, जो ₹20 लाख करोड़ से अधिक की निधियों का प्रबंधन करती है।
नीति और भविष्य की रणनीति
भारत की नीति समग्र दृष्टिकोण (holistic approach) पर आधारित है — जिसमें नीति सुधार, प्रक्रिया सरलीकरण, और डिजिटल नवाचार का संयोजन है।
वित्तीय समावेशन, कौशल विकास, स्व–रोज़गार, और सामाजिक सुरक्षा को एक साथ जोड़कर सरकार ने सतत और समावेशी विकास का मजबूत तंत्र बनाया है।
आगे की रणनीति में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, प्रवासी मजदूरों, और लाभ पोर्टेबिलिटी को और सशक्त बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।
स्टैटिक जीके तथ्य: सामाजिक सुरक्षा भारत के समवर्ती सूची (Concurrent List) में आती है, जिससे केंद्र और राज्य दोनों सरकारें इस पर कानून बना सकती हैं।
स्टैटिक उस्तादियन करंट अफेयर्स तालिका
विषय | विवरण |
आयोजन | वर्ल्ड सोशल सिक्योरिटी फोरम 2025, कुआलालंपुर |
पुरस्कार | ISSA अवॉर्ड 2025 – Outstanding Achievement in Social Security |
भारत का कवरेज | 2015 में 19% से बढ़कर 2025 में 64.3% |
लाभार्थी | 94 करोड़ नागरिक |
प्रमुख योजनाएं | ई-श्रमीक पोर्टल, नेशनल करियर सर्विस |
प्रमुख संस्थान | EPFO, ESIC |
उपस्थित मंत्री | डॉ. मंसुख मांडविया |
आयोजक संस्था | इंटरनेशनल सोशल सिक्योरिटी एसोसिएशन (ISSA) |
मुख्यालय | जिनेवा, स्विट्जरलैंड |
भविष्य की प्राथमिकता | प्रवासी श्रमिक, वित्तीय समावेशन, लाभ पोर्टेबिलिटी |